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फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है

फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है
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Forex ट्रेडिंग क्या है? | What is Forex in Hindi

forex kya hai

दोस्तों आप में से बहुत से लोग ट्रेडिंग करते होंगे और ट्रेडिंग कई तरह की होती है उन्ही में से एक फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग होती है, लेकिन क्या आपको पता है कि फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग क्या होती है और ये कितने तरह की होती है अगर नही, तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी इनफार्मेशन देते हैं.

forex kya hai

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Table of Contents

Forex ट्रेडिंग क्या है (What is Forex in Hindi)

फॉरेक्स का अर्थ होता है विदेशी मुद्रा का विनिमय विदेशी मुद्रा की खरीदारी करना और ट्रेडिंग का अर्थ होता है किसी भी चीज़ का बिज़नेस करना.

फॉरेक्स ट्रेनिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जिसमे हम किसी भी दूसरे देश की करेंसी का एक जोड़ा खरीदते हैं बस जोड़े में दो करेंसी होती है इन करेंसीज का मार्केट में मूल्य घटता और बढ़ता रहता है तो ऐसे में फॉरेस्ट ट्रेडिंग करने वाला व्यक्ति टेक्निकल एनालिसिस करके अंदाजा लगाता है की आज कनसी किस रेट में नीचे जाने वाला है और किस रेट में ये ऊपर आने वाला है फॉरेक्स ट्रेडिंग में हम अच्छा पैसा लगाकर इनकम भी कमा सकते हैं फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग दुनिया की सबसे बड़ी मार्केट है जहाँ दुनिया की सभी करेंसी की ट्रेडिंग होती है। जहाँ तक बात भारत फॉरेक्स ट्रेडिंग की है तो यहाँ निवेशकों के मन में फॉरेक्स ट्रेडिंग की वैधता (लीगल) को को लेकर जरूर संदेह है.

भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग करना पूरी तरह से कानूनी काम है लेकिन यह केवल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और भारतीय सिक्योरिटी विनिमय बोर्ड द्वारा तय पूर्व निर्धारित सीमाओं के तहत कि यूज किया जाता है.

ऐसे में अगर यदि कोई व्यक्ति भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग शुरू करना चाहता है तो उसे इसके बारे में अच्छी जानकारी भी होनी चाहिए.

फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे काम करता है

जिस तरह से इक्विटी ट्रेडिंग में हमारे प्रॉफिट और लॉस के लिए हमारे द्वारा लिए गए किसी भी शेयर के मूल्य बहुत ही ज्यादा महत्वपूर्ण होते हैं ठीक उसी प्रकार से फॉरेक्स ट्रेडिंग भी हमारे देश के शेयर मार्केट में होने वाले इक्विटी ट्रेडिंग के जैसा ही होता है

फोरेक्स ट्रेडिंग में हमारे फायदे और नुकसान के लिए किसी भी विदेशी करेंसी का एक्सचेंज रेट या अंतर्राष्ट्रीय बाजार में उसके घटते बढ़ते हुए मोहल्ले इसका बहुत मायने रखते हैं उदाहरण मन कोई व्यक्ति हैं जो फॉरेक्स ट्रेडिंग करता है और वह डॉलर के बढ़ते हुए मूल्य में अच्छा प्रॉफिट लेना चाहते हैं तो मान लीजिये की उसने 70 के हिसाब से 1000 यूएस डॉलर खरीद लिये जिनकी वैल्यू 7000 रूपये होती है और ये मान लीजिए कि फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है कल उनमें 300 की वृद्धि हो रही है और जब वो उन $1000 का बेचता है तब उसे 73000 रूपये मिलते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग में अच्छा प्रॉफिट कमाने के लिए उसे अच्छी तरह से एक्सचेंज रेट का टेक्निकल लाइन से करना होगा.

फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए बेस्ट करेंसी कौन सी है

फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए सभी देशों की मुद्राएं में से सबसे अच्छी करेंसी है

इन देशों की करंसी मैं अगर आप फॉरेक्स ट्रेडिंग करते हैं तो यह आपके लिए काफी बेनिफिट वाला हो सकता है.

हमारे देश भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे करें?

