डायरेक्ट ब्रोकर

सहायक कंपनियाँ
महिंद्रा फायनांस में, हमारा नजरिया अपने हर कार्य में ग्राहकों की जरूरतों को हमेशा सबसे ऊप रखना है। यही वह वजह है जो हमें अपने परिवार का विस्तार करने और बेहतर सेवाओं के साथ प्रदान की गई विशेषज्ञता के माध्यम से अपने ग्राहकों को अधिक मूल्य प्रदान करने के लिए प्रेरित करता है। यहां कुछ ऐसे सफल उद्यम हैं - महिंद्रा इंश्योरेंस ब्रोकर्स लिमिटेड और महिंद्रा रूरल हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड, जिन्हें हम अपने बढ़ते परिवार के हिस्से के रूप में स्वीकारते हुए गर्व महसूस करते है।
महिंद्रा इन्शुरन्स ब्रोकर्स लि.
हम ऐसे समय में जी रहे हैं जहाँ कल की अनिश्चितताओं को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित बने रहना सबसे ज्यादा जरुरी हैं. इसी जरुरत को ध्यान में रखते हुए हमारी सहायक कंपनी महिंद्रा इन्शुरन्स ब्रोकर्स लि. 3600 से भी अधिक इन्शुरन्स समाधान उपलब्ध कराती हैं जो हमारे विस्तृत ग्राहकवर्ग की विभिन्न जोखिमों और ज़रूरतों के अनुसार होते हैं. लगभग 1.3 मिलियन रिटेल ग्राहकों और बहुत बड़ी संख्या में कॉर्पोरेट ग्राहकों को प्रत्यक्ष (डायरेक्ट) इन्शुरन्स ब्रोकिंग उपलब्ध कराने के साथ-साथ कंपनी जीवन तथा गैर जीवन बीमा क्षेत्र में भी कई तरह की बीमा योजनाएं उपलब्ध कराती हैं.
ग्राहकों की बीमे-संबंधी जरूरतों और जोखिमों को बहुत ही बारीकी से और सुव्यवस्थित तरीके से समझकर उन्हें उनके पैसे का पूरा-पूरा मूल्य देने के प्रति एमआईबीएल प्रतिबद्ध हैं. इससे अधिकाधिक मौलिक/नए-नए, किफायती और ग्राहक की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, इन्शुरन्स समाधान तैयार करने में मदद होती हैं. गुणवत्तापूर्ण प्रबंधन प्रणालियों (क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम्स) के लिए हमें प्रतिष्ठित आईएसओ 9001:2008 प्रमाणन प्रदान किया जाना, जो की भारत की बहुत कम इन्शुरन्स ब्रोकिंग कंपनियों को मिलता है, हमारे गुणवत्ता के सर्वोच्च मानकों के सन्दर्भ में कोई समझौता ना करने की बात पर अटल बने रहने के हमारे इरादे का प्रतीक हैं.
एमआईबीएल को मई 2004 में बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) द्वारा डायरेक्ट ब्रोकर लाइसेंस प्रदान किया गया जिससे उन्हें जीवन और गैर जीवन बीमा व्यवसाय में डायरेक्ट इन्शुरन्स ब्रोकिंग का काम करना संभव हुआ. इसके अलावा, एमआईबीएल ने ग्राहकों की ज़रूरत के अनुसार उन्हें समाधान उपलब्ध कराने का अपना वादा पूरा करने के लिए विभिन्न सार्वजनिक और निजी बीमा कम्पनियों के पैनल में अपने आप को शामिल कर लिया हैं. सितंबर 2011 में एमआईबीएल को आईआरडीए द्वारा कम्पोजिट ब्रोकर लाइसेंस प्रदान किया गया जिससे उन्होंने डायरेक्ट ब्रोकिंग के साथ-साथ रिइन्शुरन्स व्यवसाय में प्रवेश कर लिया. संपूर्ण बीमा जोखिम समाधान प्रदाता के तौर पर एमआईबीएल ग्राहकों के जोखिम व्यवस्थापन पोर्टफोलियो में भी अभिन्न भूमिका निभाते हैं.
