जमा धन को बोनस

आशुतोष वार्ष्णेय, जो बैंक के मामलों का प्रबंधन करते हैं, दरअसल, वो अपने दादा की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। उनके दादा ने 20वीं शताब्दी के जमा धन को बोनस शुरुआत में इस संगठन की स्थापना की थी।
एक कंपनी अपने विक्रेता को उसकी कुल बिक्री पर 18% कमीशन देती है और 18,000 रुपये से अधिक की बिक्री पर 1% का बोनस मिलता है। यदि विक्रेता ने कुल बिक्री से अपनी कमीशन काटने के बाद कंपनी के खाते में 52,344 रुपये जमा किए, तो कुल बिक्री ज्ञात कीजिये।
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राम नाम वाले इस बैंक में 1 लाख खाताधारकों का जमा धन डबल हो गया है : ग्राहकों को स्पेशल बोनस भी मिलेगा
भगवान राम को समर्पित इस अनूठे बैंक में किसी भी तरह का कोई मौद्रिक लेन-देन नहीं होता है। इसके सदस्यों के पास 30 पृष्ठों की एक पुस्तिका होती है, जिसमें 108 सेल होते हैं। इनमें राम भक्त, 108 बार हर रोज़ लाल स्याही से राम का नाम लिखते हैं। इसके बाद यह पुस्तिका उसके खाते में जमा की जाती है।
राम जन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद इलाहाबाद के राम नाम बैंक ने अपने ग्राहकों को स्पेशल बोनस देने का ऐलान किया है। इससे करीब 1 लाख खाता धारकों को फायदा हुआ है। खाते में जमा उनका धन डबल हो गया है।
करीब सौ साल पुराने इस बैंक की खासियत यह है कि इसका न कोई एटीएम है और न ही इस बैंक का कोई चेक बुक होता है। इस बैंक की मुद्रा भगवान राम है और खाते में लोग राम नाम लिखकर जमा करते हैं। साथ ही, बैंक ने ऐसे खाता धारकों के लिए विशेष पुरस्कार का ऐलान किया है जिन्होंने 9-10 नवंबर की मध्यरात्रि तक भगवान राम का नाम कम से कम 1.25 लाख बार लिखकर बैंक में जमा कर रखा हो। उल्लेखनीय है कि 9 नवंबर को ही अयोध्या भूमि विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला आया था।
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इस बैंक का संचालन राम नाम सेवा संस्थान करता है। संस्था के अध्यक्ष आशुतोष वार्ष्णेय ने बताया कि बोनस का अर्थ है कि भक्तों द्वारा लिखित भगवान राम का नाम, चाहे वह हाथ से लिखा गया हो, विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए पृष्ठों पर टाइप किया गया हो या मोबाइल ऐप के माध्यम से लिखा गया हो, अब वह डबल माना जाएगा। सरल शब्दों में कहे तो यदि किसी भक्त ने एक बार राम का नाम लिखकर इस बैंक में जमा किया हो तो उसे दो माना जाएगा।
तो यदि किसी भक्त ने एक बार राम का नाम लिखकर इस बैंक में जमा किया हो तो उसे दो माना जाएगा।
“अगर किसी भक्त ने ‘राम नाम’ एक बार लिखा है, तो इसे दो बार लिखा माना जाएगा। हालाँकि, पुरस्कार/ सम्मान जमा धन को बोनस के प्रयोजन के लिए न्यूनतम मानदंड 1.25 लाख निर्धारित किया गया है। जिन्होंने 9-10 नवंबर की आधी रात तक भगवान राम का नाम कम से कम 1.25 लाख बार लिखा था, उन्हें इस पुरस्कार के लिए योग्य माना जाएगा।”
आशुतोष वार्ष्णेय ने कहा, “राम नाम बैंक (एक ग़ैर-लाभकारी संगठन) द्वारा दी गई पुस्तिका में 30 पृष्ठ जमा धन को बोनस हैं, और प्रत्येक पृष्ठ में 108 सेल हैं, जहाँ भगवान राम का नाम लिखा जा सकता है। बोनस की घोषणा 10 नवंबर को की गई थी।” पुरस्कार के लिए चुने गए लोगों को 2020 के माघ मेले के दौरान इलाहाबाद के संगम क्षेत्र में आयोजित एक विशेष समारोह में राम नाम बैंक, एक शॉल और एक ‘श्रीफल’ के साथ एक प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
