खाता क्या हैं?

Senior Citizen Savings Scheme Apply : इस योजना में निवेश करने पर 5 साल में मिलेगी मोटी रकम, जाने
Senior Citizen Savings Scheme Apply : पोस्ट ऑफिस अपने ग्राहकों के लिए कई बेहतरीन फायदे वाली स्कीमें चलाता है ! इसमें सभी उम्र के लोगों के लिए योजनाएं हैं ! अगर आप भी सुरक्षित निवेश करना चाहते हैं तो आपके पास कुछ ही सालों में करोड़पति बनने का मौका है ! आज हम आपको ‘पोस्ट ऑफिस सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम ( Senior Citizen Savings Scheme )के बारे में बता रहे हैं ! जिसमें आपको 7.4 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है ! यानी साधारण निवेश से आप सिर्फ 5 साल में 14 लाख रुपए का मोटा फंड बना सकते हैं !
Senior Citizen Savings Scheme Apply
Senior Citizen Savings Scheme Apply
अगर आप रिटायर्ड हैं तो पोस्ट ऑफिस में चलाई जाने वाली सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम ( Senior Citizen Savings Scheme ) आपके लिए ज्यादा फायदेमंद और बेहतर है ! अपनी जीवन भर की कमाई को ऐसी जगह निवेश करने की सलाह दी जाती है ! जो सुरक्षित हो और मुनाफा दे ! एससीएसएस ( SCSS ) में खाता खुलवाने के लिए उम्र 60 साल होनी चाहिए ! इस योजना में केवल 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोग ही खाता खुलवा सकते हैं ! इसके अलावा जिन लोगों ने वीआरएस स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना ले रखी है वे लोग भी इस योजना में खाता खुलवा सकते हैं !
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना : Senior Citizen Savings Scheme Apply
अगर आप अपने लिए निवेश करने की योजना बना रहे हैं ! और आपके जीवनसाथी की उम्र 60 वर्ष से अधिक है ! तो आप दोनों मिलकर वरिष्ठ नागरिक एससीएसएस ( SCSS ) में निवेश कर सकते हैं ! आप बिना किसी जोखिम के इन योजनाओं में अपना पैसा निवेश कर सकते हैं ! इस योजना की अवधि 3 वर्ष की है। साथ ही आप खाता क्या हैं? इसे 3 साल के लिए और भी बढ़ा सकते हैं ! इन दोनों स्कीम्स पर सालाना 7.4 फीसदी का रिटर्न मिलता है ! सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम ( Senior Citizen Savings Scheme ) में आपको तिमाही में ही ब्याज मिलता है ! इसलिए आपको मासिक खर्चों का प्रबंधन करना होगा !
पांच साल में 14 लाख से ज्यादा मिलेंगे : Senior Citizen Savings Scheme Apply
अगर आप सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम ( Senior Citizen Savings Scheme ) में 10 लाख रुपये का एकमुश्त निवेश करते हैं ! तो 5 साल बाद 7.4 फीसदी कंपाउंडिं सालाना ब्याज दर यानी मैच्योरिटी पर खाता क्या हैं? निवेशकों को कुल रकम 14,28,964 रुपये हो जाएगी ! यहां आपको 4,28,964 रुपये का फायदा ब्याज के रूप में मिल रहा है।
1000 रूपए से खाता खुलवाए
इससीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम ( Senior Citizen Savings Scheme ) में खाता खोलने के लिए न्यूनतम राशि 1000 रुपये है ! इसके अलावा आप इस खाते में 15 लाख रुपये से अधिक नहीं रख सकते हैं ! इसके अलावा अगर आपका खाता एससीएसएस ( SCSS ) खाता क्या हैं? खोलने की राशि एक लाख रुपए से कम है ! तो आप नकद भुगतान कर भी खाता खोल सकते हैं ! वहीं, एक लाख रुपए से ज्यादा का खाता खुलवाने के लिए आपको चेक देना होगा !
अधिकतम 15 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं
अगर आपने सोचा है कि आपको एससीएसएस ( SCSS ) योजना में निवेश करना है ! तो आप इस योजना में 1,000 रुपये से निवेश शुरू कर सकते खाता क्या हैं? हैं ! वहीं अगर मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट की बात करें ! इस योजना में अधिकतम 15 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है ! इस योजना की परिपक्वता का समय यह 5 साल का होता है ! अगर जमाकर्ता चाहे तो जब मैच्योरिटी पीरियड पूरा हो जाए ! उसके बाद खाते की अवधि को 3 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है ! लेकिन विस्तार का यह विकल्प केवल एक बार के लिए ही उपलब्ध है ! वर्तमान में जो सिटीजन सेविंग्स स्कीम ( Senior Citizen Savings Scheme ) है ! इस पर 7.6 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. पहले इसकी ब्याज दरें 7.4 फीसदी थीं ! लेकिन 1 अक्टूबर से नई ब्याज दरें प्रभावी हैं !