हमारा सपना:
"2015 तक राजस्व (रेवेन्यू) के सन्दर्भ में भारत का नंबर 1 इन्शुरन्स ब्रोकर बनना."
सामरिक भागीदारी (स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप)
सितंबर 2012 में महिंद्रा इन्शुरन्स ब्रोकर्स लिमिटेड (एमआईबीएल) ने सिंगापूर में निगमित लीपफ्रॉग फाइनेंसियल इन्क्लूजन फण्ड की सहायक कंपनी इनक्लूजन रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड (आईआरपीएल) और अपनी मूल कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंसियल सर्विसेज लिमिटेड (एमएमएफएसएल) के साथ मिलकर बड़े बाज़ारों में बीमा उपलब्ध कराने के लिए, आईआरपीएल के अंतर्राष्ट्रीय ज्ञान एवं अनुभव खासकर कम लगत वाले प्रौद्योगिकी समाधान के इस्तेमाल के माध्यम से कंपनी की सेवाएँ भारत के ग्रामीण तथा अर्द्धशहरी इलाकों में विस्तारित करने के लिए एक निश्चित समझौता किया. इसके अलावा, आईआरपीएल के रिइन्शुरन्स के क्षेत्र में विश्वस्तरीय कौशल और संपर्क को देखते हुए आईआरपीएल निश्चित तौर पर कंपनी के रिइन्शुरन्स ब्रोकिंग व्यवसाय को बढ़ाने के लिए विभिन्न विश्वस्तरीय रिइन्शुरर्स के साथ जुड़ने में मददगार साबित होगा.
लीपफ्रॉग फाइनेंसियल इन्क्लूजन फण्ड, एशिया और अफ्रीका के अब तक बीमे का पूरा-पूरा लाभ ना ले सके लोगों का बीमा करनेवाली कंपनियों में निवेश करनेवाली पहली और सबसे बड़ी निवेशक हैं और इंटरनेशनल फाइनेंस कारपोरेशन (आईएफसी), यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक (ईआईबी), केएफडब्ल्यू डेवलपमेंट बैंक, जर्मनी, एफएमओ डेवलपमेंट बैंक ऑफ़ दि नेदरलैंड्स आदि उसके निवेशक हैं. लीपफ्रॉग फाइनेंसियल इनक्लूजन फण्ड बड़े बीमा बाज़ारों पर अपना विशेष ध्यान केन्द्रित करती हैं और “नेक्स्ट बिलियन” उभरते बाज़ार उपभोक्ताओं को इन्शुरन्स प्रदान करनेवाली कंपनियों में निवेश करती हैं. लीपफ्रॉग फाइनेंसियल इनक्लूजन फण्ड दो मायनों में असाधारण/अलग हैं, एक हैं उसका सामाजिक प्रभाव और दूसरा, बीमे पर उसका पूरा ध्यान केन्द्रित होना.
आपकी कंपनी को ऊपर दिया गए व्यवहार करने के लिए बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) और विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड) के साथ-साथ भारतीय रिज़र्व बैंक की मंजूरियां प्राप्त हैं.
इन सबके चलते, एमआईबीएल अब एमएमएफएसएल की 85% तक सहायक कंपनी हैं. आईआरपीएल ने एमआईबीएल में 15% अधिकार प्राप्त किये हैं.