जिन लोगों ने एक करोड़ का आँकड़ा पार कर लिया होगा, उन्हें अक्षयवट मार्ग पर सेक्टर -1 में स्थित बैंक के शिविर में मुफ़्त आवास उपलब्ध कराया जाएगा। आशुतोष वार्ष्णेय ने कहा कि अब तक 12 से अधिक भक्त एक करोड़ का आँकड़ा पार कर चुके हैं।
राम सेवा ट्रस्ट के ट्रस्टियों में से एक गुंजन वार्ष्णेय हैं। वे राम नाम बैंक से भी जुडेब हुए हैं। उन्होंने कहा, “कुंभ मेला-2019 के दौरान लगभग 1,200 भक्तों ने प्रतिज्ञा की थी कि वे भगवान राम का नाम लिखेंगे और उनसे रास्ता दिखाने का आग्रह करेंगे, जिससे अयोध्या विवाद का शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण समाधान हो सके।” उन्होंने यह भी कहा कि 2019 के कुंभ मेले के दौरान भगवान राम का नाम लिखने के लिए पोस्ट-ग्रेजुएट छात्रों से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक के विभिन्न क्षेत्रों के भक्तों ने भाग लिया था।
नोएडा में एक आईटी फ़र्म में काम करने वाली आयुषी शुक्ला ने बताया,
“हमने 2019 कुंभ मेले के दौरान एक प्रतिज्ञा ली थी कि हर रोज़ हम भगवान राम का नाम लिखकर कम से कम 10 पुस्तिकाएँ भरेंगे… इस अवधि के दौरान मैंने 10,000 से अधिक बार भगवान राम का नाम लिखा था। “
सदियों से जमा धन को बोनस चले आ रहे अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने 9 नबंबर को ऐतिहासिक फ़ैसला सुनाते हुए विवादित भूमि रामलला को सौंप दी थी। साथ ही मुस्लिम पक्ष को भी जमा धन को बोनस अयोध्या में दूसरी जगह मस्जिद निर्माण के लिए पाँच एकड़ ज़मीन दिए जाने का आदेश भी केंद्र सरकार को दिया था।
आशुतोष वार्ष्णेय, जो बैंक के मामलों का प्रबंधन करते जमा धन को बोनस हैं, दरअसल, वो अपने दादा की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। उनके दादा ने 20वीं शताब्दी के शुरुआत में इस संगठन की स्थापना की थी।
भगवान राम को समर्पित इस अनूठे बैंक में किसी भी तरह का कोई मौद्रिक लेन-देन नहीं होता है। इसके सदस्यों के पास 30 पृष्ठों की एक पुस्तिका होती है, जिसमें 108 सेल जमा धन को बोनस होते हैं। इनमें राम भक्त, 108 बार हर रोज़ लाल स्याही से राम का नाम लिखते हैं। इसके बाद यह पुस्तिका व्यक्ति के खाते में जमा की जाती है। उन्होंने बताया कि लोग उर्दू, अंग्रेज़ी और बंगाली में भी भगवान राम का नाम लिखते हैं।
गुंजन वार्ष्णेय ने कहा, “खाताधारक के खाते को भगवान राम का दिव्य नाम दिया जाता है। अन्य बैंकों की तरह पासबुक जारी की जाती है। इन सभी सेवाओं को मुफ़्त प्रदान किया जाता है। राम नाम बैंक के पास किसी भी अन्य बैंक की तरह पासबुक होती है, जिसमें इस बात का पूरा लेखा जोखा होता है कि कितनी बार और कब राम नाम लिखे गए।”
LIC New Insurance Policy! बोनस और बचत योजना के साथ मिलेगी गारंटीड रिटर्न की सुविधा
डीएनए हिंदी: जीवन बीमा कंपनी (LIC) ने हाल ही में एक नई जीवन बीमा पॉलिसी शुरू की है जिसे एलआईसी धन वर्षा योजना (LIC Dhan Varsha Yojana) नाम दिया गया है. इसके तहत ग्राहकों को दो पॉलिसी टर्म चुनने की पेशकश की जाती है. इस पॉलिसी में प्रीमियम का भुगतान केवल एक बार करना होता है. इसमें ग्राहकों को गारंटीड मैच्योरिटी, बोनस, प्रीमियम के दस गुना जोखिम कवर समेत कई अतिरिक्त लाभ मिलेंगे.
