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मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड

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फ्यूजन माइक्रोफाइनेंस आईपीओ में 600 करोड़ तक का एक नया इश्यू था और 1,36,95,466 इक्विटी शेयरों की बिक्री का प्रस्ताव था. इसकी मूल्य सीमा 350-368 प्रति शेयर थी. मंगलवार को फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस ने कहा कि उसने एंकर निवेशकों से 331 करोड़ से कुछ अधिक जुटाए हैं. नए इश्यू की शुद्ध आय का उपयोग माइक्रोफाइनेंस फर्म के पूंजी आधार को बढ़ाने के लिए किया जाएगा.

Mutual Fund Investment: म्यूचुअल फंड में पहली बार कर रहे हैं निवेश, तो भूल कर भी न करें ये गलतियां, वरना डूब सकता है पैसा

Mutual Fund Investment: म्यूचुअल फंड में पहली बार कर रहे हैं निवेश, तो भूल कर भी न करें ये गलतियां, वरना डूब सकता है पैसा

बाजार रैली से उत्साहित होकर, पहली बार के निवेशक को म्युचुअल फंड (MF) के इक्विटी सेगमेंट में भारी निवेश नहीं करना चाहिए.

Mutual Fund Investment: ऐसा कहा जाता है कि किसी को भी अपने दोनों पैरों से पानी की गहराई नहीं मापनी चाहिए. इसी तरह, किसी भी बाजार रैली से उत्साहित होकर, पहली बार के निवेशक को म्युचुअल फंड (MF) के इक्विटी सेगमेंट में भारी निवेश नहीं करना चाहिए. म्यूचुअल फंड में निवेश धैर्य और जोखिम की बेहतर समझ की मांग करता है. हालांकि म्यूचुअल फंड में निवेश ऑप्शन की भरमार और बाजार के मौजूदा हालात को देखते हुए सही फंड का चुनाव आसान नहीं है. फिर भी म्यूचुअल फंड में निवेश से जुड़ी कुछ बुनियादी सावधानियों को ध्यान में रखेंगे तो आपको घाटा नहीं होगा.

कभी भी बड़ी रकम को एक साथ निवेश ना करें.

एक निवेशक को इक्विटी में बड़ी रकम को एक साथ निवेश करने से बचना चाहिए. ऐसा इसलिए है क्योंकि बाजार में गिरावट आपके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है. पहली बार के निवेशकों को बाजार के उतार-चढ़ाव की समझ नहीं होती होती है. ऐसे में वे थोड़ा नुकसान होने पर घबरा जाते हैं. इस घबराहट में नए निवेशक अक्सर अपना पैसा निकालने का फैसला करते हैं, जिससे उन्हें नुकसान उठाना पड़ता है. इसलिए, यह हमेशा सलाह दी जाती है कि इक्विटी-ओरिएंटेड फंडों में निवेश सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के ज़रिए किया जाना चाहिए.

बाजार के उतार-चढ़ाव के आदी होने के लिए, ज्यादा जोखिम वाले प्योर इक्विटी फंड के बजाय पहली बार निवेशकों के लिए बेहतर यह है कि वे संतुलित फंडों में निवेश करें. नए निवेशकों को ऐसे फंडों में निवेश करना चाहिए जहां जोखिम कम हो या हो भी तो ज्यादा नहीं. इस तरह के फंडों में बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान, प्योर इक्विटी फंड से कम उतार-चढ़ाव होता है. इससे नए निवेशकों के लिए घबराहट की स्थिति नहीं बनती है. इससे नए निवेशक बाजार में ज्यादा समय तक बने रह सकते हैं और बाजार के उतार-चढ़ाव को समझ सकते हैं. इसलिए, ज्यादा जोखिम वाले प्योर इक्विटी फंड से शुरू करने के बजाय, उन फंडों में निवेश करना बेहतर है, जो तुलनात्मक रूप से कम जोखिम वाले हैं.

निवेश करने से पहले फाइनेंशियल प्लानिंग करें.

