रिपल में कमियां

महंगे होंगे कपड़े, कॉटन की कीमतें 11 साल के सर्वोच्च स्तर पर पहुंची, कपड़ा उत्पादन में आई कमी
कॉटन की मांग व आपूर्ति में संतुलन बिगड़ने से इसकी कीमतों में बेतहाशा उछाल आया है. इसकी कीमतें 45,000 प्रति कैंडी से बढ़ . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : May 13, 2022, 16:43 IST
नई दिल्ली. कॉटन की कीमतें 2022 में लगभग 40 प्रतिशत बढ़ी हैं व मांग और आपूर्ति में तालमेल बिगड़ने यह 11 साल के उच्च स्तर पर हैं. यह सूती धागे के स्पिनरों, कॉटन आधारित टेक्सटाइल और वस्त्र निर्माताओं को नुकसान पहुंचा रहा है. इससे कई लोगों को देश भर में अपने प्रोडक्शन में कटौती के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
जहां स्पिनिंग मिल कम क्षमता के साथ काम कर रही हैं वहीं कई कपड़ा निर्माताओं ने फैक्ट्रियां बंद कर दी हैं. इस उद्योग के जानकारों का अनुमान है कि भारत में प्रति माह कपास की औसत खपत भी लगभग 29 लाख गांठ से घटकर 19 लाख गांठ प्रति माह हो गई है. इससे भी अधिक चिंताजनक बात यह है कि 2021-22 में कपास की आवक भी कम हुई है.
उत्पादन हुआ कम
तमिलनाडु स्पिनिंग मिल्स एसोसिएशन ने इस मामले में मुंबई के कपड़ा आयुक्त को 3 बार प्रेजेंटेशन दी है. एसोसिएशन के मुख्य सलाहकार के. वेंकटचलम कहते हैं, “तमिलनाडु में कई कताई मिलें हैं जो पूरे देश में 40 प्रतिशत तक उत्पादन में योगदान करती हैं. यह मिलें सप्ताह में केवल पांच दिन चल रही हैं, कई मिलें 12 घंटे की शिफ्ट अपना रही हैं और अपनी गतिविधियों को 12 घंटे के लिए बंद रख रही हैं. इसका मतलब है कि प्रभावी रूप से केवल 35 से 40 प्रतिशत उत्पादन चल रहा है.” उधर, भारत के नंबर एक कपास उत्पादक राज्य गुजरात में सूत के स्पिनरों को 30-40 रुपये प्रति किलोग्राम की नकद हानि हुई है. गुजरात स्पिनर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष रिपल पटेल कहते हैं, “अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमतों में वृद्धि और कम घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मांग कताई मिलों को चिंतित कर रही है. हम खुश हैं कि किसानों को उनकी उपज के लिए उच्च मूल्य मिल रहा है, हम आशा करते हैं कि इनपुट लागत में मूल्य वृद्धि को आगे की ओर वितरित किया जाएगा. अकेले स्पिनर कीमतों में वृद्धि का बोझ नहीं उठा सकते.”
जमाखोरी से बढ़ रही कीमतें
सरकार ने अप्रैल में कपास पर 10 प्रतिशत आयात शुल्क हटाकर इस क्षेत्र को समर्थन देने की कोशिश की है. इस कदम का उद्देश्य घरेलू कमी को दूर करने के लिए भारत के बाहर के बाजारों से खरीदारी को प्रोत्साहित करना था. हालांकि, वैश्विक जिंस बाजार को डर है कि कपास का शीर्ष निर्यातक भारत निर्यात पर प्रतिबंध लगा सकता है और जिससे कीमतों में और उछाल आया है. वेंकटचलम ने कहा, “कपास व्यापार में लगे व्यापारियों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने कपास का स्टॉक करना शुरू कर दिया है और बाजार में कमी पैदा कर रही है. इन सबके परिणामस्वरूप कपास की कीमत हाल के महीनों में 37,000 रुपये से 45,000 रुपये प्रति कैंडी से बढ़कर 97,000 रुपये 1,04,000 रुपये हो गई है.
उपभोक्ताओं पर पड़ेगा बोझ
गौरतलब है कि कपास से लेकर कपड़े के उत्पादन तक जिस तरह उद्योग आर्थिक रूप से जूझ रहा है इसका असर जल्द ही उपभोक्ताओं पड़ सकता है. जाहिर है कि अगर हालात ऐसे बने रहे तो निर्माता अपना बोझ कम करने के लिए इनपुट कॉस्ट को उपभोक्ताओं की तरफ बढ़ा देंगे जिससे आने वाले दिनों में हमें कपड़ों के दामों वृद्धि देखने को मिल सकती है.