धन वर्षा पॉलिसी एक जीवन बीमा के साथ-साथ एक बचत योजना भी है. इसमें केवल निवेश करना होता है और जीवन भर के लिए लाइफ कवर के साथ गारंटीड मैच्योरिटी का लाभ प्राप्त करना होता है. LIC वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, यदि इस योजना से जुड़े किसी भी व्यक्ति की पॉलिसी अवधि के दौरान मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिवार को नकद सहायता दी जाती है. परिपक्वता की तिथि पर, यह शेष जीवन के लिए भुगतान की गारंटी देता है.
बीमा के साथ बचत
एलआईसी की धन वर्षा पॉलिसी एक गैर-भाग लेने वाली, व्यक्तिगत, बचत, एकल प्रीमियम जीवन बीमा पॉलिसी है, जो ग्राहकों को सुरक्षा के साथ-साथ बचत भी प्रदान करती है. बता दें कि धन वर्षा योजना एलआईसी की सूची में 866 वें नंबर पर है. यह योजना चिकित्सा और गैर-चिकित्सा दोनों योजनाओं के लिए उपलब्ध है.
एलआईसी धनवर्षा पॉलिसी में ग्राहक अपनी सम एश्योर्ड राशि चुन सकते हैं. इसमें बीमा राशि को पॉलिसी की प्रीमियम राशि का 10 गुना तक लिया जा सकता है. सम एश्योर्ड वह निश्चित राशि है जो बीमा कंपनी ग्राहक को परिपक्वता पर भुगतान करने का वादा करती है. इसके तहत अगर आप 50 हजार रुपये के प्रीमियम पर यह पॉलिसी लेते हैं तो 5 लाख रुपये के सम एश्योर्ड की पॉलिसी ले सकते हैं.
जोखिम कवर 10 गुना तक उपलब्ध होगा
धन वर्षा पॉलिसी सिंगल प्लान स्कीम है यानी इसके तहत आपको सिर्फ एक प्रीमियम देना होता है. आप इस प्रीमियम का 10 गुना तक जोखिम कवर ले सकते हैं. इसमें आपको दो विकल्प मिलते हैं. पहला विकल्प चुनने पर सम एश्योर्ड जमा किए गए प्रीमियम का 1.25 गुना होगा. यानी अगर किसी ने 10 लाख रुपये का सिंगल प्रीमियम भरा है और उसकी मौत हो जाती है तो नॉमिनी को 12.5 लाख रुपये गारंटीड एडिशन बोनस के साथ मिलेंगे.
वहीं, प्लान के दूसरे विकल्प में जमा किए गए प्रीमियम से 10 गुना रिस्क कवर मिलेगा. यानी बीमा जमा धन को बोनस जमा धन को बोनस लेने वाले की मौत होने पर 10 गुना कैश सपोर्ट मिलेगा. यानी अगर 10 लाख सिंगल प्रीमियम का भुगतान किया गया तो उनके परिवार को गारंटीड बोनस के साथ 1 करोड़ रुपये मिलेंगे.
यह पॉलिसी ऑनलाइन उपलब्ध नहीं है
आप एलआईसी की धन वर्षा योजना को ऑनलाइन नहीं खरीद पाएंगे. यह प्लान ऑफलाइन ही उपलब्ध होगा। इस प्लान में आपको दो टर्म ऑफर किए जाते हैं. एक की उम्र 10 साल और दूसरी की उम्र 15 साल है. आप इनमें से कोई भी चुन सकते हैं.