फोनपे: अब सभी कंपनियों के इंश्योरेंस उत्पाद बांट सकेगी कंपनी, IRDAI से मिला लाइसेंस
डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे को IRDAI से डायरेक्ट इंश्योरेंस ब्रोकर का लाइसेंस प्राप्त हुआ है। यानी कंपनी अब कंसी भी इंश्योरेस कंपनियों के उत्पाद बांट सकेगी।
देश भर में महामारी की वजह से हेल्थ इंश्योरेंस की मांग तेजी से बढ़ी है। जिन लोगों ने पहले इंश्योरेंस नहीं ली थी, वे अब खरीद ले रहे हैं, वहीं जिन्होंने पहले से ही बीमा करा रखा था, वे इसका दायरा बढ़ा रहे हैं। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे को इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉर्टी ऑफ इंडिया (IRDAI) से डायरेक्ट इंश्योरेंस ब्रोकर का लाइसेंस मिल गया है। यानी अब फोनपे भारत में सभी इंश्योरेस कंपनियों के इंश्योरेंस उत्पादों को डिस्ट्रीब्यूट कर सकेगी।
इसके जरिए कंपनी को अपने ग्राहकों के लिए व्यक्तिगत उत्पाद अनुशंसाओं की पेशकश शुरू करने और भारतीय ग्राहकों के लिए इंश्योरेंस उत्पाद के ज्यादा डायवर्स पोर्टफोलियो की पेशकश करने की मंजूरी मिल गई है। मालूम हो कि फोनपे ने पिछले साल 2020 में एक कॉर्पोरेट एजेंट के रूप में इंश्योरेंस क्षेत्र में एंट्री की थी।
इश्योरेंस जर्नी में एक बड़ा मील का पत्थर है लाइसेंस
इस संदर्भ में फोनपे के उपाध्यक्ष और बीमा प्रमुख गुंजन घई ने बताया कि लाइसेंस इश्योरेंस जर्नी में एक बड़ा मील का पत्थर है। ब्रोकिंग के इस कदम से हमें और गति मिलेगी और इस क्षेत्र में हमारी ग्रोथ में तेजी आएगी। वहीं इससे पहले अप्रैल में फोनपे के उपाध्यक्ष और बीमा प्रमुख गुंजन घई ने कहा था कि, देश भर में कोविड-19 मामलों में दोबारा तेजी देखने को मिल रही है। केंद्र और राज्य सरकारें प्रकोप को रोकने के लिए कई कदम उठा रही हैं। कई भारतीयों के पास अभी भी स्वास्थ्य बीमा कवर नहीं है, जिसके कारण उन्हें अतिरिक्त वित्तीय बोझ उठाना पड़ सकता है। यह ध्यान में रखते हुए, हम बाजार में 2870 लाख से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं के लिए कोरोना वायरस वायरस उत्पाद पेश कर रहे हैं।
फोनपे के कईं फायदे
फोनपे के जरिए ग्राहक पैसों का लेनदेन कर सकते हैं। इसके 30 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं। लेनदेन के अतिरिक्त इसके जरिए आप मोबाइल, डीटीएच, डाटा कार्ड भी रिचार्ज कर सकते हैं। साथ ही किसी स्टोर पर पेमेंट भी कर सकते हैं।
विस्तार
देश भर में महामारी की वजह से हेल्थ इंश्योरेंस की मांग तेजी से बढ़ी है। जिन लोगों ने पहले इंश्योरेंस नहीं ली थी, वे अब खरीद ले रहे हैं, वहीं जिन्होंने पहले से ही बीमा करा रखा था, वे इसका दायरा बढ़ा रहे डायरेक्ट ब्रोकर डायरेक्ट ब्रोकर हैं। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे को इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉर्टी ऑफ इंडिया (IRDAI) से डायरेक्ट इंश्योरेंस ब्रोकर का लाइसेंस मिल गया है। यानी अब फोनपे भारत में सभी इंश्योरेस कंपनियों के इंश्योरेंस उत्पादों को डिस्ट्रीब्यूट कर सकेगी।
