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डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है

डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है
भविष्य में कंपनी रणनीतिक साझेदारी में प्रवेश करना चाहती है जो अधिक उद्योगों में अपने सिस्टम के लिए आकर्षक उपयोग के मामलों को अनलॉक करेगी. यह आशा की जाती है कि मेननेट 2023 की पहली तिमाही में लॉन्च होगा. यह डेवलपर्स और यूजर्स के लिए समान रूप से यह पता लगाने का मार्ग प्रशस्त करेगा कि Web3 का भविष्य कैसा दिखना चाहिए.

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वेब 3.0 क्या है ?

इंटरनेट का उपयोग महामारी के दौरान बहुत ज़्यादा हुआ है क्योंकि लोग कईं महीनो तक अपने घरों में बंद थे। 1980 में वेब 1.0 हुआ करता था उसके बाद वेब 2.0 आया और अब 3.0 आ चूका है। आज हम जानेंगे की वेब 3.0 क्या है ?

वेब 3.0 को डिसेंट्रलाइज़्ड वेब भी कहा जाता है। इस संस्करण में वेबसाइट के फीचर के ऊपर कोई भी बात को सुनिश्चित नहीं किया जाएगा। इसके बजाय इसका मेजर एलिमेंट डिसेंट्रलाइजेशन होगा।

वेब 3.0 को ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पावर देगी जिसे क्रिप्टोकरेन्सी में भी इस्तेमाल किया जाता है।

ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी में कोई भी डाटा किसी एक कम्प्यूटर या सर्वर पर नहीं होता बल्कि दुनिया भर के विभिन्न कम्यूटर पर होता है जिस कारण किसी भी हैकर का इसे हैक कर लेना नामुमकिन सा है।

वेब 3.0 पूरी तरह ओपन होगा और यह वेब के पुराने सभी वर्ज़न से कईं कदम आगे होगा। इस वेब में हमारी पूरी वेब सिक्योरिटी सिक्योर रहेगी।

Crypto पर RBI डिप्टी गवर्नर टी रविशंकर का बड़ा बयान, कहा- पोंजी स्कीम जैसी है, सिस्टम और बैंकिंग के लिए खतरा

RBI Deputy Governor on cryptocurrencies: अपनी चिंताओं को जाहिर करते हुए टी रविशंकर ने कहा कि यह डिसेंट्रलाइज्ड सिस्टम्स है. जहां भागीदार ही आपसी सहमति से ट्रांजैक्शन करते हैं. इसे बैंकिंग सिस्टम को दरकिनार करने के लिए बनाया गया है. वहीं इसमें ट्रांजैक्शन के उद्देश्य भी साफ नहीं है.

टी रविशंकर सोमवार को आईबीए के वार्षिक बैंकिंग टेक्नोलॉजी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे. (फोटो: PTI)

RBI Deputy Governor on cryptocurrencies: बजट में भले ही क्रिप्टो से होने वाली आय पर 30 फीसदी टैक्स लगाने की घोषणा की गई हो, लेकिन ऐसा नहीं लगता कि सरकार फिलहाल इसे Legalize कर देगी. वहीं रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के डिप्टी गवर्नर टी रविशंकर ने कहा है कि यह पोंजी स्कीम जैसी है. उन्होंने इसे सिस्टम और बैंकिंग के लिए खतरा बताया. टी रविशंकर सोमवार (14 फरवरी, 2022) को क्रिप्टोकरेंसी पर आईबीए (Indian Banks' Association) के 17वें वार्षिक बैंकिंग टेक्नोलॉजी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.

कैसे Web2 को पूरी तरह से रिप्लेस कर सकती है Web3 टेक्नोलॉजी?

कैसे Web2 को पूरी तरह से रिप्लेस कर सकती है Web3 टेक्नोलॉजी?

आज टेक्नोलॉजी के दौर में हर किसी की जुबां पर Web3 का नाम है. लेकिन जब आप इसकी शौहरत को एक पल के लिए अलग रख देते हैं, तो एक सवाल मन में जरूर उठता है: क्या ये प्रोजेक्ट पूरी तरह से Web2 को रिप्लेस कर सकता है. अगर हां, तो यह कैसे होगा?