आयु सीमा क्या है
एलआईसी की धन वर्षा पॉलिसी में दोनों विकल्पों में, यदि आपने 15 वर्ष की अवधि का विकल्प चुना है तो पॉलिसी लेने की न्यूनतम आयु 3 वर्ष होगी. यदि आप 10 वर्ष की अवधि चुनते हैं तो न्यूनतम आयु 8 वर्ष होगी. वहीं पहले विकल्प में आपकी अधिकतम आयु 60 वर्ष होनी चाहिए और यदि आप 10 गुना जोखिम कवर ले रहे हैं तो आप 10 वर्ष की अवधि के साथ 40 वर्ष की आयु तक ही इस योजना में शामिल हो पाएंगे. दूसरे विकल्प में यदि आप 15 वर्ष का कार्यकाल लेते हैं तो अधिकतम आयु 35 वर्ष होगी.
एलआईसी की धन वर्षा (LIC Dhan Varsha) पॉलिसी में ग्राहकों को लोन और सरेंडर की सुविधा भी मिलती है. वहीं बीमा कवर लेने वाले व्यक्ति की मृत्यु होने की स्थिति में नॉमिनी द्वारा प्राप्त राशि को एक साथ न लेते हुए किश्त में पेंशन के रूप में लेने का भी विकल्प है.
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LIC लाया Dhan Rekha Plan, कम रिस्क-ज्यादा फायदा, जानिए इस मनी बैक स्कीम की खास बातें
LIC की Dhan Rekha Policy नॉन-लिंक्ड गैर-प्रतिभागी व्यक्तिगत बचत जीवन बीमा पॉलिसी है जो आपको 125 फीसदी तक का सम एश्योर्ड देगी. इसके साथ ही इसमें दो प्रकार के प्रीमियम, सिंगल और सीमित प्रीमियम भुगतान का ऑप्शन भी दिया गया है.
LIC ने लॉन्च किया नया इंश्योरेंस प्लान- धन रेखा प्लान. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
भारतीय जीवन बीमा निगम यानी LIC (Life Insurance Corporation) एक नई योजना लेकर आया है. एलआईसी की इस नई पॉलिसी का नाम धन रेखा है. एलआईसी की नॉन-लिंक्ड गैर-प्रतिभागी व्यक्तिगत बचत जीवन बीमा पॉलिसी आपको 125 फीसदी तक का सम एश्योर्ड देगी. इसके साथ ही इसमें दो प्रकार के प्रीमियम, सिंगल और सीमित प्रीमियम भुगतान का ऑप्शन भी दिया गया है. शेयर मार्केट से जुड़ा न होने की वजह से इसमें रिस्क भी कम है. चलिए आपको इस पॉलिसी से जुड़ी सभी जरूरी बातें बताते हैं.
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एलआईसी की इस नई पॉलिसी में महिलाओं के लिए स्पेशल प्रीमियम दरें तय की गई हैं. अच्छी बात ये है कि इस पॉलिसी में थर्ड जेंडर के लिए भी प्रावधान रखा गया है. 'धन रेखा' प्लान में बीमित राशि का एक तय हिस्सा नियमित गैप में सर्वाइवल लाभ के रूप में दिया जाएगा, बशर्ते पॉलिसी चालू हालत में हो. इस तरह ये स्कीम आपको जबरदस्त लाभ देने वाली है.
एलआईसी ने अपने बयान में कहा कि ‘धन रेखा' नाम की इस बीमा पॉलिसी में बुनियादी बीमित राशि का एक तय हिस्सा नियमित अंतराल पर ‘सर्वाइवल' लाभ के तौर पर दिया जाएगा, बशर्ते पॉलिसी चालू स्थिति में हो. पॉलिसी के मैच्योर हो जाने पर पॉलिसीधारक को पहले मिल चुकी राशि की कटौती किए बगैर पूरी बीमित राशि दी जाएगी. इस योजना के तहत न्यूनतम दो लाख रुपये की बीमित राशि रखी जा सकती है जबकि अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं है. पॉलिसी शर्तों के मुताबिक, इसे 90 दिनों के बच्चे से लेकर आठ साल तक के बच्चे के नाम पर लिया जा सकता है. इसी तरह अधिकतम उम्र सीमा भी 35 साल से लेकर 55 साल तक है.
