ट्रेडिंग के प्रकार

डियर पाठक ट्रेडिंग का सीधा सीधा मतलब है व्यापार करना कम भाव में खरीदना अधिक भाव में बेचना इसे ही ट्रेडिंग कहते हैं आशा करते हैं, Trading Meaning in Hindi आर्टिकल आपको पसंद आया होगा और अगर आप स्टॉक मार्केट सीखना चाहते हैं तो स्टॉक पत्रिका को सब्सक्राइब करें। और इस लेख को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर अवश्य शेयर करें
Trading in Hindi | ट्रेडिंग कैसे सीखें | ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?
Trading क्या होती है और कैसे की जाती है? अगर आपके मन में भी सवाल है तो आपको आज बहुत मज़ा आने वाला है क्योंकि आज हम ट्रेडिंग से जुड़ी सभी जानकारी आपके साथ शेयर करने वाले हैं। हम जानेंगे कैसे दुनिया में लोग मात्र एक दिन में ट्रेडिंग से हज़ारों रूपये कमा लेते हैं और आप ऐसा कैसे कर सकते हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया के 100 सबसे अमीर आदमियों की लिस्ट में 2 ट्रेडर भी शामिल है जिन्होंने ट्रेडिंग के प्रकार अपनी ट्रेडिंग कला के बल पर बेशुमार दौलत इकट्ठा की है। हालाँकि ऐसे भी लाखों उदाहरण हैं जहाँ ट्रेडिंग ने लोगो को डुबो दिया । ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उन्होंने ट्रेडिंग साइकोलॉजी से जुड़ी किताबें नहीं पढ़ी थी।
मार्किट लोगों के मूड से चलता है और अगर आपको पब्लिक के मन का नहीं पता तो आप एक सफल ट्रेडर नहीं बन पाओगे इसलिए पहले शेयर मार्किट की बेस्ट किताबें पढ़कर ज्ञान अर्जित करें और उसके बाद ही ट्रेडिंग करना शुरू करें।
Trading मीनिंग इन हिंदी
आसान हिंदी भाषा में ट्रेडिंग का मतलब होता है ‘व्यापर’ या ‘लेनदेन’। अब व्यापार तो वैसे किसी भी चीज़ का हो सकता है लेकिन क्योंकि हम यहाँ शेयर मार्किट की बात कर रहे हैं तो यहाँ ट्रेडिंग का मतलब है शेयर खरीदने और बेचने की प्रक्रिया।
जब आप किसी कंपनी के शेयर को कम दाम पर खरीदते हैं और कुछ मिनट, घंटे, या दिनों बाद उस शेयर की कीमत बढ़ जाने के बाद ज़्यादा दाम पर बेचते हैं तो इसी को हम सफल ट्रेडिंग कहते हैं। एक ट्रेडर को सफल तभी कहा जा सकता है जब वह कोई भी शेयर मुनाफे के साथ बेचे अन्यथा अपना नुकसान तो वे लोग भी करते हैं जिन्हे ट्रेडिंग का T भी नहीं पता।
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं?
