2023 में किस ब्रोकर को चुनना है

AU स्माल फाइनेंस: कंपनी का शेयर इश्यू प्राइस से 51 फीसदी बढ़कर बाजार में लिस्ट हुआ.
IRCTC का IPO बना ब्लॉक बस्टर: इन बातों का रखें ध्यान, 2 हफ्ते के अंदर पैसा हो सकता है डबल
एक ब्लॉकबस्टर आईपीओ चुन लें बेहद कम समय में आपका पैसा हो सकता है डबल.
5 Tips To Choose Best IPO: इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) का इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (आईपीओ) ब्लॉक बस्टर साबित हुआ है. IRCTC के आईपीओ को निवेशकों ने हाथों-हाथ लिया और बोली के अंतिम दिन इसे करीब 112 गुना तक सब्सक्रिप्सन मिला. इसके पहले जनवरी 2018 में लांच हुए अपोलो माइक्रो सिस्टम्स के आईपीओ को 250.7 गुना तक और अंबर एंटरप्राइजेज के इश्यू को 115.3 गुना तक सब्सक्राइब किया गया था. तबसे अबतक इन दोनों के बाद आईआरसीटीसी के आईपीओ को सबसे ज्यादा सब्सक्राइब किया गया है. एक्सपर्ट को IRCTC के आईपीओ की बंपर लिस्टिंग की भी उम्मीद है. पीएसयू आईपीओ में यह सबसे ज्यादा सब्सक्राइब होने वाला आईपीओ है.
बंपर लिस्टिंग के कुछ उदाहरण
एस्ट्रॉन पेपर एंड बोड मिल लिमिटेड: कंपनी के इश्यू की बाजार में बंपर लिस्टिंग हुई थी. इश्यू प्राइस से 140 फीसदी बढ़कर कंपनी का शेयर बाजार में लिस्ट हुआ.
Mcap of Top 10 Firms: टॉप 10 में से 9 कपनियों का 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है मार्केट कैप 2.12 लाख करोड़ बढ़ा, HDFC बैंक को सबसे ज्यादा फायदा
Keystone Realtors IPO: कल खुलेगा कीस्टोन रियल्टर्स का आईपीओ, दांव लगाने से पहले जान लें तमाम जरूरी बातें
Upcoming IPO: अगले हफ्ते Global Health और Fusion Micro Finance समेत 4 कंपनियों का आ रहा है आईपीओ, लगभग 4,500 करोड़ जुटाने का इरादा
सालासार टेक्नोलॉजी: कंपनी का शेयर इश्यू प्राइस से 152 फीसदी बढ़कर बाजार में लिस्ट हुआ.
एवेन्यू सुपरमार्ट: कंपनी का शेयर इश्यू प्राइस से 114 फीसदी बढ़कर बाजार में लिस्ट हुआ.
इश्यू चुनते समय रखें इन बातों का ध्यान
अपर प्राइस बैंड
अगर आप किसी आईपीओ में निवेश करने जा रहे हैं तो सबसे पहले उसके अपर प्राइस बैंड पर फोकस करें. मसलन अगर किसी इश्यू के लिए प्राइस बैंड 200-210 रुपये हैं तो अपर प्राइस बैंड 210 रुपये है. इससे इसके सही वैल्युएशन का आंकलन किया जा सकता है.
अर्निंग प्रति शेयर (EPS)
#किसी भी आईपीओ में निवेश के पहले मौजूदा वित्त वर्ष के लिए अर्निंग प्रति शेयर (EPS) की जानकारी जरूर निकालें. इसके बाद अगने वित्त वर्ष के लिए EPS का अनुमान गलाएं. EPS से किसी भी कंपनी का फाइनेंशियल स्थिति का पता लगाया जा सकता है.
#कंपनी को होने वाले शुद्ध मुनाफे से हर शेयर के हिस्से में कितनी रकम आएगी उसे ही EPS कहते हैं. मान लिजिए कि किसी कंपनी का मुनाफा 20 करोड़ रुपये है और कंपनी ने 10 रुपये की कीमत के 1 करोड़ शेयर जारी किए हैं तो EPS 20 रुपये होगी. इससे शेयरधारकों को होने वाले प्रति शेयर शुद्ध लाभ पता लगाया जा सकता है.
कंपनियां क्यों लाती हैं IPO
असल में कंपनियों को अपने कारोबार का विस्तार करने करने के लिए पैसे की जरूरत होती है. ऐसे में आईपीओ के जरिए कंपनियां पूंजी जुटाती हैं और जुटाई गई पूंजी का इस्तेमाल कारोबार को बढ़ाने में करती हैं. इसी वजह से समय समय पर कंपनियां आईपीओ लाती रहती हैं.
