एक विजेता व्यापार स्थापित करना

मध्यकाल में सर्वप्रथम भारत से व्यापार संबंध स्थापित करने वाले थे?
Explanation : मध्यकाल में सर्वप्रथम भारत से व्यापार संबंध स्थापित करने वाले पुर्तगाली थे। भारत में व्यापार के लिए आने वालों में पुर्तगाली सर्वप्रथम थे। वास्को-डि-गामा जो कि एक पुर्तगाली था। 1498 ई. में ही भारत (कालीकट) पहुंच गया था। इसके बाद क्रमश: डच (1595–98 ई.), अंग्रेज (1600 ई.) व फ्रांसीसी (1664 ई.) व्यापार के लिए भारत आए।. अगला सवाल पढ़े
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Explanation : गौतम बुद्ध की मृत्यु उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कुशीनगर में हुई थी। इस स्थान को कुशीनारा और कुशावती नाम से भी जानते हैं। यहां कुशीनारा के मल्लों का राज्य था। गौतम बुद्ध की मृत्यु 483 ई. पू में 80 . Read More
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Explanation : रैयतवाड़ी व्यवस्था के जनक थामस मुनरो तथा कैप्टन रीड है। 1792 ई. में कैप्टन रीड के प्रयासों से रैय्यतवाड़ी व्यवस्था को सर्वप्रथम तमिलनाडु के 'बारामहल' जिले में लागू किया गया। तमिलनाडु के अलावा यह व्यवस्था मद्रास, बंबई के कुछ हिस्स . Read More
Explanation : आजाद दस्ता जयप्रकाश नारायण ने गठित किया था। वर्ष 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान जयप्रकाश नारायण को गिरफ्तार कर हजारीबाग जेल में रखा गया। कालांतर में जेल की दीवार फांद कर जयप्रकाश नारायण फरार हो गए तथा भूमिगत होकर 'आजाद दस्ता' . Read More
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केनया: स्थानीय संरक्षण अभियान के ज़रिये, कुरुवितु कोरल की पुनर्बहाली
कुरुवितु के कुछ ग्रामीण, सीमेंट कोरल को एकान्त समुद्र में स्थापित करने के लिये, नाव में ले जाने के लिये तैयार कर रहे हैं.
केनया: स्थानीय संरक्षण अभियान के ज़रिये, कुरुवितु कोरल की पुनर्बहाली
केनया के एक छोटे, शान्त गाँव में, एक सफल समुद्री प्रवाल संरक्षण परियोजना के ज़रिये, मछली पकड़ने के उद्योग को एक नया उद्देश्य मिला है, जो हिन्द महासागर के पश्चिमी हिस्से के समुद्री संरक्षित क्षेत्रों में अपनी तरह की पहली,अनूठी पहल है.
केनया का कुरुवितु तट शान्त व सौम्य है. जगमगाते रेत के समुद्र तट, इस साफ़ नीले पानी का सौन्दर्य पूर्ण करते हैं, और हवा में, रेत व समुद्री नमक की जानी-पहचानी गन्ध व्याप्त है.
एक दशक पहले, ग्रामीणों ने मछलियों की घटती मात्रा को देखते हुए, समान विचारधारा वाले भागीदारों की मदद से, एक संरक्षण क्षेत्र स्थापित करने की ज़िम्मेदारी ख़ुद उठाने का फ़ैसला किया.
समुद्री संरक्षणवादी और प्रवाल परियोजना कार्यक्रम के प्रमुख, डिक्सन गेरेज़ा बताते हैं कि प्रदूषण, समुद्र का सबसे बड़ा दुश्मन है. वे कहते हैं, "लोग ग़ैर-ज़िम्मेदार होते जा रहे हैं. महासागर एक उपयोगी संसाधन है, लेकिन मनुष्य उसमें कचरा फैला रहा है. समुद्र को बचाने के लिये, कचरे का सही ढंग से निपटान करना बेहद महत्वपूर्ण है."
पहली स्थानीय प्रवाल संरक्षण परियोजना
समुदाय ने महसूस किया कि इससे पहले कि समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र नुक़सान से उबरने लायक भी न रहे, एक्वैरियम व्यापार द्वारा अत्यधिक मछली पकड़ने, जलवायु परिवर्तन और मछली व मूंगा संग्रह की अनियंत्रित समस्या से निपटना होगा.