Google और Facebook (अब Meta) जैसी दिग्गज कंपनियों ने Web2 के युग में ग़ज़ब की शौहरत हासिल की. इन कंपनियों ने न सिर्फ अरबों डॉलर का मुनाफा कमाया, बल्कि इंटरनेट पर अपनी धाक जमाई. लेकिन उनकी ये धाक निरंतर कायम रहे; इसकी गारंटी नहीं है. वेब का 30 साल का इतिहास इसी तरह की कई बड़ी कंपनियों के पतन की कहानियों से डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है भरा पड़ा है. MySpace उनमें से एक उल्लेखनीय उदाहरण है.

बड़ा आइडिया, बड़ी डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है चुनौतियां

मेटावर्स का मार्केट 1 ट्रिलियन डॉलर का हो सकता है. ये कयास JPMorgan ने लगाए हैं. मेटावर्स म्यूजिक इंडस्ट्री को पुनर्जीवित कर सकती है. यह हमारे काम करने और खेलने के तरीके को फिर से शुरू कर सकती है. लेकिन इससे पहले कि वर्चुअल वर्ल्ड वास्तव में मुख्यधारा में आए, सुरक्षा और गोपनीयता की चुनौतियों को दूर करना होगा. इसे अपनाने में इंटरऑपरेबिलिटी रिस्क की कमी भी रास्ते का रोड़ा बन रही है. और जबकि शुरुआती दिनों में इंटरनेट बहुत धीमा था, मेटावर्स के पास प्रयोग करने योग्य और सहज ज्ञान युक्त होने डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है से पहले एक लंबा रास्ता तय करना है. ब्लॉकचेन तकनीक का उपयोग करने वाले लोगों की आकांक्षा बिना साकार किए भी अभी कुछ दूर है.

यह हमारे सामने कुछ दूसरे उदाहरण भी लाता है जो ब्लॉकचेन के लिए प्रस्तावित किए गए हैं. कई उद्यमियों का दृढ़ विश्वास है कि ये अपरिवर्तनीय बहीखाता स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को 21वीं सदी में खींच सकते हैं. इससे यह सुनिश्चित होगा कि मेडिकल रिकॉर्ड ठीक से डिजीटल हैं और आसानी से सुविधाओं के बीच स्थानांतरित हो गए हैं. यहाँ समस्या है: यह एक ऐसा उद्योग है जिसमें प्रचुर मात्रा में डेटा है, और रोगी की गोपनीयता सर्वोपरि है. नेटवर्क के लिए आगे बड़े अवसर हैं जो इंटरऑपरेबिलिटी, अपरिवर्तनीयता, सुरक्षा, लेनदेन पारदर्शिता और चिकित्सा डेटा संप्रभुता प्राप्त कर सकते हैं. ब्लॉकचेन भी क्रांतिकारी से कम नहीं हो सकता है अगर यह इस जगह में नकली दवाओं की भारी मात्रा से निपटता है - कुछ अनुमानों के मुताबिक मार्के में 10% दवाएं नकली हैं.

क्या है डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है तरीका?

Inery एक लेयर 1 ब्लॉकचेन है जिसका उद्देश्य इनमें से कुछ ज्वलंत डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है मुद्दों से निपटना है, जैसे - सिस्टम, एप्लिकेशन और नेटवर्क को जोड़ना. इसका डेटाबेस मैनेजमेंट सॉल्यूशन, IneryDB, चैंपियन हाई थ्रूपुट, कम विलंबता और जटिल क्वेरी खोज - यह सुनिश्चित करते हुए कि डेटा एसेट्स पूरी तरह से उनके मालिकों के कंट्रोल में रहती है.

इस प्रूफ-ऑफ-स्टेक नेटवर्क के पीछे की टीम का कहना है कि यह स्केलेबल है, सिबिल हमलों के लिए प्रतिरोधी, ऊर्जा कुशल, टैम्परप्रूफ और तेज है. यह प्रति सेकंड 5,000 ट्रांजेक्शन प्राप्त करने में सक्षम है, यानि हर आधे सेकंड में नए ब्लॉक बनाए जाते हैं. यह सब सुरक्षा डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है से समझौता किए बिना हासिल किया जाता है.