आईपीओ में आप अपने स्तर पर सीधे निवेश कर सकते हैं, जिसके लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना जरूरी है. इसमें ब्रोकर के जरिए निवेश किया जा सकता है. हर ब्रोकरेज हाउस आईपीओ में निवेश के लिए अपनी 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है वेबसाइट पर एक अलग सेक्शन रखता है, जहां जाकर आप कुछ सूचनाएं भरने के बाद आईपीओ के लिए आवेदन कर सकते हैं. इन सूचनाओं में प्रमुख है कि आप कितने स्टॉक के लिए किस कीमत पर अप्लाई करना चाहते हैं. आपके आवेदन के हिसाब से उतनी रकम आईपीओ बंद होने से लिस्टिंग तक ब्लॉक कर दी जाती है.
(Note: 5 टिप्स ब्रोकरेज हाउस शेयर खान की वेबसाइट से लिए गए हैं.)
स्टॉक ब्रोकर क्या होता है?(What is Stock Broker?)
स्टॉक ब्रोकर को समझने के लिए पहले आप ये समझिए कि भारत में आप स्टॉक कैसे खरीदते हैं?
कोई कंपनी जब अपना शेयर लाती है तो वो शेयर मार्केट में लिस्ट होता है. इस शेयर को खरीदने और बेचने का काम करती है ब्रोकरेज फर्म. इन ब्रोकरेज फर्म पर बल्क में कंपनियों के शेयर होते हैं.
इन ब्रोकरेज फर्म में ही काम करते हैं स्टॉक ब्रोकर. स्टॉक ब्रोकर का काम होता है आम लोगों के लिए शेयर को खरीदना और बेचना. मतलब आप कोई शेयर खरीदना चाहते हैं तो आपको स्टॉक ब्रोकर को ही कहना होगा और साथ ही बेचने के लिए भी आपको उसी को कहना होगा.
स्टॉक ब्रोकर इसके अलावा आपको दूसरे स्टॉक भी सजेस्ट करते हैं. स्टॉक ब्रोकर कमीशन और सैलरी दोनों के आधार पर कार्य करते हैं.
अतः स्टॉक ब्रोकर एक ऐसा व्यक्ति होता है जो शेयर की खरीद और बिक्री का कार्य करता है.2023 में किस ब्रोकर को चुनना है
स्टॉक ब्रोकर के लिए योग्यता (Stock Broker Eligibility)
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए आपको शेयर मार्केट की बेसिक स्किल्स के बारे में अच्छी तरह पता होना चाहिए. क्योंकि आपको जिस जगह पर काम करना है उसके बारे में पहले से जानकारी होना चाहिए.
आपने फाइनेंस, कॉमर्स या अकाउंटेनसी 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है में ग्रेजुएशन करना होता है. क्योंकि इनमें आपको अच्छे से शेयर मार्केट के बारे में समझाया जाता है.
आपकी कम्यूनिकेशन स्किल बहुत अच्छी होनी चाहिए. आपमें लोगों को कन्वेंस करने का गुण होना चाहिए.
आपकी गणित और रिजनिंग बहुत ही स्ट्रॉंग होनी चाहिए. क्योंकि शेयर मार्केट में सारा खेल आंकड़ों का है.
स्टॉक ब्रोकर कैसे बने? (How to become stock broker?)
स्टॉक ब्रोकर बनने के लिए आपके अंदर जरूरी योग्यता है तो आप नीचे दिए गए सर्टिफिकेट कोर्स को करके स्टॉक ब्रोकर बनने की ओर अपना कदम बढ़ा सकते हैं.