अब जैसा की हमने आपसे ट्रेडिंग की परिभाषा में कहा की आप किसी शेयर को कुछ मिनटों से लेकर हफ्ते भर तक होल्ड कर सकते है। उसी समय अवधि के अनुसार ट्रेडिंग को मुख्य रूप से दो प्रकार में विभाजित किया गया है:
इंट्राडे ट्रेडिंग(Intraday Trading):
इंट्राडे का हिंदी में मतलब है ‘दिन के अंदर’। जब आप किसी शेयर को एक ही दिन में खरीदते और मार्किट बंद होने से पहले बेच देते हैं तो उस प्रकार की ट्रेडिंग को इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है। इसमें आपको सुबह मार्किट खुलते ही पोजीशन बनानी होती है क्योंकि अच्छे मौके सुबह ही मिलते हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग का ही एक और ट्रेडिंग के प्रकार टाइप होता है जिसे हम कहते है स्कल्पिंग(Scalping) जिसमे मार्किट खुलने के एक घंटे के अंदर ही शेयर का खरीदना और बेचना दोनों हो जाता है।
स्विंग ट्रेडिंग(Swing Trading)
स्विंग का हिंदी में मतलब होता है ‘झूलना’ और ट्रेडिंग जगत में भी इसका मतलब होता है किसी शेयर को एक से ज़्यादा ट्रेडिंग सेशन तक पकड़ के रखना और कुछ दिन या हफ़्तों बाद बेचना। हम ऐसा कह सकते है कि आपको एक शेयर लेकर कुछ दिनों या हफ़्तों तक झूलना है और जब उसकी कीमत आपके मुताबिक बढ़ जाये तो उसे बेच देना है। अब क्योंकि स्विंग Trading में हम एक दिन से ज़्यादा शेयर को होल्ड करते हैं इसे हम डिलीवरी(Delivery) ट्रेडिंग भी कहते है।
ट्रेडिंग क्या है? (Trading in Hindi)
Trading Meaning in Hindi – ट्रेडिंग का मतलब होता है व्यापार या कारोबार अगर इसको सिंपल भाषा में समझने का प्रयास करें तो ट्रेडिंग का मतलब होता है किसी वस्तु या सेवाओं को कम भाव में खरीदना और अधिक भाव में बेचने की उम्मीद रखना इसे ही ट्रेडिंग कहते हैं।
चलिए इसे हम थोड़ा विस्तार से उदाहरण के माध्यम से समझते हैं, ताकि आपको ट्रेडिंग का मतलब अच्छी तरह से समझ में आ जाए।
जैसे कि हमारे आपके घर के पास में फेरीवाले कुछ ना कुछ सामान बेचने आते हैं, उदाहरण के लिए कोई फेरीवाला प्लास्टिक के बर्तन बेचता है, तो उसका मतलब यह है कि वह प्लास्टिक की ट्रेडिंग करने का व्यापार करता है यानी कि वह प्लास्टिक का कारोबार करता है।
वह मार्केट से होलसेल में सामान खरीदना है जो उसे डिस्ट्रीब्यूटर प्राइस पर मिल जाते हैं यानी कि कम दामों में खरीद कर आपके घर तक अधिक दामों में बेचता है।
शेयर ट्रेडिंग के प्रकार (Types of Stock Trading in Hindi)
मुख्यतः ट्रेडिंग के पांच प्रकार होते हैं जो निम्नलिखित हैं।
- इंट्राडे ट्रेडिंग
- पोजीशनल ट्रेडिंग
- स्कैल्पिंग ट्रेडिंग
- लॉन्ग टर्म ट्रेडिंग
- स्विंग ट्रेडिंग
1⃣ इंट्राडे ट्रेडिंग क्या होती है
जब इन्वेस्टर स्टॉक मार्केट में एक दिन के अन्दर ही शेयर को खरीदते और बेचते हैं उसे Intraday Trading कहते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग को निवेशक स्टॉक मार्केट के खुलने से लेकर बंद होने के बीच में कर सकते हैं.
इंट्राडे ट्रेडिंग का टाइम: भारतीय स्टॉक मार्केट मवार से शुक्रवार तक सुबह 9:15 से लेकर दोपहर 3:30 तक खुला रहता है और सभी Holidays में बंद रहता है. अतः आप Intraday Trading सुबह 9:15 से लेकर दोपहर 3:15 बजे तक कर सकते हैं।
2⃣ पोजीशनल ट्रेडिंग किसे कहते हैं?
