एक विदेशी मुद्रा ब्रोकर चुनना

भारत में ETF

भारत में ETF

Investment Option: 3 दिसंबर से सरकार देगी कमाई का शानदार मौका, खुलेगा Bharat Bond ETF, जानें डिटेल्स

डिंपल अलावाधी

Investment Option: तीन दिसंबर को भारत बॉन्ड ईटीएफ (Bharat Bond ETF) का तीसरा चरण खुलेगा। यह सब्सक्रिप्शन नौ दिसंबर को बंद होगा।

Bharat Bond ETF

  • भारत बॉन्ड ईटीएफ का तीसरा चरण 3 दिसंबर 2021 को खुलेगा।
  • इसके जरिए सरकार की योजना 10,000 करोड़ रुपये जुटाने की है।
  • यह देश का पहला कॉरपोरेट बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) है।

Investment Option: अगर आप भी किसी विश्वसनीय विकल्प में निवेशक करने की सोच रहे हैं तो यह खबर आपके लिए लाभदायक साबित हो सकती है। भारत बॉन्ड ईटीएफ (Bharat Bond ETF) के जरिए कमाई करने वाले निवेशकों के लिए अच्छी खबर है। ऐसा इसलिए क्योंकि अगले महीने की शुरुआत में सरकार भारत बॉन्ड ईटीएफ लॉन्च कर सकती है। भारत बॉन्ड ईटीएफ में निवेशकों को बढ़िया रिटर्न मिलता है।

तीन दिसंबर से नौ दिसंबर तक मिलेगा मौका
भारत बॉन्ड ईटीएफ का तीसरा चरण (Bharat Bond ETF Third Round) तीन दिसंबर को खुलेगा। इसके जरिए सरकार का 10,000 करोड़ रुपये जुटाने का इरादा है। इस संदर्भ में एक अधिकारी ने कहा कि यह भारत में ETF सब्सक्रिप्शन नौ दिसंबर को बंद हो जाएगा। इसके जरिए सरकारी कंपनियां (PSUs) फंड जुटा सकती हैं। इश्यू का मूल आकार 'मुक्त ग्रीन शू विकल्प' (Greenshoe option) के साथ 1,000 करोड़ रुपये है। ईटीएफ की यह किस्त अप्रैल 2032 में मैच्योर हो सकती है।

क्या है भारत बॉन्ड ईटीएफ? (What is Bharat Bond ETF)
यह ईटीएफ एक एक्सचेंज ट्रेडेड कोष है। यह सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के बॉन्ड में निवेश करता है। भारत बॉन्ड ईटीएफ वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) के तहत निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) की एक पहल है। यह एडलवाइस एमएफ द्वारा प्रबंधित है। मालूम हो कि वर्तमान में ETF सिर्फ सरकारी क्षेत्र की कंपनियों के 'AAA' रेटिंग वाले बॉन्ड में ही निवेश करता है।

भारत बॉन्ड ईटीएफ देश का पहला कॉरपोरेट बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (Exchange Traded Fund) है। इसके तहत केंद्र सरकार की विशिष्ठ कंपनियों के शेयरों में बॉन्ड के नाम पर निवेश किया जाता है। भारत बॉन्ड ईटीएफ का पहला चरण दिसंबर 2019 में आया था, जिसमें 12,400 करोड़ रुपये जुटाए गए थे। वहीं दूसरा चरण जुलाई 2020 में संपन्न हुआ। तब भारत बॉन्ड ईटीएफ में लगभग 11,000 करोड़ रुपये जुटाए गए थे।

