स्टॉक बाजार

पारदर्शी और उचित व्यापार

पारदर्शी और उचित व्यापार

Avast आपूर्तिकर्ता दिशा-निर्देश

Avast plc, अपनी सहायक कंपनियों जिनमें Avast Software s.r.o., AVG Technologies Limited, Piriform Software Limited (‘CCleaner’), Privax Limited (‘HideMyAss!’), और हमारी ओर से कार्य करते समय कोई भी ठेकेदार, प्रतिनिधि और एजेंट शामिल हैं, के साथ (एक साथ ‘Avast’)।

ये दिशा-निर्देश हमारी आपूर्ति शृंखला के सामाजिक, नैतिक और पर्यावरणीय मानकों और अपेक्षाओं की व्याख्या करते हैं। वैश्विक विनियमों, हमारी मूल मान्यताओं, Avast आधुनिक दासता नीति, आचार संहिता और अन्य संबंधित नीतियों के अनुरूप, ये दिशा-निर्देश उन सिद्धांतों का संक्षिप्त वर्णन करते हैं जिनका हम पालन और समर्थन करते हैं। हमारे साझेदार, आपूर्तिकर्ता, ठेकेदार या अन्यथा के रूप में हमारे साथ आपकी संबद्धता में, हम इन मान्याताओं और मानकों का, एवं जिन देशों में आप संचालन करते हैं वहां के कानूनों, नियमों और विनियमों का समर्थन किए जाने की अपेक्षा करते हैं। दिशा-निर्देशों का पालन करने का मतलब यह भी है कि आप हमारे साथ हुए आपके करार के निष्पादन के लिए जिसे भी आप उपठेकेदारी देते हैं आप उसकी ज़िम्मेदारी लेते हैं, क्योंकि वे भी हमारी आपूर्ति शृंखला का एक हिस्सा बन जाते हैं। हमारे आपूर्तिकर्ता दिशा-निर्देशों के उल्लंघन के किसी भी प्रमाण के परिणामस्वरूप हमारे अनुबंधीय संबंध समाप्त हो सकते हैं।

हमारे दिशा-निर्देश अंतरराष्ट्रीय मानकों पर आधारित हैं, जो कई स्रोतों का अनुकरण करते हैं एवं उनकी कुछ भाषा का उपयोग करते हैं, इसमें संयुक्त राष्ट्र व्यापार एवं मानवाधिकार मार्गदर्शक सिद्धांत (UNGP), नैतिक व्यापार पहल आधार संहिता (ETI), ज़िम्मेदार व्यापार गठबंधन आचार संहिता (RBA), आधुनिक दासता से संबद्ध जोख़िमों का प्रबंधन निजी क्षेत्र के लिए एक उत्तम परिपाटी टिप्पणी (GPN), मानवाधिकारों की सार्वभौमिक घोषणा (UDHR), अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन मौलिक सिद्धांतों एवं कार्यस्थल पर अधिकारों की घोषणा (ILO घोषणा), एवं ऑस्ट्रेलिया सरकार गृह मंत्रालय आधुनिक दासता अधिनियम 2018 सूचना देने वाली इकाइयों के लिए मार्गदर्शन का मसौदा शामिल हैं।

हमारी अपेक्षाएं

हम आपसे इन दिशा-निर्देशों, हमारी नीतियों और UNGP, UDHR और ILO घोषणा सहित अन्य प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दस्तावेजों में उपस्थित आचरण के अंतर्राष्ट्रीय मानकों का पालन करने की अपेक्षा करते हैं।

हम अपेक्षा करते हैं कि आप इन दिशा-निर्देशों की अनुरूपता में सभी लागू कानूनों और विनियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए अपने व्यापार और आपूर्ति शृंखलाओं की जांच और निगरानी के लिए उचित कदम उठाएंगे।

GeM क्या है? सार्वजनिक खरीद, लाभ, पंजीकरण प्रक्रिया

GeM क्या है? सार्वजनिक खरीद, लाभ, पंजीकरण प्रक्रिया_40.1

गवर्मेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM), सरकार द्वारा संचालित एक ई-कॉमर्स पोर्टल है, जो विभिन्न सरकारी विभागों, संगठनों और सार्वजनिक उपक्रमों द्वारा आवश्यक उपभोक्ता वस्तुओं और सेवाओं की आसान ऑनलाइन खरीद को सक्षम करने के लिए सरकार द्वारा उठाया गया एक कदम है। GeM पोर्टल का मुख्य उद्देश्य सरकार को आपूर्ति की खरीद में पारदर्शिता, दक्षता और तैयारियों को सुनिश्चित करना है। GeM विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने और बेचने का एक आसान तरीका है।

सार्वजनिक खरीद क्या है?