Inery के सीईओ डॉ नवीन सिंह ने कॉइनटेलीग्राफ को बताया: "Inery के साथ, हमारा प्रयास डेटाबेस मैनेजमेंट के लिए एक सेंट्रलाइज्ड, सुरक्षित और पर्यावरणीय रूप से टिकाऊ वास्तुकला की कल्पना करने पर केंद्रित हैं. Inery एक किफायती और स्केलेबल समाधान सक्षम करता है जो लोगों को डेटा एसेट्स जारी करने और कंट्रोल करने की अनुमति देता है, डेटा एक्सेसिबिलिटी के लिए एक नया प्रतिमान सक्रिय करने के लिए."

DeFI कैसे करती है काम? यह क्या है और कितनी सुरक्षित है, जाने इसकी पूरी डिटेल

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बिजनेस डेस्कः DeFI एक डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस सुविधा है। यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर बेस्ड होती है। इसमें यूजर्स को कई सुविधाएं मिलती है। इसमें क्रिप्टोकरेंसी में उधार लेने और उधार देने की सुविधा है। सदियों पुरानी सेंट्रलाइज्ड फाइनेंस सुविधा का एक नया ऑप्शन DeFI है। इसे बैंकिंग सिस्टम की तौर पर समझा जा सकता है। डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है जो DeFI के बारे में नहीं जानते हैं उनके लिए, सेंट्रलाइज्ड फाइनेंस को बैंकिंग सिस्टम से समझा जा सकता है। बैंकिंग सिस्टम लोगों को अपनी ही संपत्ति पर स्वामित्व और नियंत्रण से प्रतिबंधित रखता है। लेकिन क्रिप्टो करेंसी पर डेफी आपको आपकी संपत्ति का पूरा हक देता है। मतलब बिना किसी लिमिट और बिना किसी दखल के आप पैसे निकालने, उधार लेने और पैसे जमा करने का काम कर सकते हैं।

क्या ब्लॉकचेन सुरक्षित है | Is Blockchain Secure

जैसा कि हम जान चुके हैं की नेटवर्क पर होने वाली ट्रांजैक्शन का रिकॉर्ड किसी डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है एक संस्था के द्वारा नहीं रखा जाता इस वजह से रिकॉर्ड के साथ छेड़खानी करना बहुत मुश्किल हो जाता है अगर एक पल के लिए हम सोचे की कोई व्यक्ति नकली एंट्री करना चाहे तो उसे नेटवर्क पर मौजूद सभी कंप्यूटर में वह एंट्री करनी पड़ेगी जोकि मुमकिन नहीं है।

बिटकॉइन और ब्लॉकचेन दोनों बहुत अलग-अलग चीज है जहां ब्लॉकचेन एक टेक्नोलॉजी है जिसमें हम किसी किसी भी चीज का डिजिटल रिकॉर्ड बना कर उसे स्टोर कर सकते हैं यानी ब्लॉकचेन एक डिजिटल लाइजर है वहीं अगर बिटकॉइन की बात की जाए वह एक डिजिटल माध्यम है जिसके द्वारा चीजों को खरीदा या बेचा जा सकता है बिटकॉइन को एक करेंसी कहना शायद गलत होगा क्योंकि एक्सपर्ट का मानना है की बिटकॉइन 1 बहुत अच्छा स्टोर ऑफ वैल्यू है कुछ लोग बिटकॉइन को आधुनिक गोल्ड भी कहते हैं परंतु इसे करेंसी की तरह इस्तेमाल करना थोड़ा जटिल डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है है क्योंकि जिसमें ट्रांजैक्शन करने के लिए गैस फीस थोड़ी ज्यादा लगती है इसका समाधान काफी सारी अलग क्रिप्टो करेंसी ने ढूंढ निकाला है जिनके नेटवर्क पर ट्रांजैक्शन करना बिटकॉइन से और कुछ पर तो बैंक से भी सस्ता पड़ता है

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