इसके जरिए कंपनी को अपने ग्राहकों के लिए व्यक्तिगत उत्पाद अनुशंसाओं की पेशकश शुरू करने और भारतीय ग्राहकों के लिए इंश्योरेंस उत्पाद के ज्यादा डायवर्स पोर्टफोलियो की पेशकश करने की मंजूरी मिल गई है। मालूम हो कि फोनपे ने पिछले साल 2020 में एक कॉर्पोरेट एजेंट के रूप में इंश्योरेंस क्षेत्र में एंट्री की थी।
इश्योरेंस जर्नी में एक बड़ा मील का पत्थर है लाइसेंस
इस संदर्भ में फोनपे के उपाध्यक्ष और बीमा प्रमुख गुंजन घई ने बताया कि लाइसेंस इश्योरेंस जर्नी में एक बड़ा मील का पत्थर है। ब्रोकिंग के इस कदम से हमें और गति मिलेगी और इस क्षेत्र में हमारी ग्रोथ में तेजी आएगी। वहीं इससे पहले अप्रैल में फोनपे के उपाध्यक्ष और बीमा प्रमुख गुंजन घई ने कहा था कि, देश भर में कोविड-19 मामलों में दोबारा तेजी देखने को मिल रही है। केंद्र और राज्य सरकारें प्रकोप को रोकने के लिए कई कदम उठा रही हैं। कई भारतीयों के पास अभी भी स्वास्थ्य बीमा कवर नहीं है, जिसके कारण उन्हें अतिरिक्त वित्तीय बोझ उठाना पड़ सकता है। यह ध्यान में रखते हुए, हम बाजार में 2870 लाख से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं के लिए कोरोना वायरस वायरस उत्पाद पेश कर रहे हैं।
फोनपे के कईं फायदे
फोनपे के जरिए ग्राहक पैसों का लेनदेन कर सकते हैं। इसके 30 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं। लेनदेन के अतिरिक्त इसके जरिए आप मोबाइल, डीटीएच, डाटा कार्ड भी रिचार्ज कर सकते हैं। साथ ही किसी स्टोर पर पेमेंट भी कर सकते हैं।
सहायक कंपनियाँ
महिंद्रा फायनांस में, हमारा नजरिया अपने हर कार्य में ग्राहकों की जरूरतों को हमेशा सबसे ऊप रखना है। यही वह वजह है जो हमें अपने परिवार डायरेक्ट ब्रोकर का विस्तार करने और बेहतर सेवाओं के साथ प्रदान की गई विशेषज्ञता के माध्यम से अपने ग्राहकों को अधिक मूल्य प्रदान करने के लिए प्रेरित करता है। यहां कुछ ऐसे सफल उद्यम हैं - महिंद्रा इंश्योरेंस ब्रोकर्स लिमिटेड और महिंद्रा रूरल हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड, जिन्हें हम अपने बढ़ते परिवार के हिस्से के रूप में स्वीकारते हुए गर्व महसूस करते है।
महिंद्रा इन्शुरन्स ब्रोकर्स लि.
हम ऐसे समय में जी रहे हैं जहाँ कल की अनिश्चितताओं को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित बने रहना सबसे ज्यादा जरुरी हैं. इसी जरुरत को ध्यान में रखते हुए हमारी सहायक कंपनी महिंद्रा इन्शुरन्स ब्रोकर्स लि. 3600 से भी अधिक इन्शुरन्स समाधान उपलब्ध कराती हैं जो हमारे विस्तृत ग्राहकवर्ग की विभिन्न जोखिमों और ज़रूरतों के अनुसार होते हैं. लगभग 1.3 मिलियन रिटेल ग्राहकों और बहुत बड़ी संख्या में कॉर्पोरेट ग्राहकों को प्रत्यक्ष (डायरेक्ट) इन्शुरन्स ब्रोकिंग उपलब्ध कराने के साथ-साथ कंपनी जीवन तथा गैर जीवन बीमा क्षेत्र में भी कई तरह की बीमा योजनाएं उपलब्ध कराती हैं.