सरकारी कार्यालय किसी भी अन्य निजी कंपनियों की तरह अपने परिचालन और कार्यालय की जरूरतों को पूरा करने के लिए सामान और सेवाएं खरीदने के लिए तत्पर हैं। सार्वजनिक खरीद को उस प्रक्रिया के रूप में समझाया जा सकता है जिसके पारदर्शी और उचित व्यापार द्वारा केंद्रीय, राज्य सरकारें और सार्वजनिक उपक्रम निजी व्यापारियों और निर्माताओं से सामान और सेवाएँ खरीदते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए आपको पारदर्शी और उचित व्यापार सख्त प्रक्रियाओं और नियमों का पालन करना होगा कि खरीद की प्रक्रिया उचित, कुशल और पारदर्शी है। यह सुनिश्चित करना चाहिए कि साइट पर सार्वजनिक संसाधन कम से कम हों।

चीन को दरकिनार कर ‘यूरोप से व्यापारिक रिश्ते मजबूत करता ताईवान’

चीन भले ही ताईवान पर अपना पारदर्शी और उचित व्यापार जोर-जबर दिखाता रहे और दुनिया के दूसरे देशों को ताईवान से किसी भी तरह के रिश्ते नहीं रखने की धमकी देता रहे लेकिन चीन की इस धमकी को न तो ताईवान मान रहा है और न ही अमरीका और यूरोप के कुछ देश मानने को तैयार हैं, इसीलिए हाल ही में करीब एक दर्जन यूरोपीय देश ताईवान के साथ अपने व्यापारिक रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। इन देशों में जर्मनी, फ्रांस, नीदरलैंड, इटली और स्पेन शामिल हैं। इन सभी यूरोपीय देशों ने यूरोपियन यूनियन और ताईवान के बीच एक अभियान के तहत निवेश और व्यापारिक रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए पहल की और चीन की धमकियों को सिरे से दरकिनार कर दिया।

व्यापार और निवेश का काम यूरोपीय आर्थिक और व्यापार कार्यालय द्वारा शुरू किया गया है जिसमें यूरोप के 15 देश शामिल हैं। ताईवान में यूरोपीय संघ का व्यापारिक और आॢथक दूतावास भी मौजूद है, जिसके माध्यम से ई.यू. और ताईवान में व्यापार और निवेश के कार्यक्रम चलाए जाते हैं।

चीन की हाल की गतिविधियों से यूरोपीय देशों को चीन की हरकतों पर संदेह होने लगा है क्योंकि हाल के दिनों में चीन ने कई यूरोपीय देशों से होने वाले आयात पर प्रतिबंध लगाना शुरु कर दिया है जिससे यूरोपीय व्यापारियों को बहुत नुक्सान हो रहा है। हाल के दिनों में ई.यू.-चीन सम्मिट के दौरान यूरोपीय अधिकारियों ने बीजिंग से यूरोपीय उत्पादों के लिए अपने बाजार खोलने के लिए आग्रह किया था और कहा था कि चीन को व्यापारिक नियमों और मानवाधिकारों का सम्मान करना चाहिए जिससे यूरोपीय संघ और चीन के संबंध बेहतर बनें। चीन यूरोपीय संघ का सबसे बड़ा आयातक है और दूसरे नंबर का निर्यातक है।

ताईवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन ने कहा कि यूरोपीय संघ ताईवान का सबसे बड़ा विदेशी निवेशक है और उनका प्रशासन ई.यू. से ताईवान के रिश्तों को और मजबूत करने और बेहतर व्यापारिक वातावरण बनाने हेतु कृत संकल्प है। त्साई इंग वेन ने कहा कि हम न सिर्फ ई.यू. के साथ अपने व्यापारिक रिश्ते अपनी घरेलू जरूरतों के लिए बेहतर करना चाहते हैं बल्कि मजबूत अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी के लिए भी बेहतर बनाना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यूरोपीय संघ के साथ ही हम एक बेहतर और उचित अवसर के साथ पारदर्शी वैश्विक व्यापारिक साझेदारी को प्रोत्साहित करते हैं। त्साई इंग वेन ने ये भी कहा कि सूचना उद्योग, संचार प्रौद्योगिकी, बायो-टैक्नोलॉजी, स्वास्थ्य और गतिशीलता क्षेत्र में ताईवान ई.यू. का सबसे बड़ा साझीदार बनना चाहता है।

ताईवान और ई.यू. के इस व्यापारिक समझौते से चीन बौखला गया है और ताईवान के साथ यूरोपीय देशों को सबक सिखाने के उद्देश्य से चीन ने कई यूरोपीय देशों से होने वाले आयात पर कोरोना महामारी संक्रमण का खतरा दिखाते हुए प्रतिबंध लगा दिया है। लेकिन चीन की तरफ से हो रही इन सब रुकावटों को दरकिनार करते हुए यूरोपीय देश ताईवान के साथ आगे बढऩा चाहते हैं।

ताईवान और यूरोप की इस करीबी को चीन किसी भी तरह से हजम नहीं कर पा रहा है क्योंकि अब तक ताईवान पूरी तरह से चीन के चंगुल में था लेकिन अब ताईवान चीन की तानाशाही से बुरी तरह परेशान हो चला है और अपनी संभावनाएं दुनियाभर के दूसरे देशों में तलाश रहा है। इस अवसर पर ताईवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने कहा कि यूरोपीय देशों के निवेश के लिए ताईवान एक आदर्श देश है, बावजूद इसके कि चीन ताईवान को वापस अपने खेमे में लाने के लिए उस पर धमकी भरे दबाव डाल रहा है। हालांकि चीन के इस संभावित ख़तरे के बावजूद यूरोपीय संघ वर्ष 2019 से ही ताईवान में सबसे बड़ा निवेशक बन चुका है। वहीं अमरीका भी इस नजदीकी के लिए ताईवान और यूरोपीय देशों का समर्थन कर रहा है।

हाल ही में अमरीकी ऊर्जा और पर्यावरण मंत्री केथ क्राच और उससे पहले अमरीकी मानवाधिकार मंत्री एलैक्स आजार ने ताईवान की यात्रा कर अमरीका के साथ ताईवान की उच्च स्तरीय व्यापारिक वार्ता का द्वार भी खोल दिया। इसके तुरंत बाद ताईवान ने अमरीकी सूअर और गौमांस के अमरीकी आयात के लिए अपने दरवाजे खोलकर फ्री-ट्रेड समझौते के लिए सकारात्मक संकेत दिया। चैक गणराज्य के संसद अध्यक्ष मिलो वाइस्ट्रसिल हाल ही में 90 लोगों के शिष्टमंडल के साथ ताईवान पहुंचे जिसमें प्राग के मेयर जो ताईवान के मित्र हैं जेदनेक ह्रिब भी शामिल थे। ताईवान की सैमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कम्पनी और यूनाइटिड माइक्रोइलैक्ट्रॉनिक्स जो चिप बनाने का काम करती है वह सारी मशीनरी यूरोप के सप्लायर्स से मंगवाती हैं जैसे ए.एस.एम.एल.। ताईवानी कम्पनियां अपनी यूरोपियन साझीदार इनफिनियॉन, एन.एक्स.पी. और एस.टी. माइक्रोइलैक्ट्रॉनिक्स के लिए माइक्रोचिप्स बनाने वाली मुख्य निर्माता है।