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रक्षा सूत्र बांधकर की गई गांधीगीरी, हेलमेट पहनने के लिए की गई अपील
रक्षाबंधन भाई-बहन के स्नेह का पर्व है. रक्षाबंधन के मौके पर जहां बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनसे अपनी रक्षा करने का वचन ले रही हैं. वहीं बिहार के मुंगेर में पुलिस दो पहिया वाहन चलाने वालों के हाथ पर रक्षा सूत्र बांधकर गांधीगीरी कर रही है.
सबा नाज़/सुजीत झा
- पटना,
- 18 अगस्त 2016,
- (अपडेटेड रिपल में कमियां 18 अगस्त 2016, 7:19 PM IST)
रक्षाबंधन भाई-बहन के स्नेह का पर्व है. रक्षाबंधन के मौके पर जहां बहनें अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उनसे अपनी रक्षा करने का वचन ले रही हैं. वहीं बिहार के मुंगेर में पुलिस दो पहिया वाहन चलाने वालों के हाथ पर रक्षा सूत्र बांधकर गांधीगीरी कर रही है.
रक्षाबंधन के दिन मुंगेर की सड़कों का नजारा ही कुछ अलग रहा. जगह-जगह पुलिस का जमावड़ा लगा है. दो पहिया वाहन चलाने वालों को रोका जा रहा है और पुलिस के रिपल में कमियां अधिकारी उनके हाथों में रक्षा सूत्र बांध देते हैं. पहली नजर में तो वाहन चलाने वाले डर जाते हैं कि कहीं चेकिंग तो नहीं चल रही लेकिन कलाई पर रक्षा सूत्र बांधे जाने पर पता चलता है कि ये तो गांधीगीरी हो रही है. पुलिस गांधीगीरी इसलिए कर रही है कि दो पहिया वाहन चलाते वक्त हेलमेट का प्रयोग अवश्य करें.
मुंगेर के आरक्षी अधीक्षक आशीष भारती और जमालपुर के रेल एसपी स्वप्ना मेश्राम ने संयुक्त रुप से इस कार्यक्रम को मुंगेर की सड़कों पर अंजाम दिया. मुंगेर और जमालपुर में बिना हेलमेट वाहन चलाने वालों की संख्या में कमी नहीं आने के कारण गांधीगीरी को इन दोनों पुलिस के अधिकारियों ने अपनाने का निर्णय लिया. इन दोनों की सोच ये थी कि नियम और कानून के सहारे जिस काम को अंजाम तक नहीं पहुंचाया जा सकता उसे गांधीगिरी के सहारे समझाकर अंजाम तक पहुंचाया जा सकता है. पुलिस के इस कदम की वाहन चालकों ने भी सराहना की और आगे से हेलमेट पहनकर ही वाहन चलाने की कसमें खाई.
Bitcoin पहुंचा 19000 डॉलर के पार, Ether और Dogecoin में भी आई तेजी
अगर आप बिटक्वॉइन (Bitcoin) निवेशक हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। पिछले कई दिनों से गिरावट के साथ कारोबार करने वाली क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वॉइन (Bitcoin) शुक्रवार को 19,000 डॉलर के पार ट्रेड कर रही है।
अगर आप बिटक्वॉइन (Bitcoin) निवेशक हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। पिछले कई दिनों से गिरावट के साथ कारोबार करने वाली क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वॉइन (Bitcoin) शुक्रवार को 19,000 डॉलर के पार ट्रेड कर रही है। दुनिया की सबसे बड़ी और पॉप्युलर क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वॉइन शुक्रवार को 4.56 पर्सेंट के इजाफे के साथ 19,353 डॉलर पर ट्रेड कर रही है। Bitcoin के अलावा दुनिया की दूसरी सबसे पॉप्युलर और बड़ी क्रिप्टो करेंसी एथेरियम ब्लॉकचेन की ईथर (Ether) के मार्केट प्राइस में भी इजाफा देखने को मिला। ईथर शुक्रवार को 6.04 पर्सेंट के इजाफे के साथ 1,331 डॉलर पर कारोबार कर रही है। ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप पिछले 24 घंटे से 1 ट्रिलियन डॉलर के नीचे ट्रेड कर रहा है। टोटल ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप शुक्रवार को 4.81 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 941.84 बिलियन डॉलर पर ट्रेड कर रहा है।
Dogecoin, BNB और Shiba Inu में भी तेजी
पिछले 24 घंटों में कई और क्रिप्टोकरेंसीज जैसे डॉगकॉइन (Dogecoin) की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई। डॉगकॉइन (Dogecoin) शुक्रवार को 4.85 पर्सेंट के इजाफे के साथ कारोबार कर रही है। वहीं शीबा इनु (Shiba Inu) भी शुक्रवार को 4.19 पर्सेंट के इजाफे के साथ कारोबार कर रही है। जबकि बायनेंस स्मार्ट चेन की बीएनबी (BNB) के कारोबार में भी शुक्रवार को 3.29 पर्सेंट का इजाफा देखने को मिला है।
रिपल में आई 20 पर्सेंट से ज्यादा की तेजी
लेयर 1 ब्लॉकचेन नेटवर्क की डिजिटल करेंसी जैसे रिपल, सोलोना, रिपल में कमियां एवलांच और कार्डानो में भी पिछले 24 घंटे में इजाफा देखने को मिला है। सोलोना ब्लॉकचेन में शुक्रवार को 4.9 पर्सेंट, रिपल में 20.62 पर्सेंट जबकि एवलांच में 6.50 पर्सेंट और कार्डानो में 4.3 पर्सेंट का इजाफा देखने को मिला। वहीं पोल्काडॉट और पॉलीगॉन में के कारोबार में भी शुक्रवार को इजाफा देखने को मिला। पिछले 24 घंटे में पोल्काडॉट 5.85 पर्सेंट और पॉलीगॉन 6.20 पर्सेंट इजाफे के साथ कारोबार कर रही हैं।
Bitcoin की कीमतों में गिरावट, Ether को मजबूती, जानें बाकी क्रिप्टोकरेंसी का हाल
ईथर की कीमतों में सोमवार को 1.60 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई.