हमारे देश में बहुत से लोग शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट करते हैं लेकिन उन्हें फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में बहुत ज्यादा जानकारी न होने के कारण वह फॉरेक्स ट्रेडिंग नहीं कर पाते हैं हमारे भारत देश में बहुत सारी बड़ी बड़ी कंपनियां हैं और बड़े बड़े बैंक हैं जो फॉरेक्स ट्रेडिंग करते है और अच्छा प्रॉफिट भी कमाते हैं फॉरेक्स ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट कर कोई भी अच्छी इनकम कमा सकता है जैसे कि आप शेयर मार्केट में करते हुए इसमें बहुत ही कम रिस्क होता है पर ये आपको अच्छा प्रॉफिट भी देता है जिसके लिए आपको ब्रोकर आपको अच्छा मार्जिन भी देते हैं जिस कारण से अब कम इन्वेस्टमेंट करते हैं अधिक से अधिक फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकते हैं

फॉरेक्स ट्रेडिंग की सावधानियां क्या-क्या है?

फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए आपको ये सावधानियां रखना जरूरी है-

  • फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए आपको इसके बारे में अच्छी जानकारी होनी चाहिए
  • फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए आप पहले से ही मार्केट में एक इन्वेस्टर ग्रुप में काम कर रहे हो तो आप इसमें अच्छा प्रॉफिट कमा सकते हैं
  • आज के टाइम में तो फर्स्ट थिंग करने के लिए बहुत से कोर्स भी आते हैं आप उन कोशिशों कर सकते हैं
  • अगर आप फॉरेस्ट ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको टेक्निकल एनालिसिस का अच्छा ज्ञान होना चाहिए और आप को मार्केट का पूर्वानुमान लगाना भी आना चाहिए
  • फॉरेक्स ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपके पास एक अच्छा बैंक बैलेंस भी होना चाहिए जिससे अगर आपको कभी ट्रेडिंग करने में कोई घाटा हो तो आप उसे कवर कर सकते हैं.

इसे भी पढ़े?

आज आपने क्या सीखा?

हमे उम्मीद है कि हमारा ये (forex kya hai) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.

हमारी ये (forex kya hai) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.

Read in English

साथियों फोरेक्स मार्केट में ट्रेडिंग करने से फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है पहले आपको फोरेक्स मार्केट को समझना पड़ेगा। हम पहले फोरेक्स मार्केट को समझेंगे, की फोरेक्स क्या है ? इसमें ट्रेडिंग कैसे करते है ? ट्रेडिंग करते समय किन बातों का ध्यान रखना पड़ता है ? कैंडल क्या इशारे कर फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है रही है ? उन इशारों को कैसे समझे ? क्या अब प्राइस ऊपर जायेगा या नीचे जायेगा ? ऐसे ही आपके मन में हजारों सवाल होंगे। इन सभी सवालों के जवाब आपको इस सीरीज में मिलने वाले है। बस आपको जरुरत है हमारे साथ बने रहने की।

दोस्तों यह सीरीज इतनी सरल भाषा में है की यदि कोई बच्चा भी इस पोस्ट को पढ़ रहा है तो उसे भी समझ में आ जायेगा की फोरेक्स मार्केट क्या है ? और इससे पैसे कैसे कमाते है? इस सीरीज को पढ़ते समय आपको ऐसा लगेगा की आपके साथ यह साइट ( only4us.in ) आपसे बात कर रही है। यह साइट आपके सपनो को पहले से जानती है और उनको पूरा करने में आपका पूरा सहयोग कर रही है। आपको ऐसा लगेगा की यह साइट सिर्फ आपके लिए ही है। और हाँ यदि आपको इस पोस्ट से थोड़ा सा भी ज्ञान मिला तो इसे शेयर जरूर करना। और कमेंट में हमें यह बताना की आपको किस टॉपिक पर अगली पोस्ट चाहिए। तो चलिए शुरू करते है।

सबसे पहले आपको यह जानना है की फोरेक्स किस चिड़िया का नाम है। अब आप सोचेंगे की मैंने इसे चिड़िया क्यों कहा, तो आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की यदि आपने सही तरीके से फोरेक्स में काम किया तो आपके लिए फोरेक्स एक ऐसी चिड़िया बन जाएगी जो आपको रोज सोने के अंडे देगी। जी हाँ आपने सही पढ़ा सोने के अंडे। यहाँ सोने के अंडे से मतलब आपकी साइड इनकम से है।