2005 में, क्षेत्र के निवासियों ने 30-हैक्टेयर समुद्री संरक्षित क्षेत्र (Marine Protected Area) को अलग करने का अभूतपूर्व क़दम उठाया. यह केनया में पहला मूंगा-आधारित स्थानीय रूप से प्रबन्धित समुद्री क्षेत्र (Locally Managed Marine Area) था. बारह साल बाद, इस क्षेत्र में उल्लेखनीय बदलाव देखने को मिला.
कटाना हिंजानो, Oceans Alive Organization में संरक्षणवादी हैं, जहाँ वह सीमेण्ट और रेत का उपयोग करके, वैकल्पिक प्रवाल ब्लॉक और नर्सरी बनाने में मदद करते हैं.
कटाना हिंजानो समुद्र और मानव जीवन के बीच के सम्बन्ध को दोहराते हुए कहते हैं: "समुद्र उन लोगों के लिये मूल्यवान है जो इसके पास रहते हैं. मछुआरे और मछली व्यवसाय के मालिक, समुद्री संसाधनों पर भरोसा करते हैं. हम सभी को यह सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभानी है कि हम समुद्र से लाभ उठाएँ और आने वाली पीढ़ियों के लिये इन्हें बरक़रार रखने में मदद करें."
स्थानीय रूप से प्रबन्धित समुद्री क्षेत्र के भीतर मछली पकड़ने के प्रतिबन्ध के बाद, मछलियों की संख्या, आकार और विविधता में बढ़ोत्तरी हुई है. यह क्षेत्र प्रजनन स्थल बन गया है, जिससे क्षेत्र के बाहर मछलियों की संख्या में वृद्धि हुई. इसका दूसरा असर यह भी हुआ कि अब मछुआरों के हाथ अधिक मछलियाँ लग रहीं हैं. साथ ही, जैव विविधता में नाटकीय रूप से वृद्धि हुई है, जिससे कुरुवितु पर्यावरण-पर्यटन के लिये गन्तव्य स्थान बन गया है, व गाइड, नाव कप्तानों और रेंजरों के लिये रोज़गार पैदा हो रहे हैं.
पर्यावरणविद् और मानद केनया वाइल्डलाइफ सर्विस गाइड, गुडलक एमबागा कहते हैं, "समुद्र मेरे लिये मूल्यवान है क्योंकि यह जीवन है. समुद्र भोजन प्रदान करता है, अर्थव्यवस्था में योगदान देता है, व आय एवं मनोरंजन का स्रोत है. हम सभी को यह सीखने की ज़रूरत है कि समुद्र का संरक्षण कैसे किया जाए क्योंकि हम अभी तक इसकी पूरी क्षमता का उपयोग नहीं कर पाए हैं."
केनया की किलिफ़ी काउण्टी में, मूंगा बहाली के लिये, धातु के ढाँचे पर प्लास्टिक की जाली का इस्तेमाल किया जाता है.
धातु का ढाँचा और प्लास्टिक की जाली
कोरल को पुनर्जीवित करने में मदद करने के लिये, Oceans Alive और कुरुवितु कन्जर्वेशन एण्ड वेलफेयर एसोसिएशन के विशेषज्ञ साथ मिलकर काम करते हैं. काम शुरु होता है - धातु से बने ढाँचे से, जिसपर प्लास्टिक की जाली लगी होती है. फिर सीमेण्ट और रेत से बने प्लगों को सुखाकर, एक प्रकार की नर्सरी बनाने के लिये इस ढाँचे पर बांधा जाता है. हफ़्तों तक उन्हें समुद्र में रखने के बाद, यह बेड दूसरी जगह लगाने के लिये तैयार हो जाता है और इसे समुद्र तल में डाल दिया जाता है. इस तरह समुद्री जीवन को इस संरचना से जोड़ा जाता है.
समुद्री संसाधनों का सह-प्रबन्धन, क्षेत्र में समुद्री परिदृश्यों के पारिस्थितिकी तंत्र-आधारित प्रबन्धन एक विजेता व्यापार स्थापित करना में आगे बढ़ने का उचित रास्ता है. संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम, UNEP ने UN Habitat के साथ मिलकर महासागरों के पास स्थित शहरों और क़स्बों की समृद्धि में मदद करने के लिये Go Blue प्रोजेक्ट शुरू किया.
Go Blue प्रोजेक्ट की फ्लोरियन लक्स बताती हैं कि यह भागेदारी कैसे काम करती है, "महासागरों और समुद्रों के बगल में शहर और क़स्बे मौजूद हैं, जिससे समुद्र व परिदृश्य आते हैं. ऐसे में, जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिये सहनसक्षमता बनाने हेतु, उनकी पुनर्बहाली बेहद आवश्यक है."
यूएनडीपी भूमध्य रेखा पुरस्कार विजेता
कुरुवितु संरक्षण एक सह-प्रबन्धन योजना विकसित करने के लिये, स्थानीय समुद्र तट प्रबन्धन इकाई (local Beach Management Unit), केनयाई राज्य मत्स्य पालन विभाग और वन्यजीव संरक्षण सोसायटी (WCS) के साथ काम कर रहा है जो केनया के तट से दूर समुद्र के 800 हैक्टेयर क्षेत्र को कवर करेगा.
इस क्षेत्र में लगभग 30 हज़ार लोगों की आबादी वाला 12 किलोमीटर समुद्र तट है, जिसमें छह लैण्डिंग साइट और तीन गाँव शामिल हैं.
2017 में, कुरुवितु संरक्षण के काम के कारण इसे संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम, UNDP के भीतर भूमध्य रेखा पहल द्वारा आयोजित भूमध्य रेखा पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
जैव विविधता के संरक्षण और टिकाऊ उपयोग के ज़रिये ग़रीबी उन्मूलन के लिये उत्कृष्ट सामुदायिक प्रयासों को मान्यता देने के लिये यह पुरस्कार हर दो साल में दिया जाता है.
Mount Royal University
Mount Royal यूनिवर्सिटी पांच संकायों के माध्यम से स्नातक डिग्री , डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कार्यक्रम प्रदान करती है। स्कूल की ताकत कक्षा के छोटे आकार , अद्वितीय कार्यक्रमों और व्यावहारिक शिक्षा पर जोर देने में निहित है , जो कि अपने पहले के दिनों से एक सामुदायिक कॉलेज के रूप में इस क्षेत्र की सेवा की विरासत को आगे बढ़ा रहा है।
अध्यक्ष टिम रहीली (Tim Rahilly) कहते हैं “Mount Royal का छात्रों पर ध्यान केंद्रित करने का मतलब है कि आप एक अभिनंदन करने वाले समुदाय का हिस्सा हैं जहां प्रोफेसर आपका नाम जानते हैं और आप अनुसंधान , सामुदायिक सेवा , सामाजिक नवाचार , क्षेत्र परियोजनाओं और कार्य प्लेसमेंट के साथ अनुभव प्राप्त कर सकते हैं “ ।
स्कूल व्यापार , संचार , नर्सिंग और जनसंपर्क में अपने व्यापक कार्यक्रमों के लिए जाना जाता है। यह सामुदायिक समृद्धि संस्थान , बाल कल्याण केंद्र और पर्यावरणीय स्थिरता संस्थान सहित एक विजेता व्यापार स्थापित करना अद्वितीय अनुसंधान केंद्रों का भी केंद्र है। नई सीएन (CN) आपूर्ति श्रृंखला विश्लेषिकी लैब व्यावसायिक छात्रों को रिफाइनिटिव ईकॉन डेटा प्लेटफॉर्म (Refinitiv Eikon data platform) पर काम करने का अवसर प्रदान करती है जो वास्तविक समय में दुनिया भर की कंपनियों के आंतरिक कामकाज तक पहुंच बनाती है।
माउंट रॉयल समुदाय – सेवा लर्निंग में अग्रणी है : छात्र प्रत्येक वर्ष 500 संगठनों के साथ 300,000 घंटे से अधिक की सेवा प्रदान करते हैं। परिसर कैलगरी शहर से एक कम समय की दूरी पर है। सुविधाओं में पेशेवर प्रसारण स्टूडियो , एक एविएशन सिम्युलेटर और एक पुरस्कार विजेता इको – बिल्डिंग , रोडरिक माह सेंटर फॉर कंटीन्यूअस लर्निंग (Roderick Mah Centre for Continuous Learning) शामिल हैं। रिडेल लाइब्रेरी एंड लर्निंग सेंटर में एक एक्सपीरियंस (VR) लैब , साउंडप्रूफ डिजिटल प्रोजेक्ट रूम और एक 360- डिग्री डेटा विज़ुअलाइज़ेशन स्टूडियो है।
असाधारण कार्यक्रम
• कंप्यूटर साइंस : यह स्नातक कार्यक्रम खगोल विज्ञान , जीव विज्ञान और भौगोलिक सूचना प्रणाली सहित कई विषयों के साथ कंप्यूटिंग जोड़ता है। छात्र विभिन्न करियर की तैयारी करते हैं।
• जीव विज्ञान : छात्र व्यावहारिक अनुभव और कक्षा के अध्ययन के संतुलन के माध्यम से जीवित जीवों का पता लगाते हैं। छात्र पारिस्थितिकी और विकास जैसे क्षेत्रों में अपनी विशेषज्ञ डिग्री ले सकते हैं।
• आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन : यह व्यवसाय प्रबंधन कार्यक्रम उन तंत्रों की जांच करता है जो आपूर्ति श्रृंखला के प्रत्येक पहलू को उत्पादन योजना से सूची प्रबंधन और ग्लोबल लोजिस्टिक्स से जोड़ते हैं।
कूल कोर्स
• कला ( आर्ट ), रेवोलुशन और पॉप कल्चर : यह पाठ्यक्रम 1920 से 1970 के वर्षों पर ध्यान केंद्रित करते हुए , आधुनिक कला और युद्ध , कट्टरवाद और क्रांति के बीच संबंधों की जांच करता है।
• पिच की कला ( आर्ट ): छात्र मजबूत उद्यमशीलता संचार कौशल के माध्यम से संभावित निवेशकों को अपने व्यावसायिक विचारों को दृढ़ता से प्रस्तुत करना सीखते हैं।
ट्यूशन (अनिवार्य सहायक शुल्क सहित)
$6,724
न्यूनतम प्रवेश ग्रेड
कला ( आर्ट्स ): 65% · विज्ञान : 65% · बिजनेस : 75%
छात्र संगठन
पूर्व – स्नातक : फुल टाईम : 10,229 · पार्ट टाईम : 1,298
अंतराष्ट्रीय विद्यार्थी : प्रथम – साल : 5.1%
पुरुष – स्त्री अनुपात : 39 से 61
आवास तथ्य
COVID-19 के कारण आवास के अवसर कम हो गए
निवास स्थान : 452 ( पिछले साल 1,013 जिसमें लगभग 709 प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए आरक्षित )
निवास की लागत : अपार्टमेंट – शैली $6,020 से $8,516
केनया: स्थानीय संरक्षण अभियान के ज़रिये, कुरुवितु कोरल की पुनर्बहाली
कुरुवितु के कुछ ग्रामीण, सीमेंट कोरल को एकान्त समुद्र में स्थापित करने के लिये, नाव में ले जाने के लिये तैयार कर रहे हैं.
केनया: स्थानीय संरक्षण अभियान के ज़रिये, कुरुवितु कोरल की पुनर्बहाली
केनया के एक छोटे, शान्त गाँव में, एक सफल समुद्री प्रवाल संरक्षण परियोजना के ज़रिये, मछली पकड़ने के उद्योग को एक नया उद्देश्य मिला है, जो हिन्द महासागर के पश्चिमी हिस्से के समुद्री संरक्षित क्षेत्रों में अपनी तरह की पहली,अनूठी पहल है.
केनया का कुरुवितु तट शान्त व सौम्य है. जगमगाते रेत के समुद्र तट, इस साफ़ नीले पानी का सौन्दर्य पूर्ण करते हैं, और हवा में, रेत व समुद्री नमक की जानी-पहचानी गन्ध व्याप्त है.
एक दशक पहले, ग्रामीणों ने मछलियों की घटती मात्रा को देखते हुए, समान विचारधारा वाले भागीदारों की मदद से, एक संरक्षण क्षेत्र स्थापित करने की ज़िम्मेदारी ख़ुद उठाने का फ़ैसला किया.
समुद्री संरक्षणवादी और प्रवाल परियोजना कार्यक्रम के प्रमुख, डिक्सन गेरेज़ा बताते हैं कि प्रदूषण, समुद्र का सबसे बड़ा दुश्मन है. वे कहते हैं, "लोग ग़ैर-ज़िम्मेदार होते जा रहे हैं. महासागर एक उपयोगी संसाधन है, लेकिन मनुष्य उसमें कचरा फैला रहा है. समुद्र को बचाने के लिये, कचरे का सही ढंग से निपटान करना बेहद महत्वपूर्ण है."
पहली स्थानीय प्रवाल संरक्षण परियोजना
समुदाय ने महसूस किया कि इससे पहले कि समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र नुक़सान से उबरने लायक भी न रहे, एक्वैरियम व्यापार द्वारा अत्यधिक मछली पकड़ने, जलवायु परिवर्तन और मछली व मूंगा संग्रह की अनियंत्रित समस्या से निपटना होगा.
2005 में, क्षेत्र के निवासियों ने 30-हैक्टेयर समुद्री संरक्षित क्षेत्र (Marine Protected Area) को अलग करने का अभूतपूर्व क़दम उठाया. यह केनया में पहला मूंगा-आधारित स्थानीय रूप से प्रबन्धित समुद्री क्षेत्र (Locally Managed Marine Area) था. बारह साल बाद, इस क्षेत्र में उल्लेखनीय बदलाव देखने को मिला.
कटाना हिंजानो, Oceans Alive Organization में संरक्षणवादी हैं, जहाँ वह सीमेण्ट और रेत का उपयोग करके, वैकल्पिक प्रवाल ब्लॉक और नर्सरी बनाने में मदद करते हैं.
कटाना हिंजानो समुद्र और मानव जीवन के बीच के सम्बन्ध को दोहराते हुए कहते हैं: "समुद्र उन लोगों के लिये मूल्यवान है जो इसके पास रहते हैं. मछुआरे और मछली व्यवसाय के मालिक, समुद्री संसाधनों पर भरोसा करते हैं. हम सभी को यह सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभानी है कि हम समुद्र से लाभ उठाएँ और आने वाली पीढ़ियों के लिये इन्हें बरक़रार रखने में मदद करें."
स्थानीय रूप से प्रबन्धित समुद्री क्षेत्र के भीतर मछली पकड़ने के प्रतिबन्ध के बाद, मछलियों की संख्या, आकार और विविधता में बढ़ोत्तरी हुई है. यह क्षेत्र प्रजनन स्थल बन गया है, जिससे क्षेत्र के बाहर मछलियों की संख्या में वृद्धि हुई. इसका दूसरा असर यह भी हुआ कि अब मछुआरों के हाथ अधिक मछलियाँ लग रहीं हैं. साथ ही, जैव विविधता में नाटकीय रूप से वृद्धि हुई है, जिससे कुरुवितु पर्यावरण-पर्यटन के लिये गन्तव्य स्थान बन गया है, व गाइड, नाव कप्तानों और रेंजरों के लिये रोज़गार पैदा हो रहे हैं.
पर्यावरणविद् और मानद केनया वाइल्डलाइफ सर्विस गाइड, गुडलक एमबागा कहते हैं, "समुद्र मेरे लिये मूल्यवान है क्योंकि यह जीवन है. समुद्र भोजन प्रदान करता है, अर्थव्यवस्था में योगदान देता है, व आय एवं मनोरंजन का स्रोत है. हम सभी को यह सीखने की ज़रूरत है कि समुद्र का संरक्षण कैसे किया जाए क्योंकि हम अभी तक इसकी पूरी क्षमता का उपयोग नहीं कर पाए हैं."
केनया की किलिफ़ी काउण्टी में, मूंगा बहाली के लिये, धातु के ढाँचे पर प्लास्टिक की जाली का इस्तेमाल किया जाता है.