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा पिछले सप्ताह लगातार दूसरी बार ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की बढ़ोतरी बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी ने डेली ट्रेड प्राइस में उल्लेखनीय उतार-चढ़ाव देखा है.
खास बातें
- छोटे नुकसान ने ग्लोबल लेवल पर भी बिटकॉइन को प्रभावित किया
- हालांकि आने वाले दिनों में इसकी कीमतें तेज होने की उम्मीद है
- क्रिप्टो सेक्टर का मार्केट कैप 1.09 ट्रिलियन डॉलर पर है
अगस्त 2022 के पहले दिन क्रिप्टो चार्ट्स ने मुनाफे की तुलना में ज्यादा गिरावट दिखाई है. बिटकॉइन (Bitcoin) की कीमतों में 1.6 फीसदी का मामूली नुकसान हुआ है और इंडियन एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर के अनुसार इसने 24,383 डॉलर (लगभग 19.30 लाख रुपये) पर कारोबार शुरू किया. छोटे नुकसान ने ग्लोबल लेवल पर भी बिटकॉइन को प्रभावित किया. उदाहरण के लिए बिनेंस और कॉइनबेस के प्राइस ट्रैकर पर BTC की कीमतों में लगभग 1.80 फीसदी की कमी दिखाई दी. इन सब नुकसानों के बावजूद दुनिया की सबसे पुरानी और पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी की कीमत लगभग 23,352 डॉलर (लगभग 18.40 लाख रुपये) पर बनी हुई है.
वहीं ईथर की कीमतों में सोमवार को रिपल में कमियां 1.60 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई. गैजेट्स 360 के क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, वर्तमान में ETH 1,771 डॉलर (लगभग 1.40 लाख रुपये) पर कारोबार कर रहा है.
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा पिछले सप्ताह लगातार दूसरी बार ब्याज दरों में 0.75 प्रतिशत की बढ़ोतरी बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी ने डेली ट्रेड प्राइस में उल्लेखनीय उतार-चढ़ाव देखा है. बिनेंस कॉइन, रिपल, कार्डानो, सोलाना, पोल्काडॉट और पॉलीगन ने कीमतों में नुकसान देखा है.
दूसरी ओर, टीथर, USD कॉइन, शीबा इनु, ट्रॉन, EOS कॉइन और एरनॉल्ड ने छोटी ही सही लेकिन कीमतों में बढ़ोतरी देखी है. CoinMarketCap के अनुसार, वर्तमान में क्रिप्टो सेक्टर का मार्केट कैप रिपल में कमियां 1.09 ट्रिलियन डॉलर (लगभग 86,30,808 करोड़ रुपये) है, जो पिछले दिन की तुलना में 0.97 प्रतिशत कम है.
क्रिप्टो निवेश फर्म मुड्रेक्स के को-फाउंडर एडुल पटेल ने गैजेट्स 360 को बताया कि अगर BTC इस रैली को जारी रखता है, तो हम इसे इसी हफ्ते 25,000 डॉलर के मार्क पर देख सकते हैं. यह ट्रेंड दिखाता है कि मार्केट में खरीदार कितने मजबूत हैं. कुल मिलाकर, ऐसा लगता है कि मार्केट मंदी के असर से दूर हो गया है. गौरतलब है कि शुक्रवार को Bitcoin की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली थी. यह 24 हजार डॉलर के करीब पहुंच गया था. इंडियन एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर पर बिटकॉइन की कीमत 24,240 डॉलर यानि कि लगभग 19.4 लाख रुपये पर ट्रेड कर रही थी और गुरुवार की तुलना में इसमें 2.69 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई थी. उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में सभी क्रिप्टोकरेंसीज अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं.