एफएक्सटीएम

कौन सा फॉरेक्स ब्रोकर सबसे अच्छा है? और कौन सा फॉरेक्स ब्रोकर सबसे खराब है?
हम 10 सालों से अधिक समय से अलग-अलग फॉरेक्स ब्रोकर्स के जरिए फॉरेक्स ट्रेडिंग करते आ रहे हैं। इस वजह से अपने इतने सालों के अनुभव के आधार पर हम आपके लिए फॉरेक्स ब्रोकर से सम्बंधित सबसे अधिक उप्युक्त और सच्ची जानकारी फॉरेक्स ब्रोकर रिव्यू वेबसाइट के रूप में लेकर आए हैं, जो आपको हर तरह के ट्रेडर के बारे में जानकारी देगा। हम उम्मीद करते हैं कि आप अपनी सुविधा अनुसार सबसे अच्छे ब्रोकर का चुनाव करेंगे और मार्केट का अधिक से अधिक लाभ उठाएंगे, तो अगर आप तैयार हैं तो आगे बढ़ते हैं.
Gold Rate: 9 साल के ऊंचे स्तर पर सोने की कीमत, जानिए क्यों यह शुभ संकेत नहीं
Gold Rate: सोने की कीमत गुरुवार को 1,800 डॉलर प्रति औंस से ऊपर रही। यह पिछले नौ वर्षों के सबसे ऊंचे स्तर के करीब है, जहां सोना बुधवार को पहुंचा था। यह दुनियाभर में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर बढ़ती चिंता का नतीजा है, जिसके चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था ठहर गई है। अंतरराष्ट्रीय एफएक्सटीएम बाजार में सोना 1,809.19 डॉलर प्रति औंस रहा। बुधवार को सोना 1,817.71 डॉलर प्रति औंस रहा था, जो सितंबर 2011 से अब तक सबसे ऊंचा स्तर है। यूएस गोल्ड फ्यूचर भी एक दिन पहले के मुकाबले महज 0.3 प्रतिशत घटकर 1,816 डॉलर प्रति औंस बंद हुआ। भारतीय सराफा बाजार में भी सोने की कीमत कहीं-कहीं 50,500 रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर निकल गई है।
बैंक ऑफ चाइना इंटरनेशनल के विश्लेषक जिओ फू ने कहा, 'एक साथ कई चीजें सोने के पक्ष में काम कर रही हैं। दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों की तरफ से अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के लिए बाजार में नकदी बढ़ाने के उपाय और वैश्विक पैमाने पर मंदी जैसे हालात इसमें शामिल हैं। इनकी बदौलत मध्यम अवधि में सोने की कीमत ऊंची बने रहने की संभावना है।' इस विश्लेषक ने यह भी कहा, 'आगे चलकर सोने में भारी उतार-चढ़ाव की आशंका है। हो सकता है कि अगले कुछ दिन में बेहतर आर्थिक आंकड़े जारी होने लगे, जिनसे संकेत मिलने लगे कि परिस्थितियां सामान्य होने की दिशा में बढ़ रही हैं। ऐसे में सोने की तेजी थम जाएगी और कीमतों में एक सीमा तक गिरावट भी आ सकती है।'
सोने में तेजी का सबसे बड़ा कारण
दुनियाभर में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर 1.25 करोड़ के करीब पहुंच गए हैं। इस महामारी से अब तक पांच लाख से ज्यादा लोगों की जान भी जा चुकी है। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका 50 में से 42 राज्यों में पिछले दो हफ्तों के दौरान कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं। अमेरिका में इस बीमारी ने सबसे ज्यादा लोगों को चपेट में लिया है और यहीं सबसे ज्यादा मौतें भी हुई हैं। इसके कारण एक बार फिर लॉकडाउन की आशंका बढ़ गई है। भारत के कुछ राज्यों ने कुछ शहरों से इसकी शुरुआत भी कर दी है। जाहिर है, अर्थव्यवस्था को लेकर आशंकाएं गहरा गई हैं।
फेड ने बढ़ाई चिंता
अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के अधिकारियों ने बुधवार को निराशा बढ़ाने वाले बयान दिए। उनके मुताबिक दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में रिकवरी की उम्मीद खत्म होती जा रही है। इस मामले में गौर करने वाली बात है कि यदि अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता गहराती है तो इसका असर पूरी एफएक्सटीएम दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं पर होता है।
दूसरे दौर के लॉकडाउन की आशंका
एफएक्सटीएम के विश्लेषक लुकमान ओटुनुगा ने कहा, 'कई देशों में दूसरे दौर के लॉकडाउन और वैश्विक अर्थव्यवस्था की वृद्घि दर धीमी पड़ने की आशंका बढ़ी है। ऐसे में सोने की चमक बरकरार रह सकती है, बावजूद इसके कि शेयर बाजार भी लगातार बढ़त दिखा रहा है।' आम तौर पर शेयर बाजार में तेजी वाले दौर में सोने की कीमतें घटने लगती हैं, लेकिन इस बार ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है।
तीन भारतीय मुक्केबाज अंतिम चार में
साइप्रस के लिमासोल में चल रहे एफएक्सटीएम इंटरनेशनल बॉक्सिंग कप में शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए तीन भारतीय मुक्केबाजों ने सेमीफाइनल में प्रवेश किया। इसके साथ ही मनोज कुमार, मनदीप और जगरूप सिंह ने कांस्य पदक पक्के कर लिए।
64 किलो वर्ग में मनोज ने क्वार्टरफाइनल में स्पेन के फ्रांक अर्रक्यूहेट को 15-13 से हराया। अब अंतिम चार में उनका मुकाबला इजिप्ट के दिआ तौफीक मोहम्मद से होगा। 69 किलो वर्ग में मनदीप ने लेबनान के अहमद अल नाबोदेह को हराया।
इस मैच में मनदीप अपने विपक्षी पर इस तरह हावी रहे कि रेफरी को मुकाबला बीच में ही रोककर भारतीय मुक्केबाज को विजयी घोषित करना पड़ा।
वहीं जगरूप सिंह ने 81 किलो वर्ग में इजिप्ट के आरहिम इब्राहिम को हराया। अब्राहम दूसरे राउंड में रिटायर हर्ट हो गए। अन्य मुकाबलों में एल देवेंद्रो सिंह 49 किलो वर्ग में अल्जीरिया के फुसी मोहम्मद के हाथों पहले ही राउंड में हारकर बाहर हो गए
साइप्रस के लिमासोल में चल रहे एफएक्सटीएम इंटरनेशनल बॉक्सिंग कप में शानदार प्रदर्शन जारी रखते हुए तीन भारतीय मुक्केबाजों ने सेमीफाइनल में प्रवेश किया। इसके साथ ही एफएक्सटीएम मनोज कुमार, मनदीप और जगरूप सिंह ने कांस्य पदक पक्के कर लिए।
64 किलो वर्ग में मनोज ने क्वार्टरफाइनल में स्पेन के फ्रांक अर्रक्यूहेट को 15-13 से हराया। अब अंतिम चार में उनका मुकाबला इजिप्ट के दिआ तौफीक मोहम्मद से होगा। एफएक्सटीएम 69 किलो वर्ग में मनदीप ने लेबनान के अहमद अल नाबोदेह को हराया।
इस मैच में मनदीप अपने विपक्षी पर इस तरह हावी रहे कि रेफरी को मुकाबला बीच में ही रोककर भारतीय मुक्केबाज को विजयी घोषित करना पड़ा।
वहीं जगरूप सिंह ने 81 किलो वर्ग में इजिप्ट के आरहिम इब्राहिम को हराया। अब्राहम दूसरे राउंड में रिटायर हर्ट हो गए। अन्य मुकाबलों में एल देवेंद्रो सिंह 49 किलो वर्ग में अल्जीरिया के फुसी मोहम्मद के हाथों पहले ही राउंड में हारकर बाहर हो गए
भारत में 5 सर्वश्रेष्ठ विदेशी मुद्रा दलाल
में वृद्धि हुई है विदेशी मुद्रा व्यापार की लोकप्रियता, जिसका अर्थ है एक विदेशी मुद्रा दलाल की अधिक आवश्यकता। भारत में दलाली उद्योग लंबे समय से जाना जाता है पूंजी व्यापार वित्तीय क्षेत्र में सबसे लोकप्रिय है। हालांकि, फॉरेक्स ट्रेडिंग बढ़ रही है।
भारत में ब्रोकर की तलाश करते समय, आपके पास दो प्रकार होते हैं: छूट और पूर्ण-सेवा ब्रोकरेज कंपनियां। डिस्काउंट ब्रोकर वह होता है जिसकी फीस कम होती है, लेकिन उसकी सेवाएं भी कम होती हैं। दूसरी ओर, पूर्ण-सेवा ब्रोकरेज में शेयर खरीदने और बेचने से अधिक सेवाएं शामिल हैं, लेकिन अक्सर उच्च शुल्क के साथ आते हैं।
भारत में एक विनियमित और विश्वसनीय ब्रोकर खोजना जटिल होने की आवश्यकता नहीं है। जाँच कर रहा है शीर्ष 100 विनियमित दलाल और उनकी वेबसाइट पर उनके नियामक प्रमाणपत्रों की तलाश में हैं।
सर्वश्रेष्ठ 5 विदेशी मुद्रा दलाल सूची
आप स्पॉट कर पाएंगे कि कौन सा ब्रोकर देखने लायक कंपनी है। इसे और भी आसान बनाने के लिए, हमने भारत के पाँच सर्वश्रेष्ठ विदेशी मुद्रा दलालों की सूची बनाई
# 1 GO बाजार
2020 में भारत में सबसे अच्छा समग्र ब्रोकर होने के लिए जाना जाता है, जीओ मार्केट पूरी तरह से ब्रोकरेज सेवा है। इतना ही नहीं, वे प्रतिस्पर्धी स्प्रेड और तकनीकी विकास की पेशकश करते हैं, जो एक सफल विदेशी मुद्रा व्यापारी बनने की कोशिश में काम आते हैं।
जीओ मार्केट एक विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त ब्रोकरेज कंपनी है जिसे उद्योग में विभिन्न पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। उनके मंच में उत्कृष्ट समर्थन और सीखने के उपकरण हैं, जो इस ब्रोकरेज को विदेशी मुद्रा निवेशकों के किसी भी स्तर के लिए एक शीर्ष विकल्प बनाते हैं।
# 2 अल्पारी
अल्पारी एक ब्रोकरेज सेवा है जिसे आप अक्सर कई सर्वश्रेष्ठ विदेशी मुद्रा दलालों की सूची में सबसे ऊपर और कई कारणों से पाएंगे। शुरू करने के लिए, उनके पास अपने ग्राहकों को लाने के लिए विदेशी मुद्रा दलालों के रूप में वर्षों का अनुभव है। जैसा कि अल्पारी बढ़ती है, वे आधुनिक इंटरनेट ट्रेडिंग के साथ जारी रखते हैं, जिसके कारण वे 150 देशों के ग्राहकों की सेवा करते हैं।
एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी होने के नाते, अल्पारी विभिन्न नियामक लाइसेंस रखती है जो उन्हें कई देशों में सुरक्षित रूप से संचालित करने की अनुमति देती है। आप विश्वास कर सकते हैं कि आप एक ब्रोकरेज कंपनी के साथ काम कर रहे हैं जो आपके देश में नियमों का पालन करती है।
# 3 आई.जी.
अगर तुम हो बस एक विदेशी मुद्रा व्यापारी के रूप में शुरू, तो IG आपके लिए ब्रोकरेज कंपनी हो सकता है। वे शुरुआती फॉरेक्स निवेशकों के लिए शीर्ष दलालों में से एक के रूप में पहचाने जाते हैं। 1990 के दशक के अंत में वैश्विक बाजार में ऑनलाइन वित्तीय प्रसार सट्टेबाजी लाते हुए, IG उद्योग के अग्रदूतों में से एक है। 1974 में गर्भाधान के बाद से, IG सबसे शुरुआती विदेशी मुद्रा व्यापारी को सफल होने में मदद करने के लिए दशकों का अनुभव प्रदान करता है।
# 4 एफएक्सटीएम
एक और उत्कृष्ट ब्रोकरेज सेवा FXTM है। हालाँकि, ऊपर सूचीबद्ध अन्य लोगों की तुलना में अपेक्षाकृत नया ब्रोकर, FXTM अभी भी प्रतिस्पर्धी कंपनी है। एफएक्सटीएम को दुनिया में शीर्ष और सबसे तेजी से बढ़ते विदेशी मुद्रा ब्रोकरेज के रूप में मान्यता प्राप्त है। विश्वसनीय ट्रेडिंग स्थितियों और वैश्विक बाजार में शिक्षा की पेशकश के साथ शुरू होने वाली अपनी मूल जड़ों के साथ, एफएक्सटीएम किसी भी विदेशी मुद्रा व्यापारी द्वारा विचार करने लायक कंपनी है।
#5 पेप्परस्टोन
हमारी सूची में लपेटकर पेपरस्टोन है, लेकिन यह उन्हें ऊपर के बाकी हिस्सों की तुलना में कम योग्य नहीं बनाता है। पेपरस्टोन एक तेजी से बढ़ती विदेशी मुद्रा कंपनी है जो लोकप्रियता में बढ़ रही है। वे विश्व स्तर पर एक ठोस प्रतिष्ठा के साथ कई नियम रखते हैं।
ट्रेडिंग शुरू करने के लिए तैयार हैं? ऊपर की सूची भारत में विदेशी मुद्रा दलाल शुरू करने के लिए जगह है। आपको मिलने वाला एक विश्वसनीय विदेशी मुद्रा ब्रोकरेज कंपनी ढूंढना आपको लंबे समय में सफलता के लिए स्थापित कर सकता है।
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अमेरिकी दबाव बढऩे से तुर्की की मुद्रा लीरा 16% गिरकर रिकॉर्ड निचले स्तर पर
इस्तांबुलः अमेरिका के साथ तनाव गहराने से तुर्की की मुद्रा लीरा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 16 प्रतिशत गिरकर नए रिकॉर्ड निचले स्तर पर आ गई। हालांकि, तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन का दावा है एफएक्सटीएम कि इस आर्थिक युद्ध में तुर्की निश्चित तौर पर विजेता बनकर उभरेगा। लीरा में कल आई गिरावट एर्दोआन के 2003 में सत्ता में आने के बाद से यह तुर्की का सबसे बड़ा आर्थिक संकट है। इससे पहले तुर्की ने 2001 में भीषण आर्थिक संकट का सामना किया था।
कैपिटल इकोनॉमिक्स के मुख्य वैश्विक अर्थशास्त्री एंड्र्यू केनिंघम ने कहा, ‘‘मई में शुरू हुई लीरा की गिरावट अब ऐसी स्थिति में आ गई है जो तुर्की की अर्थव्यवस्था को मंदी में धकेल देगी और यह बैंकिंग संकट उत्पन्न कर सकती है।’’ मुद्रा का यह संकट ऐसे समय आया है जब तुर्की का अमेरिका के साथ संबंध 1974 के बाद के सबसे बुरे दौर में है। संबंधों में सुधार के भी फिलहाल कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं। तुर्की के इस मुद्रा संकट ने वैश्विक स्तर पर शेयर बाजारों पर भी असर डाला है। कुछ यूरोपीय बैंक तुर्की को दिए भारी कर्ज के कारण इस संकट की चपेट में आ गए हैं।
एफएक्सटीएम के प्रमुख (मुद्रा रणनीति) जमील अहमद ने कहा, ‘‘पिछले 24 घंटे में हमने किसी मुद्रा में गिरावट की जो रफ्तार देखी है, मेरी याद से ऐसा इससे पहले 2014 में रूस की मुद्रा रूबल के साथ हुआ था।’’ इस संकट का असर वाल स्ट्रीट पर भी देखने को मिला। पिछले दिवस डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज, एसएंडपी500 और नासडैक सभी गिरावट में बंद हुए। हालांकि, अब तक इस बाबत लगभग चुप रहे एर्दुआन ने तुर्की के लोगों से इस मामले को अपने हाथों में लेने की अपील की है।
उन्होंने, ‘‘यदि आपके पास डॉलर, यूरो या सोना है तो उन्हें बैंक में जाकर लीरा से बदलिये। यह राष्ट्रीय संघर्ष है। यह उन लोगों को हमारा जवाब होगा जिन्होंने आॢथक युद्ध शुरू किया है।’ एर्दोआन ने जारी संकट के मद्देनजर गुरुवार को दैवीय मदद की आस जाहिर कर दी थी। उन्होंने कहा था, ‘‘यदि उनके पास डॉलर है तो हमारे पास अपने लोग हैं हमारे पास अधिकार हैं और हमारे साथ अल्लाह है।’’
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