Value Investment Pick

FD, PPF, NPS, Sukanya Yojana, Investors, Rule of 72, Investment Tips

SIP, Investment Plan, Investment Tips

Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।

निप्पॉन इंडिया एमएफ ने लॉन्च किया भारत का पहला ऑटो ईटीएफ

निप्पॉन इंडिया एमएफ ने लॉन्च किया भारत का पहला ऑटो ईटीएफ |_40.1

निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड (Nippon India Mutual Fund – NIMF) के भारत में ETF परिसंपत्ति प्रबंधक, निप्पॉन लाइफ इंडिया एसेट मैनेजमेंट लिमिटेड ने भारत का पहला ऑटो सेक्टर ईटीएफ – निप्पॉन इंडिया निफ्टी ऑटो ईटीएफ लॉन्च करने की घोषणा की है। निप्पॉन इंडिया निफ्टी ऑटो ईटीएफ मुख्य रूप से निफ्टी ऑटो इंडेक्स वाले शेयरों में इंडेक्स के समान अनुपात में निवेश करेगा। यह ऑटो-संबंधित क्षेत्रों जैसे ऑटोमोबाइल 4 व्हीलर, ऑटोमोबाइल 2 और 3 व्हीलर, ऑटो सहायक और टायर का भारत में ETF प्रतिनिधित्व करने वाली शीर्ष 15 (निफ्टी ऑटो इंडेक्स पद्धति के अनुसार) कंपनियों को एक्सपोजर प्रदान करेगा।

निप्पॉन ऑटो ईटीएफ 5 जनवरी 2022 से 14 जनवरी 2022 तक परिचालन शुरू करेगा। आवश्यक न्यूनतम निवेश राशि 1,000 रुपये है और 1 रुपये के गुणकों में। योजना का निवेश उद्देश्य “निफ्टी ऑटो इंडेक्स द्वारा व्यय से पहले दर्शाए गए प्रतिभूतियों के कुल रिटर्न के अनुरूप निवेश रिटर्न प्रदान करने के लिए, ट्रैकिंग त्रुटि के अधीन है। हालांकि, इस बात का कोई आश्वासन या गारंटी नहीं हो सकती है कि योजना के निवेश उद्देश्य को प्राप्त किया जाएगा।

‘भारत 22’ ETF कल होगी लॉन्च, कम जोखिम में यहां लगा सकते हैं पैसे

ईटीएफ होते तो म्‍यूचुअल फंड की ही तरह हैं, लेकिन इनकी ट्रेडिंग स्टॉक एक्सचेंजों पर की जा सकती है

‘भारत 22’ ETF कल होगी लॉन्च, कम जोखिम में यहां लगा सकते हैं पैसे

भारत 22ईटीएफ (Exchange Traded Fund) 14 नवंबर यानी मंगलवार को भारत सरकार लॉन्च कर रही है. वहीं 15 नवंबर तक ये ईटीएफ बाजार में आ जाएगा. इसकी घोषणा अगस्त में ही हुई थी, लेकिन अब जाकर इसे लॉन्च करने की तैयारियां पूरी हुई हैं. सरकार की योजना है कि इसके जरिए करीब 8 हजार करोड़ की राशि जुटाई जाए.

ईटीएफ यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड होते तो म्‍यूचुअल फंड की ही तरह हैं, लेकिन इनकी ट्रेडिंग स्टॉक एक्सचेंजों पर शेयरों की तरह की जा सकती है, जबकि म्‍यूचुअल फंड यूनिटों की ट्रेडिंग नहीं होती.

क्या है भारत 22 ईटीएफ

भारत 22 ईटीएफ में 22 अलग-अलग कंपनियों के स्टॉक्स होंगे. ये स्टॉक 6 सेक्टरों से हैं- इंडस्ट्रियल्स, एनर्जी, यूटिलिटीज, बैंकिंग एंड फाइनेंस, एनर्जी और एफएमसीजी. इन बाइस कंपनियों में 16 सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज यानी सीपीएसई हैं और 3 सरकारी बैंक हैं.

बची 3 कंपनियां वैसी हैं, जिनमें स्पेसिफाइड अंडरटेकिंग ऑफ यूटीआई के जरिए केंद्र सरकार ने निवेश किया है. ये हैं- आईटीसी, एलएंडटी और एक्सिस बैंक.

इन 22 में से टॉप 10 कंपनियां हैः

भारत 22 ईटीएफ का बेंचमार्क है एसएंडपी बीएसई भारत 22 इंडेक्स. इस ईटीएफ को मैनेज करने की जिम्मेदारी आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्‍यूचुअल फंड को दी गई है.