फोरेक्स यह दो शब्दों से मिल कर बना है फॉरेन + एक्सचेंज। कई लोग इसे FX भी कहते है। वैसे फोरेक्स का मतलब होता है OTC मार्किट। ( ग्लोबल, ओवर-द-काउंटर मार्केट ) फोरेक्स एक ऐसी जगह है जहाँ ट्रेडर, निवेशक, कम्पनिया, बैंक आदि यह लोग यहाँ निवेश करते है। और विश्व स्तर पर करेन्सियां खरीदते और बेचते है। तथा मुनाफा कमाते है। यह मार्केट 24 घंटे और सप्ताह में 5 दिन खुलता है शनिवार और रविवार यह मार्केट बंद रहता है।

जिस जगह हम फॉरेन करेंसी को खरीदते और बेचते है उस जगह को फोरेक्स मार्केट कहते है। मतलब एक ऐसा मार्केट जहाँ पर विदेशी मुद्राओं का क्रय - विक्रय या आदान प्रदान होता है। जब किसी करेंसी के मूल्य में उतार चढाव होता है तो उसी समय उनके बढ़ते और घटते मूल्य में व्यापार होता है। यहाँ पर ध्यान रखने वाली बात यह है की आपको यह अनुमान लगाना पड़ता है की कौन सी करेंसी के प्राइस ऊपर जायेंगे और कौन सी करेंसी के प्राइस नीचे। यह अनुमान कैसे लगाया जाए। यही हमें समझना है यदि आपने यह समझ लिए तो बस आप पैसे कमाते जाओगे।

फोरेक्स मार्केट में करेंसी को ख़रीदा और बेचा जाता है। वहां पर आप किसी भी करेंसी को जोड़े में खरीद और बेच सकते है। यह दुनिया का सबसे बड़ा मार्केट होता है। इंडिया में शेयर मार्केट का एक महीने का कुल बिज़नेस जितना होता है। फोरेक्स मार्केट में लगभग उतना ही बिज़नेस एक दिन में होता है। मतलब फोरेक्स मार्केट यह करेंसी का समुन्द्र है। जिसमे आप जितनी करेंसी चाहो उतना निकाल सकते हो। बस जरुरत है आपको थोड़े से नॉलेज की।

यदि आपने बिना नॉलेज के ही फोरेक्स मार्केट में ट्रेडिंग शुरू कर दिया तो आप अपनी करेंसी अपना पैसा गँवा भी सकते है। इसलिए आप पहले नॉलेज ले। जानकारी एकत्रित करे उसे अच्छे से समझे और फिर शुरू करें फोरेक्स मार्केट में ट्रेडिंग। दोस्तों जानकारी कही से भी मिले यदि वह आप के काम की है, आपका उस जानकारी से फायदा होने वाला है तो आप वह जानकारी ले सकते हो।

करेंसी को खरीदते और बेचते है तो उसे फोरेक्स ट्रेडिंग कहते है। जब किसी करेंसी के मूल्य में उतार चढाव होता है तो उस स्थिति में व्यापार का निर्माण होता है। उस समय जो करेंसी का क्रय - विक्रय होता है उसी को फोरेक्स ट्रेडिंग कहते है।

इस सवाल को हम एक उदहारण से समझने की कोशिश करते है। मान लीजिये आप इंडिया के बाहर कही घूमने गए। और जब आप घूम फिर कर वापस आये तो आपके पास $1000/- डालर बच गए। आप जब घूमने गए थे तब $ डालर का भाव इंडिया के हिसाब से 78.13 /- रुपये था। जब आप वापस आये तब $ डालर का भाव 78.89/- हो गए। अब आपके पास जो $ 1000/- बचे है, उसमे आप का प्रॉफिट हुआ 760/- रुपये का। ये कैसे हुआ। बैठे-बैठे आपके पैसे कैसे बढ़ गए। यही फोरेक्स मार्केट का कमाल है। आप अपने घर में बैठे-बैठे दुनिया की किसी भी करेंसी में ट्रेडिंग कर के पैसे कमा सकते है।

फोरेक्स मार्केट, एक ऐसा मार्केट है जो 24 घंटे और सप्ताह में 5 दिन चालू रहता है। शनिवार फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है और रविवार 2 दिन यह बंद रहता है। आप अपनी सुविधा के अनुसार अपना समय चुन सकते है। और फोरेक्स मार्केट में ट्रेडिंग शुरू कर सकते है। और एक साइड इनकम बना सकते है।