ग्राहकों की बीमे-संबंधी जरूरतों और जोखिमों को बहुत ही बारीकी से और सुव्यवस्थित तरीके से समझकर उन्हें उनके पैसे का पूरा-पूरा मूल्य देने के प्रति एमआईबीएल प्रतिबद्ध हैं. इससे अधिकाधिक मौलिक/नए-नए, किफायती और ग्राहक की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, इन्शुरन्स समाधान तैयार करने में मदद होती हैं. गुणवत्तापूर्ण प्रबंधन प्रणालियों (क्वालिटी मैनेजमेंट सिस्टम्स) के लिए हमें प्रतिष्ठित आईएसओ 9001:2008 प्रमाणन प्रदान किया जाना, जो की भारत की बहुत कम इन्शुरन्स ब्रोकिंग कंपनियों को मिलता है, हमारे गुणवत्ता के सर्वोच्च मानकों के सन्दर्भ में कोई समझौता ना करने की बात पर अटल बने रहने के हमारे इरादे का प्रतीक हैं.
एमआईबीएल को मई 2004 में बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) द्वारा डायरेक्ट ब्रोकर लाइसेंस प्रदान किया गया जिससे उन्हें जीवन और गैर जीवन बीमा व्यवसाय में डायरेक्ट इन्शुरन्स ब्रोकिंग का काम करना संभव हुआ. इसके अलावा, एमआईबीएल ने ग्राहकों की ज़रूरत डायरेक्ट ब्रोकर के अनुसार उन्हें समाधान उपलब्ध कराने का अपना वादा पूरा करने के लिए विभिन्न सार्वजनिक और निजी बीमा कम्पनियों के पैनल में अपने आप को शामिल कर लिया हैं. सितंबर 2011 में एमआईबीएल को आईआरडीए द्वारा कम्पोजिट ब्रोकर लाइसेंस प्रदान किया गया जिससे उन्होंने डायरेक्ट ब्रोकिंग के साथ-साथ रिइन्शुरन्स व्यवसाय में प्रवेश कर लिया. संपूर्ण बीमा जोखिम समाधान प्रदाता के तौर पर एमआईबीएल ग्राहकों के जोखिम व्यवस्थापन पोर्टफोलियो में भी अभिन्न भूमिका निभाते हैं.
हमारा सपना:
"2015 तक राजस्व (रेवेन्यू) के सन्दर्भ में भारत का नंबर 1 इन्शुरन्स ब्रोकर बनना."
सामरिक भागीदारी (स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप)
सितंबर 2012 में महिंद्रा इन्शुरन्स ब्रोकर्स लिमिटेड (एमआईबीएल) ने सिंगापूर में निगमित लीपफ्रॉग फाइनेंसियल इन्क्लूजन फण्ड की सहायक कंपनी इनक्लूजन रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड (आईआरपीएल) और अपनी मूल कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंसियल सर्विसेज लिमिटेड (एमएमएफएसएल) के साथ मिलकर बड़े बाज़ारों में बीमा उपलब्ध कराने के लिए, आईआरपीएल के अंतर्राष्ट्रीय ज्ञान एवं अनुभव खासकर कम लगत वाले प्रौद्योगिकी समाधान के इस्तेमाल के माध्यम से कंपनी की सेवाएँ भारत के ग्रामीण तथा अर्द्धशहरी इलाकों में विस्तारित करने के लिए एक निश्चित समझौता किया. इसके अलावा, आईआरपीएल के रिइन्शुरन्स के क्षेत्र में विश्वस्तरीय कौशल और संपर्क को देखते हुए आईआरपीएल निश्चित तौर पर कंपनी के रिइन्शुरन्स ब्रोकिंग व्यवसाय को बढ़ाने के लिए विभिन्न विश्वस्तरीय रिइन्शुरर्स के साथ जुड़ने में मददगार साबित होगा.