कैसे कर सकेंगे निवेश

भारत 22 ईटीएफ में निवेश बिलकुल उसी तरह किया जा सकेगा, जैसे आप किसी कंपनी के आईपीओ में या म्‍यूचुअल फंड स्कीम के एनएफओ में करते हैं. जब भारत 22 ईटीएफ का एनएफओ आएगा, तो आप उसके लिए अप्लाई कर सकेंगे. हालांकि अगर आप एनएफओ में इसे नहीं खरीद पाए, तो भी आप सेकेंडरी मार्केट से इसकी खरीदारी तब कर सकते हैं, जब एक्सचेंज पर इसकी ट्रेडिंग शुरू हो जाए.

पिछले ईटीएफ का परफॉर्मेंस कैसा रहा

केंद्र सरकार ने इसके पहले सीपीएसई ईटीएफ लॉन्च किया था, जिसका रिटर्न काफी अच्छा रहा है. इस ईटीएफ में 10 कंपनियों के शेयर शामिल थे. मार्च 2014 में लॉन्च हुए इस ईटीएफ से निवेशकों को अब तक 50 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न मिल चुका है. लॉन्च के समय सीपीएसई ईटीएफ का एक यूनिट करीब 19 रुपये का था, जो आज 31 रुपए के आसपास चल रहा है.

कोटक महिंद्रा AMC भारत का पहला निफ्टी अल्फा 50 ETF करेगी लॉन्च, जानें सबकुछ

कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी भारत के अब तक के पहले निफ्टी अल्फा 50 ETF, कोटक निफ्टी अल्फा 50 ETF को लॉन्च करेगी.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी भारत के अब तक के पहले निफ्टी अल्फा 50 ETF, कोटक निफ्टी अल्फा 50 ETF को लॉन्च करेगी. यह निफ्टी अल्फा 50 इंडैक्स को ट्रैक करेगा. यह ओपन एंडेड फंड हाई अल्फा वाले शेयरों के बेहतर डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो में निवेश करने का मौका देता है. एक रिलीज में कहा गया है कि इसका इस्तेमाल निवेशकों के एक्टिव पोर्टफोलियो को बैलेंस करने के टूल के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है.

अल्फा को बेहतर रिटर्न के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है. यह टर्म किसी शेयर द्वारा उसके रिस्क क्लास के लिए बाजार की डिमांड से ज्यादा डिमांड से ज्यादा या कम रिटर्न को मापता है.

अब सवाल उठता है कि कोटक महिंद्रा निफ्टी में व्यक्ति क्यों निवेश करे. इसकी वजह हैं कि पहली बात, यह समझने में आसान है. दूसरा, एक्टिवली मैनेज्ड फंड्स के मुकाबले इसकी कीमत कम है. अगली बात है कि निफ्टी 50 और निफ्टी 50 की तुलना में, इसमें पर्याप्त अल्फा है.

अगली अच्छी बात यह है कि क्योंकि यह इंडैक्स को ट्रैक करता है, तो इसमें कोई भेदभाव नहीं है. इसके अलावा यह उन निवेशकों के लिए अच्छा ऑप्शन है, जो लॉन्ग-टर्म कैपिटल ग्रोथ चाहते हैं.

कोटक का निफ्टी अल्फा 50 ईटीएफ NSE के साथ लिस्टेड 50 शेयरों की परफॉर्मेंस को ट्रैक करता है, जिनका पिछले एक साल में ज्यादा अल्फा है. मापदंडों के मुताबिक, इन कंपनियों को पिछले छह महीनों में औसत फ्री फ्लोट मार्केट कैपिटलाइजेशन और औसत डेली टर्नओवर के हिसाब से शीर्ष 300 कंपनियों में से चुना गया है.

कोटक महिंद्रा एसेट मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड के ग्रुप प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर निलेश शाह ने कहा कि उनका कोटक निफ्टी अल्फा 50 ईटीएफ को लॉन्च करने का फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब बाजार ठंडा हो गया है और वैल्युएशन आसान हो गई हैं. ईटीएफ में डायवर्सिफाइड स्टॉक कोटक की बेहतर तरीके से परिभाषित रणनीति पर आधारित होगी, जिससे लंबी अवधि में निवेशकों को फायदा मिलेगा.

रेटिंग: 4.11
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 517
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *