विदेशी मुद्रा विकल्प

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘बेहतर घरेलू हाजिर मांग, रुपये के कमजोर होने और अंतरराष्ट्रीय बाजार की तेजी की वजह से घरेलू बाजार में सोने की कीमतों को समर्थन मिला।’’
विदेशी मुद्रा व्यापार, क्रिप्टोकरेंसी का ऐतिहासिक विकल्प?
यदि आप अभी बाहर शुरू कर रहे हैं विदेशी मुद्रा व्यापारयह महत्वपूर्ण है कि आप इस मुद्रा बाजार के आधार को समझें और यह कैसे काम करता है। विदेशी मुद्रा विदेशी और विनिमय शब्दों का एक संकुचन है। यह एक विदेशी मुद्रा बाजार है जहां निवेशक मुद्रा जोड़े खरीद और बेच सकते हैं। दूसरे शब्दों में, यह एक मुद्रा बाजार है.
विदेशी मुद्रा व्यापार में प्रवेश करने वाले निवेशकों को विदेशी मुद्रा व्यापारी कहा जाता है। वे निजी व्यापारी (छोटे निवेशक) या पेशेवर (संस्थागत निवेशक, बैंक, कंपनियां, आदि) हो सकते हैं। यहाँ का एक उदाहरण है फ्रेंच भाषी व्यापारीमुद्रा विदेशी मुद्रा विकल्प विदेशी मुद्रा विकल्प जोड़े का व्यापार करने में सक्षम होने के लिए, खुदरा व्यापारियों को ऑनलाइन दलालों के माध्यम से जाना जाता है जिसे "कहा जाता है" विदेशी मुद्रा दलाल ”। मुद्राओं में विशेषज्ञता वाले ये दलाल उनके लिए बाजार से बातचीत विदेशी मुद्रा विकल्प करेंगे।
विदेशी मुद्रा कहां से आती है?
मुद्रा विनिमय एक अवधारणा है जो लंबे समय से चारों ओर है। इसके अलावा, कई ट्रेडिंग सिस्टम जैसे ब्रेटन वुड्स विदेशी मुद्रा विकल्प सिस्टम और गोल्ड स्टैंडर्ड फॉरेक्स से पहले मौजूद थे। उत्तरार्द्ध 1971 के आसपास बनाया गया था, उस समय की आर्थिक परिस्थितियों के बाद जिसने ब्रेटन वुड्स समझौते को समाप्त कर दिया। वहाँ से, कई देशों की मुद्राओं की विनिमय दर विदेशी मुद्रा पर प्रस्तावों और मांगों द्वारा निर्धारित की गई थी।
किसी भी विदेशी मुद्रा व्यापारी जो विदेशी मुद्रा बाजार में उतरना चाहता है, उसे पता होना चाहिए कि यह कैसे काम करता है और बुनियादी शर्तें। मुद्रा जोड़ी प्रमुख तत्व है जो मुद्रा व्यापार में भाग लेती है। इसमें आधार विदेशी मुद्रा विकल्प मुद्रा और काउंटर मुद्रा (उदाहरण के लिए EUR / USD) शामिल हैं।
विदेशी मुद्रा पर व्यापार का सिद्धांत समझने में काफी सरल है। मुद्राओं का आदान-प्रदान करने के लिए, व्यापारी एक मुद्रा जोड़ी खरीदता है जब बोली ऊपर जाती है और फिर नीचे जाने पर उसे बेचती है। जानकारी के लिए, विदेशी मुद्रा विदेशी मुद्रा विकल्प उद्धरण प्रतिपक्ष के खिलाफ आधार मुद्रा का मूल्यांकन है।
विदेशी मुद्रा: बिटकॉइन का एक अच्छा विकल्प?
अन्य वित्तीय बाजारों की तुलना में, विशेष रूप से बिटकॉइन, विदेशी मुद्रा में खुदरा व्यापारियों और पेशेवरों के लिए महत्वपूर्ण फायदे हैं। यह वास्तव में एक है मुक्त बाजारक्योंकि इसके लिए क्लियरिंग फीस या ब्रोकरेज फीस की आवश्यकता नहीं है। बिटकॉइन (0,1% से कम) की तुलना में विदेशी मुद्रा में लेनदेन की लागत भी कम होती है। हालांकि, आपको पता होना चाहिए कि हर बार जीतना संभव नहीं है और यह तेजी से व्यवस्थित लाभ के साथ एक शहरी मिथक है। 10% रिटर्न पहले से ही उत्कृष्ट है और अधिकांश पेशेवरों को औसत मासिक रिटर्न 1 से 10% तक है, 20% पर कुछ चोटियों या असाधारण मामलों में 40% तक भी।
यह भी जान लें कि फॉरेक्स एक दिन में 24 घंटे खुला बाजार है (सप्ताहांत को छोड़कर), जो आपको किसी भी समय व्यापार करने की अनुमति देता है और कई बार आपको सूट करता है। दलालों द्वारा दिए गए उत्तोलन प्रभाव से आपको अपने लेनदेन को बढ़ाने और अपनी आय को गुणा करने का अवसर मिलता है।
विदेशी मुद्रा भंडार: सोना यानी डॉलर पर कम निर्भरता का विकल्प
भारतीय रिजर्व बैंक पिछले चार साल से लगातार सोने की खरीद कर रहा है। इससे स्पष्ट है कि यह अपनी उन सम्पत्तियों में विविधता लाने को लेकर गंभीर हैं, जिनमें देश का विदेशी मुद्रा भंडार रखा जाता है। हालांकि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) का सोना खरीदना कोई नई परम्परा नहीं है। आरबीआइ कई सालों से छोटी-छोटी मात्रा में सोना खरीदता आया है। राजस्व वर्ष 2022 सोने की खरीद की मात्रा के लिहाज से कुछ अहम हो जाता है। कारण यह कि इस साल बैंक ने अपने स्वर्ण भंडार में 65.11 टन सोने का इजाफा किया। एक राजस्व वर्ष में यह सोने की अब तक की दूसरी सबसे बड़ी खरीद है। इससे पहले राजस्व वर्ष 2010 में देश ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) से 200 टन सोना खरीदा था।
देश का विदेशी मुद्रा भंडार फिर से 600 अरब डॉलर के पार, पिछले हफ्ते 3.8 अरब डॉलर की हुई बढ़ोतरी
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) एक बार फिर 600 अरब डॉलर के पार चला गया है, जो देश की मजबूत वित्तीय स्थिति को दिखाता है। शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक 27 मई को खत्म हुए हफ्ते में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 3.854 अरब डॉलर बढ़कर 601.363 अरब डॉलर पर पहुंच गया। बता दें कि इससे पिछले हफ्ते देश का विदेशी मुद्रा भंडार 4.230 अरब डॉलर बढ़कर 597.509 अरब डॉलर रहा था।
भारतीर रिजर्व बैंक (RBI) ने बताया कि पिछले हफ्ते विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ने के पीछे मुख्य वजह फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) में हुई बढ़ोतरी रही। इसके साथ 27 मई को खत्म हुए हफ्ते में देश का फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) 3.61 अरब डॉलर बढ़कर 536.988 अरब डॉलर हो गया।
फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) के तौर पर यूरो, पौंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी मुद्राओं को रखा जाता है और इनकी वैल्यू डॉलर में नोट की जाती है। इन विदेशी मुद्राओं की डॉलर के मुकाबले वैल्यू घटने और बढ़ने से फॉरेन करेंसी एसेट्स की वैल्यू में भी अतंर आता है।
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RBI ने बताया कि 27 मई को समाप्त हुए हफ्ते में RBI का गोल्ड रिजर्व भी बढ़ा है और यह 9.4 करोड़ डॉलर बढ़कर 40.917 अरब डॉलर हो गया। 27 मई को समाप्त हुए हफ्ते में, इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) के पास जमा स्पेशल ड्राइंग राइट्स (SDR) 13.2 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.438 अरब डॉलर हो गया। साथ ही IMF में रखे देश का मुद्रा भंडार 1.8 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.019 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
RBI ने पिछले हफ्ते जारी अपनी सालाना रिपोर्ट में बताया था कि वित्त वर्ष 2022 के दौरान सोने की अतिरिक्त खरीदारी, गोल्ड कीमतों में बढ़ोतरी और डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी के चलते उसके गोल्ड रिजर्व की वैल्यू में 30 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। RBI ने रिपोर्ट में यह भी कहा सोना ने एक बार फिर से ग्लोबल अस्थिरता के समय साबित किया है वह निवेश के लिए एक सुरक्षित विकल्प है।
मजबूत स्थिति में है भारत का विदेशी मुद्रा भंडार, अप्रैल-सितंबर में गोल्ड ईटीएफ से 388 करोड़ रुपए निकाले गए
Abhishek Shrivastava
Published on: October 17, 2017 16:44 IST
मजबूत स्थिति में है भारत का विदेशी मुद्रा भंडार, अप्रैल-सितंबर में गोल्ड ईटीएफ से 388 करोड़ रुपए निकाले गए
सिंगापुर। चालू वित्त वर्ष में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 402.5 अरब डॉलर पहुंचा गया है। बैंक ऑफ सिंगापुर (डीबीएस) ने कहा कि यह स्तर बाहरी उतार-चढ़ाव से मुकाबला करने की दृष्टि से पर्याप्त दिखता है।
सोना 320 रुपये चमका, चांदी 125 रुपये टूटी
नवभारत टाइम्स 1 दिन पहले
नयी दिल्ली, 16 नवंबर (भाषा) मजबूत वैश्विक रुख और रुपये के मूल्य में गिरावट के बीच राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में बुधवार को सोना 320 रुपये चढ़कर 53,449 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी।
इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 53,129 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
दूसरी तरफ चांदी की कीमत 125 रुपये टूटकर 62,682 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई।
विदेशी बाजारों में डॉलर के मजबूत होने तथा घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी के रुख के बीच अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में आरंभिक कारोबार के दौरान अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 66 पैसे घटकर 81.57 रुपये प्रति डॉलर रह गई।