खाता खोलने की प्रक्रिया क्या है
अगर आप इससिटीजन सेविंग्स स्कीम ( Senior Citizen Savings Scheme ) में खाता खुलवाना चाहते हैं ! तो इसके लिए आप किसी भी डाकघर या निजी या सरकारी बैंक से यह एससीएसएस ( SCSS ) खाता खुलवाने के लिए फॉर्म ले सकते हैं ! और उस फॉर्म को आपको पूरा भरना होगा ! इसके साथ ही आपको दो पासपोर्ट साइज फोटो, पहचान प्रमाण और अन्य केवाईसी दस्तावेजों की प्रतियों के साथ यह फॉर्म जमा करना होगा ! यदि आप बैंक में खाता खोलते हैं ! तो इसका एक लाभ यह है कि जमा ब्याज को बैंक शाखा में जमाकर्ता के बचत बैंक खाते में जमा किया जा सकता है ! खाता विवरण जो जमाकर्ताओं को डाक या ईमेल के माध्यम से भेजे जाते हैं !
EPFO News : EPFO के इस नियम से खुश हो गए कर्मचारी, अब खाता बंद होने के बाद भी मिलेगा ब्याज, आइये जानते हैं
HR Breaking News, New Delhi : देश में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के तहत करोड़ों खाताधारक जुड़े हुए हैं. पीएफ खाते के तहत कर्मचारियों को हर साल ब्याज दिया जाता है. अभी केंद्र सरकार (Central Employees) की ओर से 8.1 प्रतिशत का ब्याज दिया जा रहा है. ब्याज का पैसा उन्हीं खातों के तहत जारी किया जाता है, जो अभी एक्टिव हैं (epfo login), लेकिन क्या आपको पता है कि अगर आपका ईपीएफ खाता डिएक्टिवेट हो चुका है, तो भी उसपर ब्याज मिलेगा?
इसकी जानकारी से पहले आपको ईपीएफ के बारे में जानना चाहिए. ईपीएफ अकाउंट (EPF Account) यानी पीएफ खाता नौकरीपेशा लोगों के लिए खोला जाता है, जिसपर कंपनी और कर्मचारी दोनों खाता क्या हैं? की ओर से समान योगदान दिया जाता है. इसमें जमा पैसे पर सरकार की ओर ब्याज दिया जाता है. इमरजेंसी के समय पर ईपीएफ खाते से पैसा निकाला जा सकता है. हालांकि अगर आप बीच में इस खाते से पैसा नहीं निकालते हैं, तो रिटायरमेंट के समय में आप एक अच्छा फंड जुटा सकते हैं.
क्या बंद हुए पीएफ अकाउंट पर भी मिलेगा ब्याज
अगर आप ईपीएफ खाताधारक हैं, तो आपको ब्याज हर साल दिया जाएगा. हालांकि वित्त वर्ष 2013 में एक फैसला लिया गया था कि अगर किसी सदस्य ने तीन साल के लिए ईपीएफ में योगदान नहीं दिया है, तो उसके ब्याज का पैसा रोक लिया जाए, लेकिन इस फैसले को 2016 में वापस ले लिया गया था. इसका मतलब है कि सभी अकाउंट पर ब्याज का भुगतान किया जाएगा.
कब-कब ईपीएफ खाते में ब्याज नहीं मिलेगा
अगर अकाउंट से पूरा पैसा निकाल लिया गया है और उसका उपयोग नहीं किया जा रहा है तो उसपर ब्याज का भुगतान नहीं किया जाएगा. वहीं अगर ईपीएफ अकाउंट के रिटायमेंट की अवधि पूरी हो चुकी है तो भी ब्याज नहीं दिया जाएगा. साथ ही अकाउंट होल्डर्स की आयु 58 वर्ष और ईपीएफ का बैलेंस लंबे समय से नहीं लिकाला गया है तो ब्याज की राशि नहीं दी जाएगी.