लीपफ्रॉग फाइनेंसियल इन्क्लूजन फण्ड, एशिया और अफ्रीका के अब तक बीमे का पूरा-पूरा लाभ ना ले सके लोगों का बीमा करनेवाली कंपनियों में निवेश करनेवाली पहली और सबसे बड़ी निवेशक हैं और इंटरनेशनल फाइनेंस कारपोरेशन (आईएफसी), यूरोपियन इन्वेस्टमेंट बैंक (ईआईबी), केएफडब्ल्यू डेवलपमेंट बैंक, जर्मनी, एफएमओ डेवलपमेंट बैंक ऑफ़ दि नेदरलैंड्स आदि उसके निवेशक हैं. लीपफ्रॉग फाइनेंसियल इनक्लूजन फण्ड बड़े बीमा बाज़ारों पर अपना विशेष ध्यान केन्द्रित करती हैं और “नेक्स्ट बिलियन” उभरते बाज़ार उपभोक्ताओं को इन्शुरन्स प्रदान करनेवाली कंपनियों में निवेश करती हैं. लीपफ्रॉग फाइनेंसियल इनक्लूजन फण्ड दो मायनों में असाधारण/अलग हैं, एक हैं उसका सामाजिक प्रभाव और दूसरा, बीमे पर उसका पूरा ध्यान केन्द्रित होना.
आपकी कंपनी को ऊपर दिया गए व्यवहार करने के लिए बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (आईआरडीए) और विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड) के साथ-साथ भारतीय रिज़र्व बैंक की मंजूरियां प्राप्त हैं.
इन सबके चलते, एमआईबीएल अब एमएमएफएसएल की 85% तक सहायक कंपनी हैं. आईआरपीएल ने एमआईबीएल में 15% अधिकार प्राप्त किये हैं.
फोनपे: अब सभी कंपनियों के इंश्योरेंस उत्पाद बांट सकेगी कंपनी, IRDAI से मिला लाइसेंस
डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे को IRDAI से डायरेक्ट इंश्योरेंस ब्रोकर का लाइसेंस प्राप्त हुआ है। यानी कंपनी अब कंसी भी इंश्योरेस कंपनियों के उत्पाद बांट सकेगी।
देश भर में महामारी की वजह से हेल्थ इंश्योरेंस की मांग तेजी से बढ़ी है। जिन लोगों ने पहले इंश्योरेंस नहीं ली थी, वे अब खरीद ले रहे हैं, वहीं जिन्होंने पहले डायरेक्ट ब्रोकर से ही बीमा करा रखा था, वे इसका दायरा बढ़ा रहे हैं। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे को इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉर्टी ऑफ इंडिया (IRDAI) से डायरेक्ट इंश्योरेंस ब्रोकर का लाइसेंस मिल गया है। यानी अब फोनपे भारत में सभी इंश्योरेस कंपनियों के इंश्योरेंस उत्पादों को डिस्ट्रीब्यूट कर सकेगी।
इसके जरिए कंपनी को अपने ग्राहकों के लिए व्यक्तिगत उत्पाद अनुशंसाओं की पेशकश शुरू करने और भारतीय ग्राहकों के लिए इंश्योरेंस उत्पाद के ज्यादा डायवर्स पोर्टफोलियो की पेशकश करने की मंजूरी मिल गई है। मालूम हो कि फोनपे ने पिछले साल 2020 में एक कॉर्पोरेट एजेंट के रूप में इंश्योरेंस क्षेत्र में एंट्री की थी।
इश्योरेंस जर्नी में एक बड़ा मील का पत्थर है लाइसेंस