पोजिशनल ट्रेडिंग एक ऐसी रणनीति है जहां ट्रेडर, स्टॉक्स को एक लम्बे समय तक होल्ड करके रख सकता है। इस सेगमेंट में आप शेयर को कुछ हफ़्तों, कुछ महीनों और ज्यादा से ज्यादा 1 साल तक अपने डीमैट खाते में होल्ड करके रख सकते हैं और फिर उन्हें बेच कर प्रॉफिट कमा सकते हैं।
ट्रेडिंग कैसे करें
ट्रेडिंग करना बहुत ही सिंपल कार्य है। ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट यानी डिमैट अकाउंट होना बहुत जरूरी है। क्योंकि इनके बिना आप ट्रेडिंग नहीं कर सकते, अगर आपके पास डीमेट है, तो अब ट्रेडिंग के प्रकार आपको ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से शेयर मार्केट से शेयर को कम दामों में खरीदना है, और उस शेयर की कीमत बढ़ जाने पर उसे ज्यादा दाम में बेच कर मुनाफा कमाना है इसी तरह हम ट्रेडिंग करते हैं।
NOTE :- ट्रेडिंग करने से पहले आपको स्टॉक मार्केट की नॉलेज लेनी है यानी कि मार्केट को सीखना है वरना स्टॉक मार्केट में आप पैसा कमाने की जगह पैसा गवाँ सकते हैं। क्योंकि शेयर मार्केट पूरी तरह से जोखिम भरा है यहां पर अगर आप सीख कर नहीं आओगे तो 100% आप फेल हो जाओगे और फिर मार्केट को गलत ठहरा दोगे इसलिए हमारी सलाह है कि आप मार्केट में बिना सीखें पैसे कमाने की बिल्कुल ना सोचे।
स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे करते हैं
आपको बता दें कि शेयर मार्केट में इन्वेस्टर Intraday, Scalping और Swing आदि Trading कर सकते है यह सब स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग करने के तरीके है जिनका उपयोग करके स्टॉक मार्केट में शेयर को खरीद व बेच कर प्रॉफिट कमाते है। इसके लिए निवेशको को एक ट्रेडिंग Technique को चुनना होता है जैसे की इंट्राडे, स्काल्पिंग और स्विंग ट्रेडिंग फिर इन ट्रेडिंग के नियमों का पालन करना होता है।
अगर निवेशक सभी नियमों का पालन करता है और Technique को Follow करता है, तो रोज स्टॉक मार्केट से प्रॉफिट ले सकता है, इन ट्रेडिंग की Technique का उपयोग करके। बस निवेशक पास एक Demat Account या Trading Account होना चाहिए जिनकी मदद से वह Stock Exchange में से शेयर को खरीद सके और बेच सके।
शेयर बाजार में चाहते हैं पैसा कमाना तो इन 5 पसंदीदा ट्रेडिंग रणनीतियों के बारे में आपको होगा जानना
ट्रेडर्स चाहें तो हर प्रकार की ट्रेडिंग रणनीति से जुड़े जोखिम और लागत को समझकर ट्रेडिंग में रणनीतियों के संयोजन का उपयोग भी कर सकते हैं
ट्रेडिंग का मतलब सिक्टोरिटीज को खरीदना और बेचना होता है। ट्रेडिंग भी कई प्रकार की होती हैं। एक दिन से लेकर सालों के लंबे अंतराल के लिए भी ट्रेडिंग की जाती है। इसके साथ ही अलग-अलग बाजारों के माहौल और वहां मौजूद जोखिम से जुड़ी विभिन्न ट्रेडिंग रणनीतियां (trading strategies) शेयरों में कारोबार करने के समय अपनाई जाती हैं।
यहां पर हम कुछ ट्रेडिंग रणनीतियों पर चर्चा कर रहे हैं जो बाकी रणनीतियों में से सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। ये रणनीतियां निवेशकों को तर्कसंगत निवेश निर्णय लेने में मदद कर सकती हैं।
इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday Trading)
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इंट्राडे ट्रेडिंग जिसे डे ट्रेडिंग के रूप में भी जाना जाता है। ये ऐसी ट्रेडिंग रणनीति है जिसमें निवेशक एक ही दिन में शेयरों को खरीदते और बेचते हैं। वे शेयर बाजार के बंद होने के समय से पहले ट्रेडिंग बंद कर देते हैं। एक ही दिन में वे मुनाफा और ट्रेडिंग के प्रकार घाटा बुक करते हैं।
निवेशक इन शेयरों में एक दिन में कुछ सेकंड, घंटे के लिए या इसमें दिन भर में कई बार ट्रेड ले सकते हैं। इसलिए इंट्राडे एक अत्यधिक वोलाटाइल ट्रेडिंग रणनीति मानी जाती और इसके लिए तेजी से निर्णय लेना होता है।
पोजीशनल ट्रेडिंग (Positional Trading)
Intraday trading क्या होती है?
