क्रिप्टो को माना जाएगा वस्तु

डालमिया ने कहा, यदि आप मुद्रास्फीति की अवधि के दौरान ऋण लेते हैं, तो आप उच्च ब्याज दर का भुगतान करेंगे। क्योंकि वस्तुओं की लागत अधिक होगी, आपको शायद वाहन ऋण या गिरवी जैसे ऋणों के लिए योग्यता की आवश्यकता होगी।
पैसा नहीं है तो चिंता की बात नहीं, अब इंडिया में भी बिटकॉइन से खरीदें पिज्जा, कॉफी और बर्गर
कैश देने के बदले Unocoin के यूजर्स डिजिटल कॉइन के इस्तेमाल से वाउचर खरीदेंगे। इन वाउचर का इस्तेमाल कंज्यूमर आइटम्स खरीदने के लिए किया जा सकेगा। Unocoin ने वाउचर खरीदने के लिए 100 रुपए से 5,000 रुपए तक की बिटकॉइन की रेंज तय की है।
नई दिल्ली। अभी तक खाने पीने की चीजों से लेकर अन्य वस्तुओं की खरीदारी के लिए पैसा का होना जरूरी माना जाता रहा है। लेकिन अब वैसा नहीं है। अगर आपके पास पैसा नहीं तो भी चिंता करने की बात नहीं है। आप बिटक्वॉइन ( Bitcoin ) से भी कर सकते हैं क्रिप्टो को माना जाएगा वस्तु कंज्यूमर आइटम्स ( Consumer Items ) की खरीदारी। इसमें पिज्जा, बर्गर, कॉफी से लेकर आइसक्रीम व अन्य खाने-पीने का सामान भी शामिल है। क्रिप्टो को माना जाएगा वस्तु अब Unocoin देश में अपने यूजर्स को बिटकॉइन से प्रतिदिन के इस्तेमाल वाले कंज्यूमर आइटम्स खरीदने की सुविधा देगा।
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ऐसे खरीदें बिटकॉइन से कंज्यूमर आईटम्स
किसी कंज्यूमर आइटम्स के लिए कैश देने के बदले Unocoin के यूजर्स डिजिटल कॉइन के इस्तेमाल से वाउचर खरीदेंगे। इन वाउचर का इस्तेमाल कंज्यूमर आइटम्स खरीदने के लिए किया जा सकेगा। Unocoin ने वाउचर खरीदने के लिए 100 रुपए से 5,000 रुपए तक की बिटकॉइन की रेंज तय की है। इसके साथ ही यह उन ब्रांड्स की जानकारी अपने मोबाइल ऐप पर देगा जिनके लिए वाउचर खरीदे जा सकते हैं। वाउचर खरीदने पर उसकी राशि यूजर के क्रिप्टो वॉलेट से बिटकॉइन के तौर पर काटी जाएगी। इसके बाद यूजर को वाउचर कोड भेजा जाएगा जिसका इस्तेमाल कंज्यूमर आइटम्स को खरीदने में कर पाएंगे।
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Zebpay ने सबसे पहले की थी फ्लिपकार्ट के साथ वाउचर्स की पार्टनरशिप
हालांकि, Unocoin इस तरह की कोशिश करने वाली पहली फर्म नहीं है। इससे पहले Zebpay ने फ्लिपकार्ट के साथ बिटकॉइन के लिए कस्टमर वाउचर्स की पार्टनशिप की थी। Unocoin की शुरुआत इंडिया में 2013 में हुई थी। सबसे पहले इसने क्रिप्टो वॉलेट के तौर पर बिजनेस शुरू की थी। उसके बाद यूनोक्वॉइन ने एक्सचेंज भी खोला था।
यूनिकॉइन के इस योजना का खुलासा होने के बाद बिटकॉइन के प्राइस में हाल के दिनों में तेजी आई है। इसके साथ ही देश में क्रिप्टो एक्सचेंजों को भी इससे फायदा हुआ है। CoinDCX की वैल्यू में अच्छी तेजी आने के बाद यह देश का पहला क्रिप्टो को माना जाएगा वस्तु यूनिकॉर्न क्रिप्टो एक्सचेंज बन गया है। हाल ही में इसने इनवेस्टर्स से 9 करोड़ डॉलर का फंड हासिल किया था।
न उधारकर्ताओं और न ही निवेशकों के लिए अच्छी है उच्च मुद्रास्फीति की दर
शेयर बाजार 27 नवंबर 2022 ,17:15
© Reuters. न उधारकर्ताओं और न ही निवेशकों के लिए अच्छी है उच्च मुद्रास्फीति की दर
में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:
नई दिल्ली, 27 नवंबर (आईएएनएस)। मुद्रास्फीति की उच्च दर गरीबों को नुकसान पहुंचाती है, उपभोक्ता वस्तुओं की मांग को प्रभावित करती है और निवेश की मांग पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है।ट्रस्ट एमएफ के सीईओ संदीप बागला ने कहा कि यह व्यापक रूप से माना जाता है कि किसी भी अर्थव्यवस्था में मुद्रास्फीति की दर निम्न स्तरों पर स्थिर होनी चाहिए। यदि दरें बहुत अधिक और अस्थिर हैं, तो उधारकर्ताओं की पूंजी की लागत बढ़ जाती है, जिससे वे वैश्विक व्यापार क्षेत्र में अप्रतिस्पर्धी हो जाते हैं।
कार पार्किंग, स्वीमिंग पूल, जिम के लिए ज्यादा टैक्स नहीं वसूल सकते बिल्डर
यह आदेश इस संबंध में तमाम तरह की उलझनों को दूर करेगा. अब इन सेवाओं को समग्र निर्माण सेवाओं का हिस्सा माना जाएगा. ऐसे में बिल्डर अब सभी सेवाओं के साथ किफायती घरों के मामले में 5 फीसदी जीएसटी ही ले सकेंगे. जबकि अन्य पर टैक्स की दर 8 फीसदी होगी.