Around the web
Latest
Featured
You may like
About Us
HR Breaking News Network – A digital news platform that will give you all the news of Haryana which is necessary for you. You will bring all the news related to your life which affects your life. From the political corridors to the discussion of the: Village Chaupal, from the farm barn to the ration shop, from the street games to playground, from the city’s hospital to your health issue , there will be news of you. In the country, your health to health insurance updates, kitchen or self care, dressing or dieting, election or nook meeting, entertainment or serious crime, from small kitchen gadgets to mobile and advance technology, by joining us you will be able to stay up to date.
बचत खाता क्या है? Saving Account खुलवाने के फायदे |
बैंक में अकाउंट ओपनिंग का फॉर्म भरते समय दो टाइप का आप्शन मिलता है सेविंग अकाउंट और करंट अकाउंट का जिसमें से आपको खुद आप्शन सेलेक्ट करना होगा | आपको पहले से तय करके बैंक में जाना होगा की आपको किस टाइप का अकाउंट Open करना है | आइये पोस्ट में जानते है Saving Account क्या है? व्हाट इज सेविंग अकाउंट इन हिंदी |
बचत खाता (Bachat Khata) क्या होता है?
Saving Account को ही बचत खाता कहते है | खाता खुलवाने के बाद आप अपने खर्च के अलांवा बचत राशि को खाते में जमा कर सकते है | कहने का मतलब थोड़ी-थोड़ी पैसे को जमा करने की प्रक्रिया को बचत कहते है |
जब आप अपने खाते में पैसे जमा करेंगे तो बचत किये गए राशि पर ब्याज भी मिलता है | यह ब्याज 4% से 7 % भी हो सकता है | आज के समय में बचत खाते खुलवाते समय अलग – अलग बैंको का नियम कुछ अलग हो सकता है |
खाता खुलवाते समय खाते में कम से कम 1000 रुपये से 10000 रुपये जमा जोना चाहिए | इसके बाद आप अपने बचत किये गए पैसे को खाते में Save करके रख सकते है | (इसे भी पढ़ें कॉल रिकॉर्डिंग कैसे करें? जिओ फोन 2021 में)
बैंको द्वारा ग्राहक को कितना ब्याज मिलता है?
प्रत्येक बैंक अपने ग्राहक को हर साल इंटरेस्ट देती है | यह इंटरेस्ट जमा किये गए रकम के अनुसार मिलता है | बैंक अपना इंटरेस्ट 4% से 7 % तक देती है | परन्तु यह ब्याज नियमो के अनुसार घट या बढ़ सकता है |
अगर कोई बैंक ज्यादा ब्याज देती है तो उनके शर्ते भी होतें है कि आपको न्यूनतम बैलेंस 10000 रखना अनिवार्य है और वो गैर सरकारी बैंक होगी |
Saving Account में पैसे जमा करने की लिमिट
बहुते लोगो के मान में इस तरह का सवाल होता है की आखिर बैंक में कितना पैसे जमा कर सकते है | क्या अधिक पैसे रखने पर अतिरिक्त शुल्क देने होंगे?
ये सवाल बहुत Important है क्यूंकि ग्राहक को यह पता होना चाहिए की बैंक में पैसे जमा करने की कोई लिमिट नहीं है | आप जितना चाहे उतना रुपये जमा कर सकते है | पर ध्यान देने की बात तब आती है जब आप वार्षिक ढाई लाख से अधिक रकम जमा करते है |
ढाई लाख से ज्यादा रकम कमाई करने पर आपको Itr Filled करना होगा | इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को यह बताना होता है की आप कितना रकम कमाई कर रहे हो | वर्ना आपको नोटिस कभी भी मिल सकती है | (इसे भी पढ़ें Signal App क्या है? 2021 में सिगनल एप का यूज whatsapp की तरह यूज कैसे करें !)
बचत खाता कैसे खोलें?