वर्ष 2019 तक ताईवान ई.यू. का 15वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार था लेकिन अब चीन अमरीका और जापान के बाद ताईवान चौथा बड़ा व्यापारिक साझीदार बन चुका है। जहां तक यूरोपीय यूनियन के साथ ताईवान के व्यापार की बात है तो दोनों के बीच इस वर्ष की पहली छमाही तक 23.7 अरब अमरीकी डॉलर का व्यापार हो चुका है जोकि पूरे ताईवान के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का 8.1 फीसदी हिस्सा है। इसे देखते हुए लगता है कि आने वाले मात्र चार-पांच वर्षों में ही ताईवान अपनी तकनीक और राजनीतिक ढांचे के आधार पर चीन को पछाड़ते हुए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी नई पहचान बनाएगा, ताईवान का लोकतांत्रिक और पारदर्शी ढांचा चीन का सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी बनेगा।

चीन को दरकिनार कर ‘यूरोप से व्यापारिक रिश्ते मजबूत करता ताईवान’

चीन भले ही ताईवान पर अपना जोर-जबर दिखाता रहे और दुनिया के दूसरे देशों को ताईवान से किसी भी तरह पारदर्शी और उचित व्यापार के रिश्ते नहीं रखने की धमकी देता रहे लेकिन चीन की इस धमकी को न तो ताईवान मान रहा है और न ही अमरीका और यूरोप के कुछ देश मानने को तैयार हैं, इसीलिए हाल ही में करीब एक दर्जन यूरोपीय देश ताईवान के साथ अपने पारदर्शी और उचित व्यापार व्यापारिक रिश्तों को और प्रगाढ़ बनाने के लिए आगे बढ़ रहे हैं। इन देशों में जर्मनी, फ्रांस, नीदरलैंड, इटली और स्पेन शामिल हैं। इन सभी यूरोपीय देशों ने यूरोपियन यूनियन और ताईवान के बीच एक अभियान के तहत निवेश और व्यापारिक रिश्तों को बेहतर बनाने के लिए पारदर्शी और उचित व्यापार पहल की और चीन की धमकियों को सिरे से दरकिनार कर दिया।

व्यापार और निवेश का काम यूरोपीय आर्थिक और व्यापार कार्यालय द्वारा शुरू किया गया है जिसमें यूरोप के 15 देश शामिल हैं। ताईवान में यूरोपीय संघ का व्यापारिक और आॢथक दूतावास भी मौजूद है, जिसके माध्यम से ई.यू. और ताईवान में व्यापार और निवेश के कार्यक्रम चलाए जाते हैं।

चीन की हाल की गतिविधियों से यूरोपीय देशों को चीन की हरकतों पर संदेह होने लगा है क्योंकि हाल के दिनों में चीन ने कई यूरोपीय देशों से होने वाले आयात पर प्रतिबंध लगाना शुरु कर दिया है जिससे यूरोपीय व्यापारियों को बहुत नुक्सान हो रहा है। हाल के दिनों में ई.यू.-चीन सम्मिट के दौरान यूरोपीय अधिकारियों ने बीजिंग से यूरोपीय उत्पादों के लिए अपने बाजार खोलने के लिए आग्रह किया था और कहा था कि चीन को व्यापारिक नियमों और मानवाधिकारों का सम्मान करना चाहिए जिससे यूरोपीय संघ और चीन के संबंध बेहतर बनें। चीन यूरोपीय संघ का सबसे बड़ा आयातक है और दूसरे नंबर का निर्यातक है।

ताईवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन ने कहा कि यूरोपीय संघ ताईवान का सबसे बड़ा विदेशी निवेशक है और उनका प्रशासन ई.यू. से ताईवान के रिश्तों को और मजबूत करने और बेहतर व्यापारिक वातावरण बनाने हेतु कृत संकल्प है। त्साई इंग वेन ने कहा कि हम न सिर्फ ई.यू. के साथ अपने व्यापारिक रिश्ते अपनी घरेलू जरूरतों के लिए बेहतर करना चाहते हैं बल्कि मजबूत अंतर्राष्ट्रीय साझेदारी के लिए भी बेहतर बनाना चाहते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यूरोपीय संघ के साथ ही हम एक बेहतर और उचित अवसर के साथ पारदर्शी वैश्विक व्यापारिक साझेदारी को प्रोत्साहित करते हैं। त्साई इंग वेन ने ये भी कहा कि सूचना उद्योग, संचार प्रौद्योगिकी, बायो-टैक्नोलॉजी, स्वास्थ्य और गतिशीलता क्षेत्र में ताईवान ई.यू. का सबसे बड़ा साझीदार बनना चाहता है।