धातु का ढाँचा और प्लास्टिक की जाली
कोरल को पुनर्जीवित करने में मदद करने के लिये, Oceans Alive और कुरुवितु कन्जर्वेशन एण्ड वेलफेयर एसोसिएशन के विशेषज्ञ साथ मिलकर काम करते हैं. काम शुरु होता है - धातु से बने ढाँचे से, जिसपर प्लास्टिक की जाली लगी होती है. फिर सीमेण्ट और रेत से बने प्लगों को सुखाकर, एक प्रकार की नर्सरी बनाने के लिये इस ढाँचे पर बांधा जाता है. हफ़्तों तक उन्हें समुद्र में रखने के बाद, यह बेड दूसरी जगह लगाने के लिये तैयार हो जाता है और इसे समुद्र तल में डाल दिया जाता है. इस तरह समुद्री जीवन को इस संरचना से जोड़ा जाता है.
समुद्री संसाधनों का सह-प्रबन्धन, क्षेत्र में समुद्री परिदृश्यों के पारिस्थितिकी तंत्र-आधारित प्रबन्धन में आगे बढ़ने का उचित रास्ता है. संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम, UNEP ने UN Habitat के साथ मिलकर महासागरों के पास स्थित शहरों और क़स्बों की समृद्धि में मदद करने के लिये Go Blue प्रोजेक्ट शुरू किया.
Go Blue प्रोजेक्ट की फ्लोरियन लक्स बताती हैं कि यह भागेदारी कैसे काम करती है, "महासागरों और समुद्रों के बगल में शहर और क़स्बे मौजूद हैं, जिससे समुद्र व परिदृश्य आते हैं. ऐसे में, जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिये सहनसक्षमता बनाने हेतु, उनकी पुनर्बहाली बेहद आवश्यक है."
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कुरुवितु संरक्षण एक सह-प्रबन्धन योजना विकसित करने के लिये, स्थानीय समुद्र तट प्रबन्धन इकाई (local Beach Management Unit), केनयाई राज्य मत्स्य पालन विभाग और वन्यजीव संरक्षण सोसायटी (WCS) के साथ काम कर रहा है जो केनया के तट से दूर समुद्र के 800 हैक्टेयर क्षेत्र को कवर करेगा.
इस क्षेत्र में लगभग 30 हज़ार लोगों की आबादी वाला 12 किलोमीटर समुद्र तट है, जिसमें छह लैण्डिंग साइट और तीन गाँव शामिल हैं.
2017 में, कुरुवितु संरक्षण के काम के कारण इसे संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम, UNDP के भीतर भूमध्य रेखा पहल द्वारा आयोजित भूमध्य रेखा पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
जैव विविधता के संरक्षण और टिकाऊ उपयोग के ज़रिये ग़रीबी उन्मूलन के लिये उत्कृष्ट सामुदायिक प्रयासों को मान्यता देने के लिये यह पुरस्कार हर दो साल में दिया जाता है.
ई-कॉमर्स क्या होता है
आज के समय में इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन एक विजेता व्यापार स्थापित करना व्यवसाय करना तथा ख़रीदारी करना बहुत पसंद किया जा रहा है, अब हमे मोबाइल, फर्नीचर, कपडे एवं इलेक्ट्रानिक का सामान आदि खरीदने के लिए बाजार नहीं जाना पड़ता है घर बैठे ही इंटरनेट ऑनलाइन शॉपिंग के द्वारा एक क्लिक से आप घर पर ही सामान मंगवा सकते है | ऑनलाइन शॉपिंग का व्यवसाय आज के समय में बहुत लोकप्रिय बन चुका है |
इंटरनेट के माध्यम से खरीदारी को ही ई-कॉमर्स कहते है Amazon, Flip-kart, shopcluse आदि वेबसाइट ई-कॉमर्स की ही साइट है | इन वेबसाइट के द्वारा ऑनलाइन व्यवसाय किया जा रहा है बहुत से लोग ऑनलाइन शॉपिंग करते है लेकिन उन्हें ई-कॉमर्स क्या है, इसका क्या मतलब होता है यह कितने प्रकार का है इस सम्बन्ध में पूरी जानकारी नहीं होती है, इसलिए इस पेज पर आपको “ई-कॉमर्स क्या होता है? लाभ और विशेषताओं” के विषय में सम्पूर्ण जानकारी दी जा रही है |
ई-कॉमर्स (E-COMMERCE) क्या है?