फोरेक्स ट्रेडिंग मार्केट काम कैसे करते है यह समझने के लिए मै आपको एक उदहारण देता हूँ। इसके जरिये आप आसानी से समझ जायेंगे। फोरेक्स ट्रेडिंग हमेशा दो करेंसी के जोड़े में होती है। जैसे GBP/USD, EUR/USD, CAD/USD आदि। यदि आप नए है तो ये जोड़ियां आपको समझ में नहीं आ रही होंगी। आगे हम इस विषय पर बात करेंगे। पहले समझते है की फोरेक्स ट्रेडिंग काम कैसे करता है।

मान लीजिये आपने फोरेक्स ट्रेडिंग में डॉलर के बदले 2000 यूरो लिया हैं। जिस वक्त आपने यूरो ख़रीदा उस वक्त डॉलर/यूरो (USD/EUR) का एक्सचेंज रेट 1.45 था मतलब आपने 2000 यूरो खरीदने के लिए 2900 डॉलर दिए। कुछ समय पश्चात् एक्सचेंज रेट में थोड़ी सी हलचल हुई और रेट में परिवर्तन हुआ और एक्सचेंज रेट बढ़कर 1.55 हो गया। अब ध्यान देने वाली बात यह है की जब आप 2000 यूरो बेचोगे तो आपको 3100 डॉलर मिलेगा। इस तरह आपको कुल 200 डॉलर का फायदा होगा। इसी तरह अगर यूरो बेचने के वक्त एक्सचेंज रेट 1.35 हुआ तो आपको उन्हीं 2000 यूरो के बदले 2700 डॉलर मिलेंगे यानी आपको 200 डॉलर का नुकसान होगा।

एक तरह से समझा जाये तो कौन सी करेंसी के प्राइस बढ़ने वाले है और कौन सी करेंसी के प्राइस कम होने वाले है। इसका सिर्फ अंदाजा लगा कर हमें फोरेक्स ट्रेडिंग करना फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है होता है। और यह अंदाज लगाना हमें सिखने से तथा अनुभव से आता है। बस इतनी सी चीज आपने, मन लगाकर ईमानदारी से सिख लिया तो समझो आप ने बहुत कुछ सिख लिया।

इनसाइडर ट्रेडिंग क्या है | Insider Trading Kya Hai

इंसाइडर ट्रेडिंग शेयर बाजार का एक महत्वपूर्ण विषय है । अब कहँगे इस किस तरह काम करता है । देखिए कोई भी कंपनी है मान लेते है एक्सिस बैंक ,या रिलाइंस अब इन कंपनियों के सीईओ ,मैनेजर , डायरेक्टर भी होगे , जिनको (ऑपरेटर ) को पहले ही पता रहता है कि कंपनी के अंदर किया चला रहा है इस वर्ष कंपनी के रिजल्ट अच्छे आयेगे या फिर खराब रिजल्ट आएगा । अगर ये लोग इस खबर का फायदा उठाकर लाभ कमाते है तो इसको इनसाइड ट्रेडिंग माना जाएगा ।

इनसाइडर ट्रेडिंग क्या है

जो भी कंपनियां शेयर बाज़ार में सूचिबंध होती हैं, उन्हें अपने हर छोटे बड़े फैसले को पब्लिक को या मीडिया को बताने से पहले स्टॉक एक्सचेंज को बतानी पड़ती है। जैसे, बोर्ड मीटिंग में किन मुद्दों पर चर्चा हुई, कंपनी ने क्या नए फैसले लिए, कंपनी को किस से कितना आर्डर मिला इत्यादि। कंपनियों को इन सबके बारे में एक्सचेंज को सिर्फ बताना पड़ता है, अनुमति नहीं लेती होती।

बताना भी चाहिए क्योंकि पब्लिक का पैसा इन कंपनियों में लगा हुआ है। स्टॉक एक्सचेंज को बताने के बाद, कंपनी यह खबरें मीडिया को बताती है। मीडिया में कंपनी के बारे में कुछ भी समाचार आने से कम्पनी के शेयर की कीमतों में बदलाव आता है।

उदहारण : किसी कंपनी को सरकार से सड़क बनाने के लिए 200 करोड़ रुपये का आर्डर मिला। अब यह खबर जैसे ही मीडिया में आएगी, कंपनी के शेयर की कीमतें एकदम से बहुत ज्यादा बढ़ जाएँगी।

