शेयर के प्राइस पर वॉल्यूम का क्या प्रभाव पड़ता है?

वॉल्यूम कई निवेशकों को शेयर बाजार में रुझानों और पैटर्न का एनालिसिस करने में मदद करता है। चाहे कोई निवेशक पूरे शेयर बाजार की बात कर रहा हो या किसी इंडिविजुअल स्टॉक के शेयरों की, मात्रा की जानकारी कहीं भी मिल सकती है।
Share Market Update: दिवाली से पहले 18,600 का लेवल छू सकता है निफ्टी!
By: ABP Live | Updated at : 24 Sep 2022 08:10 AM (IST)
स्टॉक मार्केट ( Image Source : Getty )
Stock Market Update: फेड रिजर्व के 3.25 फीसदी तक ब्याज दरें बढ़ाने के बाद माना जा रहा है 115 बेसिस प्वाइंट फेड और ब्याज दरें बढ़ा सकता है. महंगाई पर काबू पाने के लिए ऐसा किया जा रहा है. लेकिन केवल मॉनिटरी पॉलिसी के जरिए महंगाई कम नहीं किया जा सकता है. फेड 2025 तक 2 फीसदी महंगाई दर का लक्ष्य लेकर चल रहा है. ये बयान बताने के लिए काफी है कि अमेरिका में कोई मंदी नहीं है. क्योंकि मंदी होती तो महंगाई दर 2 फीसदी के लेवल पर फौरन आ जाती 2025 तक इंतजार नहीं करना पड़ता. आपको महंगाई के साथ जीना सीखना होगा और मंदी की बात मौके का फायदा उठाने के लिए किया जा रहा है.
फेड ऐसा नहीं करता तो विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के 90,000 करोड़ रुपये के निवेश के बाद निफ्टी 21,000 पर होता. सच तो ये है कि फेड रिजर्व भी मंदी की बात नहीं कर रहा है. अर्थशास्त्री भी मानते होंगे कि महंगाई पर नकेल कसने के लिए ब्याज दरें बढ़ाना सही तरीका नहीं है. नगदी ही सबसे ज्यादा प्रभाव डालती है. कमोडिटी ही मंदी की सही पहचान है. अगर जेएसडब्ल्यू, टाटा स्टील, जिंदल और अडानी विस्तार करना या अधिग्रहण छोड़ दें तो मैं मंदी की चिंता करना शुरू कर दूंगा. मैंनै स्टील सेक्टर में विस्तार को लेकर पहले बात की है. दूसरा सेक्टर सीमेंट है. अडानी के अंबुजा सीमेंट और एसीसी के अधिग्रहण और अल्ट्राटेक को पीछे छोड़ने की ललक से साफ स्पष्ट है कि सीमेंट सबसे बेहतरीन सेक्टर है.
Volume in Share Market: शेयर मार्केट में वॉल्यूम क्या है? ट्रेडिंग के लिए यह जरूरी इंडिकेटर क्यों है?
Volume in Share Market: शेयर बाजार में वॉल्यूम बड़े ही काम का इंडिकेटर होता है, यह बाजार के रुझानों को समझने में मदद करता है, लेकिन ज्यादातर ट्रेडर ट्रेड प्लेस करते समय वॉल्यूम की अनदेखी कर देते है। तो आइए यहां जानते है ट्रेडिंग वॉल्यूम क्या है? (शेयर के प्राइस पर वॉल्यूम का क्या प्रभाव पड़ता है? What is Trading Volume in Hindi)
Volume in Share Market: शेयर मार्केट के वॉल्यूम सबसे जरूरी शेयर के प्राइस पर वॉल्यूम का क्या प्रभाव पड़ता है? शेयर के प्राइस पर वॉल्यूम का क्या प्रभाव पड़ता है? इंडिकेटर में से एक है। ज्यातदर ट्रेडर अन्य पैरामीटर पर ध्यान तो देते है लेकिन ट्रेड प्लेस करते समय वॉल्यूम की अनदेखी कर देते है। लेकिन यह बहुत ही जरूरी इंडिकेटर है। इसलिए शेयर के प्राइस पर वॉल्यूम का क्या प्रभाव पड़ता है? इस पोस्ट में हम बात करेंगे कि शेयर बाजार में वॉल्यूम क्या है? (What is Volume in Share Market?)