ताईवान पारदर्शी और उचित व्यापार और ई.यू. के इस व्यापारिक समझौते से चीन बौखला गया है और ताईवान के साथ यूरोपीय देशों को सबक सिखाने के उद्देश्य से चीन ने कई यूरोपीय देशों से होने वाले आयात पर कोरोना महामारी संक्रमण का खतरा दिखाते हुए प्रतिबंध लगा दिया है। लेकिन चीन की तरफ से हो रही इन सब रुकावटों को दरकिनार करते हुए यूरोपीय देश ताईवान के साथ आगे बढऩा चाहते हैं।

ताईवान और यूरोप की इस करीबी को चीन किसी भी तरह से हजम नहीं कर पा रहा है क्योंकि अब तक ताईवान पूरी तरह से चीन पारदर्शी और उचित व्यापार के चंगुल में था लेकिन अब ताईवान चीन की तानाशाही से बुरी तरह परेशान हो चला है और अपनी संभावनाएं दुनियाभर के दूसरे देशों में तलाश रहा है। इस अवसर पर ताईवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने कहा कि यूरोपीय देशों के निवेश के लिए ताईवान एक आदर्श देश है, बावजूद इसके कि चीन ताईवान को वापस अपने खेमे में लाने के लिए उस पर धमकी भरे दबाव डाल रहा है। हालांकि चीन के इस संभावित ख़तरे के बावजूद यूरोपीय संघ वर्ष 2019 से ही ताईवान में सबसे बड़ा निवेशक बन पारदर्शी और उचित व्यापार चुका है। वहीं अमरीका भी इस नजदीकी के लिए ताईवान और यूरोपीय देशों का समर्थन कर रहा है।

हाल ही में अमरीकी ऊर्जा और पर्यावरण मंत्री केथ क्राच और उससे पहले अमरीकी मानवाधिकार मंत्री एलैक्स आजार ने ताईवान की यात्रा कर अमरीका के साथ ताईवान की उच्च स्तरीय व्यापारिक वार्ता का द्वार भी खोल दिया। इसके तुरंत बाद ताईवान ने अमरीकी सूअर और गौमांस के अमरीकी आयात के लिए अपने दरवाजे खोलकर फ्री-ट्रेड समझौते के लिए सकारात्मक संकेत दिया। चैक गणराज्य के संसद अध्यक्ष मिलो वाइस्ट्रसिल हाल ही में 90 लोगों के शिष्टमंडल के साथ ताईवान पहुंचे जिसमें प्राग के मेयर जो ताईवान के मित्र हैं जेदनेक ह्रिब भी शामिल थे। ताईवान की सैमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कम्पनी और यूनाइटिड माइक्रोइलैक्ट्रॉनिक्स जो चिप बनाने का काम करती है वह सारी मशीनरी यूरोप के सप्लायर्स से मंगवाती हैं जैसे ए.एस.एम.एल.। ताईवानी कम्पनियां अपनी यूरोपियन साझीदार इनफिनियॉन, एन.एक्स.पी. और एस.टी. माइक्रोइलैक्ट्रॉनिक्स के लिए माइक्रोचिप्स बनाने वाली मुख्य निर्माता है।

वर्ष 2019 तक ताईवान ई.यू. का 15वां सबसे बड़ा व्यापारिक साझीदार था लेकिन अब चीन अमरीका और जापान के बाद ताईवान चौथा बड़ा पारदर्शी और उचित व्यापार व्यापारिक साझीदार बन चुका है। जहां तक यूरोपीय यूनियन के साथ ताईवान के व्यापार की बात है तो दोनों के बीच इस वर्ष की पहली छमाही तक 23.7 अरब अमरीकी डॉलर का व्यापार हो चुका है जोकि पूरे ताईवान के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का 8.1 फीसदी हिस्सा है। इसे देखते हुए लगता है कि आने वाले मात्र चार-पांच वर्षों में ही ताईवान अपनी तकनीक और राजनीतिक ढांचे के आधार पर चीन को पछाड़ते हुए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी नई पहचान बनाएगा, ताईवान का लोकतांत्रिक और पारदर्शी ढांचा चीन का सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी बनेगा।

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