लेकिन, कभी कभी स्टॉक एक्सचेंज को खबर मिलने से पहले, कंपनी के अंदर से कोई यह खबर किसी बड़े निवेशक को या ट्रेडर को लीक कर दे, तो वह निवेशक/ट्रेडर इस समाचार का फायदा उठा सकता है।

वह पहले से ही कंपनी के शेयर खरीद कर रख लेगा। क्यूंकि स्टॉक एक्सचेंज को पता चलते ही शेयर की कीमतें बढ़ने लगती हैं और मीडिया में खबर आते ही शेयर की कीमत बहुत ज्यादा बढ़ जाती है। इसे इनसाइडर ट्रेडिंग कहते हैं जो की गैर कानूनी है।

जिस इंसान ने कंपनी के अंदर से खबर लीक की और जिस निवेशक को खबर लीक होने का फायदा हुआ, दोनों ही दोषी होते हैं। पर सच्चाई यह है की दुनिया भर के शेयर बाज़ार में इनसाइडर ट्रेडिंग होती है, बहुत अधिक मात्रा में होती है। जो पकड़ा गया वह चोर।

इनसाइडर ट्रेडिंग की सजा क्या है ?

इनसाइडर ट्रेडिंग कहते हैं जो की गैर कानूनी है। कारण कुछ लोगों की आर्थिक लालसा फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है के कारण बहोत बहोत आम निवेशकों बहोत ज्यादा आर्थिक नुकसान होता है।
अगर आप पकड़े गए तो आपको तो आपको सेबी (SEBI) कुछ साल अथवा पूरा की शेयर मार्केट में ट्रेडिंग अथवा निवेश केलिए प्रतिबंध लगा देता है। इसके बाद आपको बहोत बड़ा आर्थिक जुर्माना देना पड़ता है। भारत के लोकप्रिय निवेशक राकेश झुनझुनवाला को इनसाइडर ट्रेडिंग केलिए ₹ 20 कोरोड़ की आर्थिक जुर्माना देना पड़ता था।

इनसाइडर ट्रेडिंग को रोकने के लिए सेबी ने क्या कदम उठाए हैं?

सेबी (SEBI) की गाइडलाइन ये कहती है कि बाजार की कोई भी ऐसी खबर जो किसी भी शेयर के प्राइस को उपर नीचे करते है वह सभी निवेशक को एक साथ उपलब्ध होनी चाहिए । अगर कोई चैनल एंकर इसका पहले फायदा उठाता है तो भी इसको इंसाइडर ट्रेडिंग माना जाएगा । शॉर्ट में इंसाइडर ट्रेडिंग का मतलब कंपनी की गुप्ता सूचना का फायदा उसके जानकार द्वारा उठाया जाना है । वैसे तो सेबी समय समय पर नियम बनकर इसको रोकती है जैसे कोई भी मालिक अपने शेयर का ट्रेड नहीं कर सकता ।

टीवी में शेयर की कॉल देना वाला अनालिसिस अपने आप उन शेयर में ट्रेड नहीं कर सकते । कोई भी वह व्यक्ति जो किसी ब्रोकर फर्म में काम करता है वह केवल निवेश कर सकता है ट्रेड नहीं कर सकता ।

ट्रेडिंग करने केलिए सबसे अच्छी ट्रेडिंग कंपनी कौन सी है?

बाजार में बहोत सारे ऐप है जो कि ऑप्शन ट्रेडिंग देते है मगर सबमें अलग ब्रोकेज चार्ज और मार्जिन के नियम अलग अलग है । इस लिए आपको बहोत सावधानी से अपना ब्रोकर चुने । में आपको कुछ ब्रोकर की सलाह देसकता है ।

1. जेरोधा सेकुरिट्स
2. ऐंजल ब्रोकिंग
3. मोतीलाल ओसबल सेकुरिट्स
4. IIFL सेकुरिट्स
5. उप स्टॉक

Forex Trading Strategies in Hindi: फॉरेक्स ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के लिए इस तरह बनाएं स्ट्रेटेजी

Forex Trading Tips in Hindi: How To Invest in Foreign Stock: अगर आप भी फॉरेन स्टॉक में निवेश करना चाहते है लेकिन नहीं मालूम कि फॉरेक्स ट्रेडिंग से मुनाफा कमाने के लिए स्ट्रेटेजी कैसे बनाएं? तो ऐसे में यह लेख आपके लिए इस समस्या का समाधान करेगा। यहां हम Forex Trading Strategies in Hindi पर चर्चा करेंगे।