Multibagger Penny Stock: दो लाख लगाने वाले बने करोड़पति, साढ़े पांच साल में 54 गुना चढ़ा ये पेनी स्टॉक
aajtak.in
- नई दिल्ली,
- 31 अगस्त 2022,
- (अपडेटेड 31 अगस्त 2022, 10:05 AM IST)
करीब एक साल से दुनिया भर के शेयर बाजार (Share Market) प्रेशर में हैं. पिछले साल अक्टूबर-नवंबर में पीक पर पहुंचने के बाद बाजार को अभी तक कई झटकों का सामना करना पड़ा है. रूस-यूक्रेन जंग (Russia Ukraine War), दशकों की सबसे ज्यादा महंगाई (Decade High Inflation), लगातार बढ़ते ब्याज दर (Rising Interest Rates), आर्थिक मंदी का शेयर के प्राइस पर वॉल्यूम का क्या प्रभाव पड़ता है? खतरा (Global Recession Fears), चीन-ताइवान संकट (China Taiwan Crisis) आदि ने बाजार को प्रभावित किया है. हालांकि इसके बाद भी कई स्टॉक्स ने अपने इन्वेस्टर्स को जबरदस्त रिटर्न दिया है. सिंधु ट्रेड लिंक्स (Sindhu Trade Links Limited) भी एक ऐसा ही स्टॉक है, जिसने पिछले एक साल के दौरान अपने इन्वेस्टर्स के पैसे को कई गुना बना दिया है.
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तीन साल में 834 फीसदी की छलांग
आज बुधवार को घरेलू बाजार में गणेश चतुर्थी के उपलक्ष्य में कारोबार बंद है. इससे पहले मंगलवार को बीएसई पर यह स्टॉक मजबूती के साथ 30.30 रुपये शेयर के प्राइस पर वॉल्यूम का क्या प्रभाव पड़ता है? पर बंद हुआ. हालांकि बीते 05 दिनों के दौरान इसके भाव में 9.51 फीसदी की गिरावट आई है. मंगलवार को बीएसई पर इसके 9,753 शेयरों की ट्रेडिंग हुई, जिससे 2.90 लाख रुपये का टर्नओवर जेनरेट हुआ. फिलहाल सिंधु ट्रेड लिंक्स का मार्केट कैप बीएसई पर 4,शेयर के प्राइस पर वॉल्यूम का क्या प्रभाव पड़ता है? 672 करोड़ रुपये है. इस साल की बात करें तो सिंधु ट्रेड लिंक्स का स्टॉक 22 फीसदी के फायदे में है, जबकि बीते तीन साल के दौरान इसके भाव में 834 फीसदी की तेजी आई है. यह स्टॉक फरवरी 2017 में बाजार में लिस्ट हुआ था. तब इसका भाव महज 56 पैसे था. इसका मतलब हुआ कि इसने शेयर बाजार में अब तक 54 गुना से ज्यादा की छलांग लगाई है. अगर कोई इन्वेस्टर साढ़े पांच साल पहले इसमें महज 02 लाख रुपये लगाता तो आज उसकी गिनती करोड़पतियों में होती.
Stock Tips : तेल मार्केटिंग कंपनियों के शेयरों में मुनाफे का मौका, जानिए कहां कितना होगा फायदा
तेल मार्केटिंग कंपनियों ने भले ही पिछले कुछ दिनों के दौरान पेट्रोल और डीजल के दाम में कटौती की है लेकिन मई और जून में शेयर के प्राइस पर वॉल्यूम का क्या प्रभाव पड़ता है? फ्यूल कीमतों में 16 बार बढ़ोतरी की गई थी. अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल के दाम गिर कर 70 डॉलर प्रति बैरल तक आ गए हैं. इसके साथ ही जुलाई में पेट्रोल और डीजल के दाम में 40 पैसे से लेकर एक रुपया प्रति लीटर की कटौती की गई है. लेकिन तेल कंपनियों की कमाई और मुनाफे में आगे बढ़ोतरी की संभावना दिख रही है. लिहाजा रिसर्च और ब्रोकरेज फर्म Emkay Global Financial Services ने BPCL, GAIL, Gulf Oil Lubricants, IGL, IOCL, शेयर के प्राइस पर वॉल्यूम का क्या प्रभाव पड़ता है? ONGC और Petronet LNG के शेयरों में मौजूदा लेवल से 38 फीसदी रैली की संभावना जताई है.
Gulf Oil Lubricants
Emkay के मुताबिक इसके शेयरों में कम से कम 35 फीसदी की बढ़ोतरी हो शेयर के प्राइस पर वॉल्यूम का क्या प्रभाव पड़ता है? सकती है इसका टारगेट मूल्य 800 रुपये है. फिलहाल यह 591 रुपये पर ट्रेड कर रहा है.
इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड के शेयरों में 21 फीसदी की बढ़त हो सकती है. फिलहाल इसकी मौजूदा कीमत 524.60 रुपये है. यह शेयर 635 रुपये तक जा सकता है.
इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के शेयरों में 27 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है और यह 135 रुपये प्रति शेयर तक जा सकता है.
ओएनजीसी का टारगेट प्राइस 140 रखा गया है. यह मौजूदा लेवल से 21 फीसदी तक आगे बढ़ सकता है.
Petronet LNG
Petronet LNG के शेयर 18 फीसदी तक बढ़ सकते हैं. इसका टारगेट मूल्य 270 रुपये रखा गया है.
(Article: Surabhi Jain)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)
Paytm Share Price : पेटीएम के शेयर में भारी गिरावट
पेमेंट प्लेटफॉर्म पेटीएम (Paytm Share Price) के मालिक वन 97 कम्युनिकेशंस के शेयर सोमवार को सुबह के कारोबार में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंचने के लिए 13 प्रतिशत से अधिक गिर गए l यह वजह तब सामने आई जब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को पेटीएम पेमेंट्स बैंक में नए शेयर के प्राइस पर वॉल्यूम का क्या प्रभाव पड़ता है? ग्राहकों को शामिल करना बंद करने का निर्देश दिया। तत्काल प्रभाव और “सामग्री पर्यवेक्षी चिंताओं” का हवाला देते हुए अपनी आईटी प्रणाली का एक व्यापक लेखा परीक्षा आयोजित की गई।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर स्टॉक 13.30 प्रतिशत गिरकर 672.00 रुपये प्रति शेयर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया, जबकि बीएसई पर, यह 13.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 672.10 रुपये के निचले स्तर को छू गया।
शेयर इंडिया के रिसर्च हेड का बयान
शेयर इंडिया सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड और वाइस प्रेसिडेंट रवि सिंह ने गिरावट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “पेटीएम द्वारा हाल ही में अपने प्रौद्योगिकी सिस्टम में संभावित अंतराल के कारण नए ग्राहकों को जोड़ने पर प्रतिबंध निश्चित रूप से व्यावसायिक भावनाओं को आहत करने वाला है।
हालाँकि, पेटीएम ने पहले ही भुगतान बैंक में एक बहुत बड़े ग्राहक आधार को शामिल कर लिया है l लेकिन प्रतिबंध एक छोटे वित्त बैंक में अपग्रेड करने की उनकी संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है। स्टॉक में अधिक बिकवाली का दबाव देखने को मिल सकता है और मध्यम अवधि में यह 500 रुपये के स्तर को छू सकता है।
उन्होंने आगे कहा कि “समग्र बाजार सुधार मोड में है। Zomato, Nykaa, या Paytm जैसे नए जमाने के इंटरनेट स्टॉक भी बड़े पैमाने पर बिकने के दबाव का सामना कर रहे हैं। यह कुछ और कारोबारी सत्रों के लिए जारी रह सकता है। हालांकि, अगर इन शेयरों में 3-5 फीसदी की और गिरावट आती है तो खरीदारी का मौका मिल सकता है। लंबी अवधि को देखते हुए निवेशक नई एंट्री ले सकते हैं।
न्यूज़
Sidhu moose wala mastermind: लॉरेंस बिश्नोई दल का एक सदस्य, गोल्डी बराड़ हाल ही में Canada से अमेरिका चला गया शेयर के प्राइस पर वॉल्यूम का क्या प्रभाव पड़ता है? था, यह दावा करते हुए कि मई में Singer की हत्या के बाद वह बहुत खतरे में था।
मई में पंजाबी Singer Sidhu Moose Wala की हत्या के Mastermind गैंगस्टर गोल्डी बराड़ को अमेरिका में Custody में लिया गया है लॉरेंस बिश्नोई दल का एक सदस्य, गोल्डी बराड़ हाल ही में Canada से अमेरिका चला गया था, वहा वह 2017 से रह रहा था।
गैंगस्टर को 20 नवंबर के आसपास California में हिरासत में लिया गया था, उन्होंने कहा कि भारत सरकार को अभी तक California से कोई Official Statement नहीं मिला है।
Facebook पोस्ट में Singer Sidhu Moose Wala की हत्या के मालिक बराड़ उन पर दवाब होने के कारण अमेरिका चले गए। वह Fresno शहर में रह रहा था और उसके सुरक्षित घर के रूप में Sacramento, Frizo और साल्ट लेक जैसे शहर थे।