Table of Contents
ई-कॉमर्स को इंटरनेट या इलेक्ट्रानिक कॉमर्स भी एक विजेता व्यापार स्थापित करना कहते है, इंटरनेट के माध्यम से अपने व्यवसाय को संचालित करने को ई-कॉमर्स कहा जाता है | सामान और सेवाएं खरीदने, बेचने तथा ग्राहकों के साथ व्यवसाय करना एवं भागीदारी देना भी शामिल है साथ ही पैसो के स्थानांतरण तथा डाटा के साँझा करने की भी प्रक्रिया है, जिसमे इलेक्ट्रानिक रूप में दो या दो से अधिक सहयोगियों के बीच डाटा अथवा धन स्थानांतरित होता रहता है |
ई-कॉमर्स के द्वारा व्यापार करने में समय और दूरी रूकावट नहीं बनते है, ई-कॉमर्स को आप ऑनलाइन शॉपिंग भी कह सकते है | टीवी रिचार्ज, नेट बैंकिंग, पेटीएम आदि मोबाइल एप्लीकेशन के द्वारा भी इलेक्ट्रानिक व्यवसाय किया जा रहा है | मिंत्रा, स्नेपडील, शॉपक्लूज, बिगबास्केट,अमेजन, फ्लिपकार्ट, अलिबाबा आदि ई-कॉमर्स व्यापारियों की वेबसाइट है |
इन कामर्शियल वेबसाइटों ने ऑनलाइन शॉपिंग के द्वारा ई-कॉमर्स के व्यवसाय को व्यापक स्तर तक पहुँचा दिया है तथा अपने ग्राहकों के साथ एक अच्छा सम्बन्ध स्थापित कर लिया है इसलिए ग्राहकों के बीच इसकी लोकप्रियता में भी वृद्धि एक विजेता व्यापार स्थापित करना हुयी है | सोशल मीडिया ऍप्लिकेशन्स, व्हाट्सप्प ऑनलाइन चैटिंग, वीडियो या सामान्य कॉलिंग आदि अन्य Apps के माध्यमों से भी ई-व्यवसाय किया जा रहा है | ई-कॉमर्स का शुभारम्भ 1960 में हुआ था |
ई-कॉमर्स के लाभ
- ई -कॉमर्स ग्राहक का बेहतर सुविधाएं प्रदान करने में सहायता करता है |
- ई-कॉमर्स ने कागज पर काम कम कर दिया है |
- ई-कॉमर्स ने लेंन-देंन तथा उत्पादों की लागत को कम कर दिया है जिससे कम संपन्न लोग भी इन उत्पादों को खरीद सकते है |
- ई-कॉमर्स ने संगठन के ब्रांड प्रतिबिम्ब को बेहतर बना दिया है |
- ई-कॉमर्स न्यूनतम पूंजी में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यवसाय को बढ़ाता है |
- ऑनलाइन शॉपिंग परंपरागत खरीदारी की तुलना में बेहतर होती है तथा समय की भी बचत होती है |
- ई-कॉमर्स ग्राहकों को अच्छे और सस्ते उत्पादों को देखने का अवसर प्रदान करता है |
- ई-कॉमर्स व्यापार की प्रक्रियाओं में वृद्धि, सरलता और कुशलता देता है |
- ई-कॉमर्स व्यवसाय को ग्लोबल बाजार तक पहुंचने में सक्षम बनाता है |
- ई-कॉमर्स का उपयोग आप दिन के 24 घंटे किसी भी समय कर सकते है |
ई-कॉमर्स की विशेषताएं
- ऑनलाइन खरीदारी में आपको उत्पाद के विषय में सम्पूर्ण जानकारी दी जाती है तथा मोल-भाव भी नहीं होता जिससे आपसे अधिक पैसे सामान के लिए नहीं लिए जा सकते, जबकि परंपरागत ख़रीदारी में ये सुविधा नहीं होती है |
- विक्रेता और ग्राहक के बीच में सीधा संपर्क होता है तथा बीच में कोई मध्यस्त नहीं होता है |
- इलेक्ट्रानिक व्यवसाय करने के लिए विक्रेता को अपने उत्पादों को बेचने के लिए दुकान की आवश्यकता नहीं होती है |