Best Forex Trading Strategy in Hindi: फॉरेक्स एक्सचेंज, ट्रेडिंग या टूरिज्म जैसे विभिन्न उद्देश्यों के लिए एक करेंसी को दूसरी मुद्रा में बदलने की प्रक्रिया है। एक FX या फॉरेन एक्सचेंज ट्रेडिंग ग्लोबल मार्केट स्पेस है जहां मुद्राओं (Currencies) का आदान-प्रदान एक सहमत मूल्य पर किया जाता है। Forex Trading में कई रणनीतियां (Strategy)हैं, लेकिन सवाल यह है कि सबसे अच्छी फॉरेक्स ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी (Best Forex Trading Strategies) कौन सी हैं जिनका पालन करने की आवश्यकता है? तो आइए इस लेख में समाझते है कि फॉरेक्स ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी क्या है? और अपने लिए सबसे बढ़िया फॉरेक्स ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी कैसे बनाएं? (How to Create a Forex Trading Strategy?)

फॉरेक्स ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी क्या है? | What is Forex Trading फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है Strategy in Hindi

एक विदेशी Forex Trading Strategy एक ऐसा सिस्टम है जिसका उपयोग ट्रेडर यह निर्धारित करने के लिए करता है कि करेंसी का व्यापार कब करना है? लेकिन यह इतना मायने क्यों रखता है? फॉरेन करेंसी की वैल्यू हर दिन बदलती है, और सबसे अच्छी स्ट्रेटेजी व्यापारी को अधिकतम लाभ कमाने की अनुमति देती है।

यह निर्धारित करने के लिए कि फॉरेन करेंसी के लिए कौन सी स्ट्रेटेजी सबसे अच्छी है, व्यापारी कई मानदंडों का उपयोग करके उनकी तुलना करते हैं -

टाइम रिसोर्स की आवश्यकता

व्यापार के अवसरों की फ्रीक्वेंसी

लक्ष्य के लिए विशिष्ट दूरी

फॉरेक्स ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी कैसे बनाएं? | Forex Trading Strategies in Hindi

1) प्राइस एक्शन ट्रेडिंग (Price Action Trading)

प्राइस एक्शन ट्रेडिंग फॉरेक्स ट्रेडिंग और अन्य ट्रेडिंग द्वारा उपयोग किए जाने वाले मूल्य भविष्यवाणियों और अटकलों के लिए एक दृष्टिकोण है। इस दृष्टिकोण में ऐतिहासिक डेटा और पिछले प्राइस मूवमेंट में सभी टेक्निकल एनालिसिस टूल शामिल हैं जैसे चार्ट, बार, ट्रेंड लाइन, प्राइस बैंड, हाई और लौ स्विंग, टेक्निकल लेवल शामिल है।

प्राइस एक्शन ट्रेडिंग में रुझान विभिन्न समय-सीमाओं जैसे कि शॉर्ट टर्म, मीडियम टर्म और लॉन्ग टर्म पर निर्धारित किया जा सकता है। यह व्यापारी को कई समय-सीमाओं का उपयोग करके एनालिसिस करने और बेचने या खरीदने के लिए निष्कर्ष निकालने की सुविधा देता है। प्राइस एक्शन ट्रेडिंग में कई support/resistance लेवेक FX ट्रेडर को आगे बढ़ने में मदद करते हैं। उनमें से कुछ फाइबोनैचि रिट्रेसमेंट, कैंडल विक्स, ट्रेंड आइडेंटिफिकेशन, इंडिकेटर, ऑसिलेटर्स और अन्य प्रतीकात्मक पहचानकर्ता हैं।

2) रेंज ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी (Range Trading Strategy)

रेंज ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी सभी व्यापारिक बाजारों में लोकप्रिय ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी में से एक है, और FX ट्रेडर अक्सर इसका इस्तेमाल करते हैं। फॉरेक्स ट्रेडर रेंज ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी में सपोर्ट और रेसिस्टेंस पॉइंट की पहचान करते हैं और उसी के अनुसार ट्रेड करते हैं।