बचत खाता यानि की सेविंग अकाउंट ओपनिंग करने के लिए आपके पास कुछ जरुरी डाक्यूमेंट्स होना जरुरी है | इन डॉक्यूमेंट को लेकर बैंक शाखा में जाएँ और कहना है की आपको अकाउंट Open कराना है | (इसे भी पढ़ें Google Assistant क्या है? गूगल असिस्टेंट फोन में on कैसे करें इन हिंदी)
डॉक्यूमेंट:-
एड्रेस प्रूफ:- आधार कार्ड/ वोटर कार्ड/ ड्राइविंग लाइसेंस/ पासपोर्ट इत्यादि |
आइडेंटिटी कार्ड:- पैन कार्ड
कलर फोटो:- दो कलर फोटो होना अनिवार्य है | कुछ बैंक में कलर फोटो फॉर्म पर लगाने के लिए दो से अधिक लग सकता है |
मोबाइल नंबर:- खाता में पंजीकरण करने के लिए मोबाइल नंबर की जरुरत होती है |
Conclusion
Websitehindi के इस पोस्ट में बचत खाता क्या है? कैसे खुलवाए के बारे में सरल जानकारियां शेयर किया गया है | मुझे उम्मीद है आपको यह पोस्ट पसंद आयी होगी |
अगर आपको Saving Account Kya Hai आर्टिकल पसंद आये तो दोस्तों के पास शेयर करें | इसे रिलेटेड हेल्पफुल पोस्ट पढने के लिए अन्य पोस्ट रीड करें |
ग्राहकों को पैसा उधार देने वाले बैंक खुद भी सामना करते हैं कई तरह के जोखिमों का, क्या आप जानते हैं इनके बारे में
Zee खाता क्या हैं? Business हिंदी 1 दिन पहले ज़ीबिज़ वेब टीम
कहते हैं रिस्क लेने का रिवॉर्ड होता है बाद में मिलने वाला मुनाफा. बैंकिंग इंडस्ट्री के लिए ये बात पूरी तरह से सार्थक होती है. क्योंकि बैंक सबसे ज्यादा रिस्क से एक्स्पोज होते हैं. एक सक्सेसफुल बैंकर वही है जो इन रिस्क को कम करते हुए अच्छे रिटर्न्स हासिल करने तरीके ढूंढ सकें. रिस्क को कम तभी किया जा सकता है जब बैंकों की रिस्क के बारे में जानकारी ठीक तरह से हो. रिस्क क्या हैं और क्यों सामने आ रही हैं इनके कारण पता हों. आइये जानते हैं ऐसे जोखिमों के बारे में जिनका सामना बैंकों द्वारा आए दिन किया जाता है.
1. क्रेडिट रिस्क
क्रेडिट रिस्क ज्यादातर बैंकों के सामने borrower द्वारा लोन लेकर उनके रीपेमेंट न करने की रिस्क के कारण ही होती है. हालांकि इसमें बड़ा हिस्सा ऐसी पेमेंट का होता है जिन्हें लौटाया नहीं गया तो वहीं बैंक देर से पेमेंट होने वाले मामलों को भी इसमें शामिल खाता क्या हैं? कर लेते हैं. इस तरह के मामले ज्यादातर कस्टमर के इन्सोल्वेंट होने के कारण होते हैं. ऐसा न हों इसके लिए बैंक पहले से तैयार रहते हैं, बैंक लोन देने से पहले कस्टमर के वर्क प्रोफाइल और इनकम की पूरी जांच करते हैं. ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि ये कस्टमर लंबे समय तक इनकम अर्न करता रहेगा. और डीफॉल्ट नहीं होगा. इसके लिए क्रेडिट रेटिंग एजेंसी बेहद काम में आती हैं.
2. मार्केट रिस्क
बैंक बड़े रूप से मार्केट रिस्क से भी डील करते हैं. जैसे कि अगर बैंक ने बड़े अमाउंट में इक्विटी होल्ड किया हुआ है तो बैंक इक्विटी रिस्क का समाना करते हैं. इसी तरह बैंक फॉरेन एक्सचेंज होल्ड खाता क्या हैं? करते हैं जिसकी वजह से उन्हें फोरेक्स रिस्क का भी सामना करना पड़ता है. इसके अलावा बैंक कमोडिटी जैसे गोल्ड, सिल्वर और रियल स्टेट के खिलाफ पैसा भी देते हैं. जिसकी वजह से बैंक कमोडिटी रिस्क से भी एक्स्पोज हो जाते हैं.
3. ऑपरेशनल रिस्क
बैंक रोजाना बड़े स्केल पर सर्विस प्रोवाइड करते हैं. शहर हों देश-विदेश हो पैसों का आदान-प्रदान और कई तरह की सर्विस का एक्सचेंज रोजाना होता है. ऐसे में बैंकों के सामने ऑपरेशनल रिस्क का खतरा रोजाना होता है. इसका उदाहरण है, जैसे कि गलत कस्टमर के अकाउंट में पैसा चला जाना. या फिर किसी कस्टमर का पैसा फंस जाना. इस तरह के ऑपरेशनल रिस्क बैंक बड़े स्केल पर सामना करता है. इसके अलावा भी बैंकों को नैतिक जोखिमों, लिक्विडिटी रिस्क, बैंकों की प्रतिष्ठा से जुड़े कई जोखिमों का भी सामना करना पड़ता है.