इस संदर्भ में फोनपे के उपाध्यक्ष और बीमा प्रमुख गुंजन घई ने बताया कि लाइसेंस इश्योरेंस जर्नी में एक बड़ा मील का पत्थर है। ब्रोकिंग के इस कदम से हमें और गति मिलेगी और इस क्षेत्र में हमारी ग्रोथ में तेजी आएगी। वहीं इससे पहले अप्रैल में फोनपे के उपाध्यक्ष और बीमा प्रमुख गुंजन घई ने कहा था कि, देश भर में कोविड-19 मामलों में दोबारा तेजी देखने को मिल रही है। केंद्र और राज्य सरकारें प्रकोप को रोकने के लिए कई कदम उठा रही हैं। कई भारतीयों के पास अभी भी स्वास्थ्य बीमा कवर नहीं है, जिसके कारण उन्हें अतिरिक्त वित्तीय बोझ उठाना पड़ सकता है। यह ध्यान में रखते हुए, हम बाजार में 2870 लाख से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं के लिए कोरोना वायरस वायरस उत्पाद पेश कर रहे हैं।
फोनपे के कईं फायदे
फोनपे के जरिए ग्राहक पैसों का लेनदेन कर सकते हैं। इसके 30 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं। लेनदेन के अतिरिक्त इसके जरिए आप मोबाइल, डीटीएच, डाटा कार्ड भी रिचार्ज कर सकते हैं। साथ ही किसी स्टोर पर पेमेंट भी कर सकते हैं।
विस्तार
देश भर में महामारी की वजह से हेल्थ इंश्योरेंस की मांग तेजी से बढ़ी है। जिन लोगों ने पहले इंश्योरेंस नहीं ली थी, वे अब खरीद ले रहे हैं, वहीं जिन्होंने पहले से ही बीमा करा रखा था, वे इसका दायरा बढ़ा रहे हैं। वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली डिजिटल पेमेंट कंपनी फोनपे को इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉर्टी ऑफ इंडिया (IRDAI) से डायरेक्ट इंश्योरेंस ब्रोकर का लाइसेंस मिल गया है। यानी अब फोनपे भारत में सभी इंश्योरेस कंपनियों के इंश्योरेंस उत्पादों को डिस्ट्रीब्यूट कर सकेगी।
इसके जरिए कंपनी को अपने ग्राहकों के लिए व्यक्तिगत उत्पाद अनुशंसाओं की पेशकश शुरू करने और डायरेक्ट ब्रोकर भारतीय ग्राहकों के लिए इंश्योरेंस उत्पाद के ज्यादा डायवर्स पोर्टफोलियो की पेशकश करने की मंजूरी मिल गई है। मालूम हो कि फोनपे ने पिछले साल 2020 में एक कॉर्पोरेट एजेंट के रूप में इंश्योरेंस क्षेत्र में एंट्री की थी।
इश्योरेंस जर्नी में एक बड़ा मील का पत्थर है लाइसेंस
इस संदर्भ में फोनपे के उपाध्यक्ष और बीमा प्रमुख गुंजन घई ने बताया कि लाइसेंस इश्योरेंस जर्नी में एक बड़ा मील का पत्थर है। ब्रोकिंग के इस कदम से हमें और गति मिलेगी और इस क्षेत्र में हमारी ग्रोथ में तेजी आएगी। वहीं इससे पहले अप्रैल में फोनपे के उपाध्यक्ष और बीमा प्रमुख गुंजन घई ने कहा था कि, देश भर में कोविड-19 मामलों में दोबारा तेजी देखने को मिल रही है। केंद्र और राज्य सरकारें प्रकोप को रोकने के लिए कई कदम उठा रही हैं। कई भारतीयों के पास अभी भी स्वास्थ्य बीमा कवर नहीं है, जिसके कारण उन्हें अतिरिक्त वित्तीय बोझ उठाना पड़ सकता है। यह ध्यान में रखते हुए, हम बाजार में 2870 लाख से अधिक पंजीकृत उपयोगकर्ताओं के लिए कोरोना वायरस वायरस उत्पाद पेश कर रहे हैं।
फोनपे के कईं फायदे
फोनपे के जरिए ग्राहक पैसों का लेनदेन कर सकते हैं। इसके 30 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं। लेनदेन के अतिरिक्त इसके जरिए आप मोबाइल, डीटीएच, डाटा कार्ड भी रिचार्ज कर सकते हैं। साथ ही किसी स्टोर पर पेमेंट भी कर सकते हैं।