वह ट्रेडिंग जिसमे किसी कम्पनी के शेयर्स को 1 दिन के के लिए खरीदा तथा बेचा जाता है intraday trading कहलाती है। जो buyers तथा sellers इसमें सक्रिय रूप से trading करते है उन्हे intraday traders कहा जाता है।
Intraday trading की समय सीमा एक दिन के भीतर कितनी भी हो सकती है परंतु यह trading केवल 9:15 से 3:20 तक के बीच मे ही की जा सकती है यदि आप अपने शेयर्स 3:20 तक नहीं बेचते हो तो आपका स्टॉक ब्रोकर्स इन्हे सेल कर देगा ।
इस प्रकार की trading में चार्ट का बहुत महत्वपूर्ण स्थान होता है क्योंकि चार्ट में मार्केट के छोटे से लेकर बड़े उतार चढ़ाव का ब्यौरा होता है चार्ट के अध्ययन के लिए इसमें बहुत सारे tools होते हैं जिनकी मदद से आप ट्रेडिंग से अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं।
Swing trading क्या होती है?
Swing trading से मार्केट में बहुत सारे लोगों ने पैसा बनाया है। एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जिसमें किसी कंपनी के शेयरों को 1 दिन से अधिक समय के लिए रखा जाता है यह समय एक हफ्ता एक महीना तथा 1 साल तक हो सकता है।
Swing trading में भी चार्ट बहुत अधिक महत्वपूर्ण है इसमें दिए गए विभिन्न टाइम फ्रेम का यूज करके आप मार्केट में आए स्विंग का पता लगा सकते हैं और वहां से पैसा बना सकते हैं।
यह ट्रेडिंग इसलिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें आपको किसी शेयर में बढ़ोतरी के लिए अधिक समय मिल जाता है।
Positional trading क्या होती है?
पोजीशनल ट्रेडिंग स्विंग ट्रेडिंग का एक प्रकार है जिसमें शेयरों को एक से अधिक दिन के लिए रखा जाता है परंतु यदि स्वयं ट्रेडिंग 1 महीने से अधिक के लिए हो जाती हैं तो उसे हम पोजीशनल ट्रेडिंग कह सकते हैं। पोजीशनल ट्रेडिंग में कंपनी के शेयरों को 1 महीने से 1 साल तक के लिए होल्ड किया जाता है तथा चार्ट की मदद से मार्केट में आए उतार-चढ़ाव के आधार पर ट्रेडिंग की जाती है।
आशा करता हूं कि आज के ब्लॉग के माध्यम से आपको ट्रेडिंग क्या होती है तथा यह कितने प्रकार की होती है समझ में आ गया होगा। जिससे आप जब भी शेयर बाजार में शुरुआत करें आपको इसके बारे में अधिक से अधिक जानकारी रहे।
आपको यह ब्लॉग पसंद आया हो या किसी तरह के finace या शेयर बाजार से संबंधित सवाल हो तो हमे comment करके बता सकते है हम आपको पूरी मदद करेंगे ।
Set leverage
Leverage reduces marginal requirements, the amount necessary to maintain a certain position, and helps you open orders with a volume larger than your balance would allow otherwise. It is important to note that the higher the volume of your order, the more you gain or lose for each pip.
Let's say, you have a trading account with 500 USD and a 1:500 leverage applied. You decide to open a position for 1 lot (100,000 units) on EUR/USD, when the price is at 1.13415. The required margin for this position is 226.83 USD, almost half of your funds. Each pip movement is then worth 10 USD. Therefore, the price only needs to drop to 1.13145 for you to lose nearly all of the money in your account. If you open a position for 0.5 lots, each pip will cost you only 5 USD. In this case, if the price falls to 1.13145, your loss will amount 135 USD.
Predict the price movement
As a beginner, you can simply track the general direction of the price on the chart and open Buy orders when it goes up or Sell orders when it goes down. This may not get you a guaranteed profit every time, however, it is a good start for developing your strategy.
If you have little to no experience, it's better to avoid trading during major news releases, as the market tends to be highly volatile. Two more advanced methods of price prediction are technical analysis and fundamental analysis. Basic risk management techniques may also prove beneficial in reducing losses.
Make a profit
There are many strategies that allow you to profit from currency price fluctuations, for example, scalping, martingale, hedging, news trading, and many others. Read our article to find a detailed description of the most common strategies and choose the best one for you.
Your order profit fluctuates depending on the current market price until the moment you close it. If you feel like you’ve gained substantial profit, open the Trade tab on your platform, find the open position, press on it to open a context menu, and select Close order.