टेक्निकल एनालिसिस जैसे कि ऑसिलेटर्स का उपयोग रेंज ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी की कुंजी है, और यह स्ट्रेटेजी बिना किसी अस्थिरता या समझ के पूरी तरह से काम करती है, जो इसे बेस्ट फॉरेक्स ट्रेडिंग प्रैक्टिस में से एक बनाती है। इसका उपयोग प्राइस एक्शन ट्रेडिंग के संयोजन में किया जा सकता है और यह पर्याप्त संख्या में व्यापारिक अवसर प्रदान करता है।

3) ट्रेंड ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी (Trend फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है Trading Strategy)

यह सभी अनुभवी फॉरेक्स ट्रेडर द्वारा उपयोग किया जाता है, ट्रेंड ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी गति (Momentum) के सिद्धांत पर काम करती है। फॉरेक्स ट्रेडर्स का मानना ​​​​है कि सुरक्षा उसी दिशा में गति बनाए रखेगी क्योंकि यह वर्तमान में इस रणनीति में चलन में है। दूसरे शब्दों में यह स्ट्रेटेजी मार्केट डायरेक्शन मोमेंटम का उपयोग करके प्रॉफिट जनरेट करने का प्रयास करती है।

फॉरेक्स ट्रेडर्स को पता है कि इस तरह की स्ट्रेटेजी थोड़े समय के लिए उपयुक्त नहीं है क्योंकि प्रवृत्ति में उतार-चढ़ाव होता रहता है। यह एक मध्यम या लंबी समय सीमा के लिए एक अच्छा विकल्प है जहां ज़ूम-आउट फ्रेम में प्रवृत्ति का विश्लेषण किया जा सकता है। इसमें बाहर निकलने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला रिस्क-रिवॉर्ड रेश्यो शामिल है, जबकि टेक्निकल एनालिसिस के लिए, RSI और CCI जैसे ऑसिलेटर्स का उपयोग किया जाता है।

4) पोजीशन ट्रेडिंग (Position फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है Trading)

एक लंबी अवधि की स्ट्रेटेजी जो हाई रिटर्न और पॉजिटिव रिस्क-रिवॉर्ड रेश्यो में से एक साबित हुई है, फोरेक्स की सबसे उम्दा ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी में से एक है। इसके कांसेप्ट में इलियट वेव थ्योरी का उपयोग शामिल है, और चूंकि यह एक लॉन्ग टर्म स्ट्रेटेजी है, इसलिए छोटे बाजार में उतार-चढ़ाव को नजरअंदाज कर दिया जाता है।

पोजीशन ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी के लिए लंबी अवधि और व्यापक चार्ट पर तकनीकी और मौलिक विश्लेषण की उच्च समझ की आवश्यकता होती है।

यह समझना भी जरूरी है कि आर्थिक या सामाजिक आर्थिक कारक किसी विशेष देश के वातावरण में रुझानों या परिवर्तनों पर निरंतर नजर के माध्यम से व्यापारिक संख्याओं को कैसे प्रभावित करते हैं, व्यापारी लघु, मध्यम और लंबी अवधि में व्यापार कर रहा है।

5) डे ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी (Day Trading Strategy)

यह न केवल फॉरेक्स ट्रेडिंग बल्कि अन्य बाजारों जैसे स्टॉक में एक सामान्य स्ट्रेटेजी है। इस स्ट्रेटेजी में दिन के अंत तक निर्णय लिया जाता है, और ट्रेडर बाजार बंद होने से पहले सभी वस्तुओं को बेच देता है। दिन के अंत में दिन का व्यापार एक व्यापार तक सीमित नहीं है, और पूरे दिन के लिए इस रणनीति में कई व्यापार आम हैं। इसके अलावा, कोई यह समझ सकता है कि यह एक शॉर्ट टर्म स्ट्रेटेजी है और आमतौर पर 1:1 रिस्क-रिवॉर्ड फोरेक्स ट्रेडिंग क्या है रेश्यो के साथ समाप्त होती है।

टेक्निकल एनालिसिस एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिसके बिना यह एक अंधा व्यापार होगा और इसमें नुकसान हो सकता है।

Conclusion -

ये सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली और अच्छी Forex Trading Strategies in Hindi हैं जिनका उपयोग एक ट्रेडर टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस के साथ कर सकता है। उपरोक्त बताएं गए स्टेप द्वारा आप भी फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए रणनीति बनाकर मुनाफा कमा सकते है।

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