NSE’s Certification In Financial Markets
NSE’s Certified Market Professional
Certificate Program On Capital Markets
A PG Diploma In Capital Market And Financial Services
Post 2023 में किस ब्रोकर को चुनना है Graduate Diploma In Fundamentals Of Capital Market Development
तय करें कि आप कैसे निवेश करना चाहते हैं।
- एक बार जब आप अपने निवेश लक्ष्यों और आप कितना समय और पैसा निवेश करना चाहते हैं, यह तय कर लेने के बाद, म्यूचुअल फंड को देखना शुरू करने का समय आ गया है।
- समय: मेरे पास कितना समय है? यदि केवल कुछ महीने या वर्ष हैं, तो इंडेक्स फंड शायद आपकी आवश्यकताओं के लिए सबसे उपयुक्त हैं (हालांकि अन्य विकल्प भी हैं)। अगर कई साल या दशक हैं, तो हाइब्रिड फंड अधिक उपयुक्त हो सकते हैं।
- जोखिम सहने/बजट: क्या मेरे निवेश में जोखिम शामिल हैं? क्या मैंने इन निवेशों से जुड़े विभिन्न जोखिमों पर अपना होमवर्क किया है? उदाहरण के लिए, मेरे पोर्टफोलियो के इस हिस्से से मुझे हर साल कितना न्यूनतम रिटर्न चाहिए ताकि मैं जरूरत पड़ने पर 65 साल (या मेरी उम्र जो भी हो) में आराम से रिटायर हो सकूं? यह भी ध्यान रखें कि स्टॉक जैसे जोखिम भरे निवेश कम अवधि में अधिक रिटर्न दे सकते हैं, लेकिन उच्च जोखिम भी उठा सकते हैं – इसलिए सुनिश्चित करें कि यह न केवल आपकी व्यक्तिगत वित्तीय परिस्थितियों में फिट बैठता है, बल्कि वित्तीय रूप से अभी जहां चीजें हैं, उसके साथ अच्छी तरह से मेल खाता है।
ब्रोकरेज खाता खोलें।
- आप म्यूचुअल फंड हाउस के साथ ब्रोकरेज अकाउंट खोल सकते हैं। ऐसा करने का सबसे अच्छा तरीका सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) द्वारा विनियमित ब्रोकरेज फर्म का चयन करना है, जो आपको सर्वोत्तम सेवाओं और कम शुल्क की गारंटी देगा।
- आपको यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि आपका चुना हुआ ब्रोकर म्यूचुअल फंड निवेश के साथ-साथ ऊपर बताए गए अन्य प्रकार के निवेश साधनों की पेशकश करता है।
- दलालों की तलाश करें जिनकी निवेशकों के बीच अच्छी प्रतिष्ठा है, साथ ही कम फीस-बाद वाले आपको समय के साथ अपने निवेश खर्चों पर पैसे बचाने में मदद करेंगे!
- अपने म्यूचुअल फंड निवेश खाते को निधि देने के लिए नेटबैंकिंग, डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड का उपयोग करें। आप ऑनलाइन बैंकिंग का उपयोग भी कर सकते हैं यदि आपके पास किसी बैंक में इंटरनेट बैंकिंग सुविधा है जहां आप म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहते हैं।
- म्यूचुअल फंड वितरक के नाम पर देय चेक बनाएं और उन्हें उनकी वेबसाइट पर उल्लिखित उनके कार्यालय के पते या उनकी वेबसाइट पर उल्लिखित संपर्क विवरण (या मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से) पर भेजें। यह स्पष्ट रूप से दिखाई देना चाहिए कि आपने उन्हें पैसे भेजे ताकि वे सेबी (भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड) द्वारा निर्धारित केवाईसी मानदंडों के आधार पर इसे आपके रूप में गिन सकें, जो भारत में धन संचरण व्यवसाय को नियंत्रित करता है।
अपने म्यूचुअल फंड शेयर खरीदें।
- यदि आप एक नौसिखिया हैं, तो म्यूचुअल फंड में निवेश करने का सबसे आसान तरीका शेयर बाजार है। आप म्यूचुअल फंड के शेयर एक्सचेंज पर या सीधे फंड कंपनी से खरीद और बेच सकते हैं।
- एक ब्रोकर आपको एक खाता संख्या देगा और एक पासवर्ड प्रदान करेगा जो उसे आपके निवेश के बारे में ईमेल या फैक्स मशीन द्वारा जानकारी वापस भेजने की अनुमति देता है। इससे उनके लिए यह ट्रैक करना आसान हो जाता है कि आप उनके पैसे के साथ क्या कर रहे हैं!
- म्यूचुअल फंड शुरुआती लोगों के लिए नहीं हैं। जबकि आप उनमें लंबी अवधि के निवेश के रूप में निवेश कर सकते हैं, यह महत्वपूर्ण है कि आप म्यूचुअल फंड में निवेश से जुड़े जोखिमों को समझें और जितना आप खो सकते हैं उससे अधिक निवेश न करें। म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय कई चीजें गलत हो सकती हैं:
- आपको अपने शेयरों के लिए मूल रूप से भुगतान की गई राशि या कंपनी द्वारा किए गए वादे से भी कम वापस नहीं मिल सकता है।
- ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस बात की कोई गारंटी नहीं होती है कि किसी निवेश से कितना पैसा उत्पन्न होगा (और फिर उसका उपयोग किया जाएगा)। यदि ऐसा होता है, तो हो सकता है कि सहभागियों को हज़ारों डॉलर तक की अपनी संपूर्ण निवेश राशि गंवानी पड़ी हो! यह वर्षों में कई बार हुआ है – इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले हमेशा शोध करें कि कल सुबह फिर से ऐसा होगा या नहीं।”