अगर कोई निवेशक सही फाइनेंशियल प्लानिंग द्वारा लॉन्ग टर्म गोल्स को हासिल करने के लिए इक्विटी-ओरिएंटेड फंडों में निवेश करना शुरू करता है, तो इस बात की संभावना बढ़ जाती है कि निवेशक बाजार में ज्यादा समय तक बने रहे. लंबी अवधि के गोल्स के लिए निवेश करने वाले निवेशक बाजार के छोटे-मोटे उतार-चढ़ाव को नजरअंदाज कर देते हैं. वहीं तुरंत रिटर्न हासिल करने के लिए निवेश करने वाले नए निवेशक बाजार के उतार-चढ़ाव से घबराकर तुरंत अपना पैसा निकाल लेते हैं. इसलिए, निवेश करने से पहले किस कैटेगरी के फंड में कितना निवेश करना है, मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड यह तय करने के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करना बेहतर है.

(Article : Amitava Chakrabarty)

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शेयर बाजार से म्यूचुअल फंड का क्या रिश्ता है? आसान शब्दों में जानिए

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ये सभी फैक्टर्स व्यक्तिगत स्टॉक के प्रदर्शन को प्रभावित करते हैं, जिससे उसके अंतर्गत आने वाले म्यूचुअल फंड के प्रदर्शन पर भी प्रभाव पड़ता है क्योंकि म्यूचुअल फंड द्वारा जनता से जुटाए गए पैसे को शेयर मार्किट में ही इनवेस्ट किया जाता है.

"म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिम के अधीन हैं. कृपया निवेश करने से पहले ऑफर दस्तावेज को ध्यान से पढ़ें”- इस डिस्क्लेमर से हम सभी अच्छी तरह से परिचित हैं. किसी भी माध्यम (इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट, डिजिटल) से जब निवेशकों को म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है तो यह डिस्क्लेमर वहां जरूर होता है.

दरअसल, यह डिस्क्लेमर निवेशकों या आम जनता को एक वैधानिक चेतावनी है कि उनके निवेश पर रिटर्न की कोई गारंटी नहीं है क्योंकि म्यूचुअल फंड भी स्टॉक मार्केट के उतार-चढाव पर ही काम करता है और कुछ हद तक जोखिम हमेशा प्रत्येक फंड से जुड़ा रहता है.

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क्रिसिल की रेटिंग ने कंपनी की लिस्टिंग से पहले फ्यूजन माइक्रो मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड फाइनेंस लिमिटेड (फ्यूजन) की बैंक सुविधाओं और गैर परिवर्तनीय डिबेंचर पर अपनी दीर्घकालिक रेटिंग को ‘क्रिसिल ए-/स्टेबल’ से ‘क्रिसिल ए/स्टेबल’ में अपग्रेड किया है.

रेटिंग में संशोधन कंपनी की पूंजी की स्थिति में पर्याप्त वृद्धि और लाभप्रदता में अपेक्षित सुधार से प्रेरित है. फ्यूजन ने हाल ही में 600 करोड़ की नई इक्विटी जुटाई है जो मौजूदा नेटवर्थ का लगभग 43 फीसदी है. रेटिंग एजेंसी ने सोमवार को कहा, इस पूंजी वृद्धि के बाद, फ्यूजन का कुल नेटवर्थ 30 जून, 2022 के 1,416 करोड़ रुपये से बढ़कर 2,000 करोड़ रुपये हो जाएगा.

फ्यूजन माइक्रो फाइनेंस की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) को शुक्रवार को 2.95 गुना सब्सक्राइब किया गया था, जो कि सदस्यता के अंतिम दिन 4 नवंबर, 2022 को समाप्त हुआ. 1,104 करोड़ के आईपीओ को 2,13 के मुद्रा बाजार म्यूचुअल फंड मुकाबले 6,30,36,040 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं. एनएसई के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, प्रस्ताव पर 75,525 शेयर. इश्यू का प्राइस बैंड 350-368 रुपये प्रति शेयर था.

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