- किसी भी ग्राहक को खरीदारी करने के लिए किसी दुकान या स्थान पर नहीं जाना पड़ता है, ई-कॉमर्स की सहायता से किसी भी जगह से ऑनलाइन शॉपिंग कर सकता है |
- ई-कॉमर्स के द्वारा खरीदारी में परिवहन खर्च में बचत तथा समय की भी बचत होती है, फ़ोन या लैपटॉप के माध्यम से ऑनलाइन शॉपिंग कर के सामान का आर्डर कर देते है और सामान घर पर पंहुचा दिया जाता है |
- इंटरनेट का प्रयोग पूरे विश्वमें हो रहा है, इसलिए इंटरनेट सेवाओं का लाभ कही पर भी लिया जा सकता है |
ई-कॉमर्स के प्रकार
व्यवसाय एक विजेता व्यापार स्थापित करना से व्यवसाय (Business to Business E-commerce)
दो व्यवसायिक कंपनियों के बीच आपसी लेंन-देंन से सम्बंधित है जिसमे कोई कंपनी अपना खुद का उत्पाद ना बना कर दूसरी कंपनी से खरीद कर बेचता है उसे व्यवसाय से व्यवसाय ई-कॉमर्स या Business to Business E-commerce भी कहते है |
व्यापार से उपभोक्ता (Business to Consumer E-commerce)
कंपनी अपने बनाये उत्पाद एवं सेवाएं सीधे उपभोक्ता को वेबसाइट के माध्यम से बेचता है, जिसमे उपभोक्ता उत्पाद के विषय में जानकारी लेकर उत्पाद का आर्डर करके घर में सामान प्राप्त करता है इस इलेक्ट्रानिक लेंन-देंन को व्यापार से उपभोक्ता ई-कॉमर्स या Business to Consumer E-commerce भी कहते है, जैसे Flipkart, Amazon आदि |
3.उपभोक्ता से उपभोक्ता (Consumer to Consumer E-commerce )
दो उपभोक्ताओं के बीच सेवाओं और सुविधाएं का इलेक्ट्रानिक लेंन-देंन किसी तीसरे पक्ष के माध्यम से किया जाता है, जिसमे एक उपभोक्ता सामान बेचता है और दूसरा खरीदता है जैसे olx ,Quicker, eBay आदि, इसे उपभोक्ता से उपभोक्ता ई-कॉमर्स या Consumer to Consumer E-commerce भी कहते है |
उपभोक्ता से व्यवसाय (Consumer to Business E-commerce)
यह इलेक्ट्रानिक लेन-देन व्यापार से उपभोक्ता ( B2C) का विपरीत है, इसमे उपभोक्ता और व्यवसाय के बीच आपसी लेन-देन होता है, जब एक उपभोक्ता को वेबसाइट बनाने के लिए ऑनलाइन आवश्यकता होती है तथा दूसरी कंपनी उपभोक्ता के लिए वेबसाइट बनाकर देती है इसे उपभोक्ता से व्यवसाय या Consumer to Business E-commerce कहते है |
व्यवसाय से प्रशासन (Business To Government E-commerce)
कंपनियों तथा प्रशासन के बीच सभी ऑनलाइन लेंन-देंन शामिल होते है इस ई-कॉमर्स में विभिन्न प्रकार की सेवाएं जैसे सामाजिक सुरक्षा, वित्तीय, रोजगार, कानूनी दस्तावेज और रजिस्ट्रार आदि अधिक मात्रा में शामिल हैं, इस प्रकार के लेंन-देंन को व्यवसाय से प्रशासन या Business To Government E-commerce कहते है |
उपभोक्ता-से-प्रशासन (Consumer To Government E-commerce)
इस ई-कॉमर्स के अंतर्गत उपभोक्ता और प्रशासन के बीच किए गए सभी इलेक्ट्रॉनिक लेन-देन सम्मिलित होते हैं, जैसे कर का भुगतान, स्वास्थ्य सेवाओं का भुगतान तथा दूरस्थ शिक्षा प्राप्त करना आदि , इस प्रकार के लेंन-देंन को उपभोक्ता से प्रशासन या Consumer To Government E-Commerce कहते है |
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