कुछ बिल्डर इन सेवाओं पर 18 फीसदी तक GST वसूलते हैं. यह और बात है कि सरकार ने अंडर-कंस्ट्रक्शन अपार्टमेंट के लिए दरों को घटाया है.
यह फैसला घर खरीदारों को दी जाने वाली अतिरिक्त सेवाओं पर जीएसटी से जुड़ी भ्रम की स्थितियों को दूर करेगा. एएआर ने बंगाल पीयरलेस हाउसिंग डेवलपमेंट की याचिका पर यह फैसला दिया है.
Digital Rupee: 'गुमनाम रहना चाहिए डिजिटल रुपी', जानें इन्फोसिस को-फाउंडर नंदन नीलेकणि ने क्यों कहा ऐसा
- देश CBDC के लॉन्च के साथ ग्लोबल लेवल पर पहुंच जाएगा
- UPI और आधार जैसी मौजूदा तकनीकें और इंफ्रास्ट्रक्चर इसके लॉन्च को तेज करेंगी
- डिजिटल रुपया हमारे द्वारा बनाए गए मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर का पूरक होगा
सही दिशा में काम कर रहा है भारत
नीलेकणि का विचार है कि भारत डिजिटल एसेट्स की अवधारणा को पहचानने के संबंध में सही काम कर रहा है और उन पर 30% कर लगा रहा है। एक तरह से भारत ने यह भी माना है कि क्रिप्टो, मुद्राएं नहीं हैं। उन्होंने क्रिप्टो को वस्तुओं की तरह अधिक रखा है, क्योंकि वे वैल्यू स्टोर करते हैं, जिसे आप खरीद और बेच सकते हैं। नीलेकणि के अनुसार, यह पहचान करने में कि स्टेबल कॉइन्स, चेन में संभावित रूप से कमजोर लिंक हो सकते हैं और सीबीडीसी लेकर आने में भारत का आगे आना एक अच्छी बात है। वहीं अमेरिका में उदाहरण के लिए, स्टेबल कॉइन्स डॉलर पर बेस्ड होते हैं। नीलेकणि का कहना है कि स्टेबल कॉइन्स भी अस्थिर हो सकते हैं।
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Zebpay ने सबसे पहले की थी फ्लिपकार्ट के साथ वाउचर्स की पार्टनरशिप
हालांकि, Unocoin इस तरह की कोशिश करने वाली पहली फर्म नहीं है। इससे पहले Zebpay ने फ्लिपकार्ट के साथ बिटकॉइन के लिए कस्टमर वाउचर्स की पार्टनशिप की थी। Unocoin की शुरुआत इंडिया में 2013 में हुई थी। सबसे पहले इसने क्रिप्टो वॉलेट के तौर पर बिजनेस शुरू की थी। उसके बाद यूनोक्वॉइन ने एक्सचेंज भी खोला था।
यूनिकॉइन के इस योजना का खुलासा होने के बाद बिटकॉइन के प्राइस में हाल के दिनों में तेजी आई है। इसके साथ ही देश में क्रिप्टो एक्सचेंजों को भी इससे फायदा हुआ है। CoinDCX की वैल्यू में अच्छी तेजी आने के बाद यह देश का पहला यूनिकॉर्न क्रिप्टो एक्सचेंज बन गया है। हाल ही में इसने इनवेस्टर्स से 9 करोड़ डॉलर का फंड हासिल किया था।