पॉलिसी के जरूरी पात्रता
इस पॉलिसी की खास बात ये है कि इसके मैच्योर होने पर पॉलिसी होल्डर को पहले मिल चुकी राशि यानी मनी बैक को काटे बिना पूरी बीमित राशि दी जाएगी. इस पॉलिसी के तहत पॉलिसीधारक को कम से कम 2 लाख रुपए जमा करने होते हैं जबकि अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं है. पॉलिसी टर्म के अनुसार 90 दिनों के बच्चे से लेकर आठ वर्ष की उम्र के बच्चे के नाम पर ये पॉलिसी ली जा सकती है. धन रेखा प्लान में निवेश के लिए अधिकतम उम्र सीमा 35 साल से लेकर 55 साल तक है.
इन तीन टर्म में लॉन्च हुई है पॉलिसी
LIC ने इस पॉलिसी को 20, 30 और 40 साल के टर्म के लिए लॉन्च किया हुआ है. आप चाहे तो इनमें से किसी भी टर्म के लिए पॉलिसी में निवेश कर सकते हैं. मान लीजिए आप 20 साल वाला टर्म चुनते हैं तो आपको 10 साल तक के लिए प्रीमियम देना होगा. जबकि 30 सालोंं वाले टर्म के लिए पॉलिसी लेने पर 15 सालों के लिए प्रीमियम भरना पड़ेगा. वहीं 40 साल के टर्म के लिए 20 वर्षों तक प्रीमियम देना जरूरी है. इसके अलावा आप धन रेखा प्लान के तहत सिंगल प्रीमियम की तरह भी निवेश कर पाएंगे.
मैच्योरिटी व मृत्यु लाभ
अगर पॉलिसी होल्डर की पॉलिसी के बीच मृत्यु हो जाती है तो बीमाधन का 125 फीसदी बोनस के साथ उसके नॉमिनी को दिए जाने का प्रावधान है. वहीं मैच्योरिटी होने पर पॉलिसी होल्डर को 100 % मनी बैक के साथ दिया जाता है. मनी बैक को 100 फीसद की मैच्योरिटी में नहीं ऐड किया जाता है.
रोजाना जमा करें 58 रुपये, एकमुश्त मिलेंगे 13 लाख, LIC की इस पॉलिसी में हैं और भी कई फायदे
- भारतीय जीवन बीमा निगम की जीवन लक्ष्य पॉलिसी में हैं कई खूबियां
- Jeevan Lakshya (933) पॉलिसी में बीमाधन से कम जमा करना होगा प्रीमियम
- मैच्योरिटी के तीन वर्ष पहले ही बंद हो जाएगी प्रीमियम अदायगी, एक्सीडेंटल रिस्क कवर दोगुना
भारतीय जीवन बीमा निगम की शाखा के विकास अधिकारी बादल ने बताया कि उन लोगों के लिए यह पॉलिसी बहुत अच्छी और लाभदायक है जो लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं
उन्नाव. एलआईसी की जीवन लक्ष्य पॉलिसी (Jeevan जमा धन को बोनस Lakshya 933) में कई खूबियां हैं। इस पॉलिसी के तहत कम पैसे में जहां अधिक रिस्क कवर मिलता है, वहीं मैच्योरिटी अमाउंट भी अधिक होता है। प्रतिदिन 58 रुपए जमा करने करने पर मैच्युरिटी पर 13 लाख रुपए से ज्यादा की रकम मिलती है। इसके अतिरिक्त भी इस पॉलिसी में अन्य कई खूबियां हैं जैसे कि पॉलिसी अवधि मृत्यु होने पर प्रीमियम की अदायगी बंद हो जाती है और नामिनी को प्रतिवर्ष बीमा धन का 10 फीसदी प्रतिवर्ष दिया जाता है। जो पॉलिसी अवधि तक मिलता है।
भारतीय जीवन बीमा निगम की शाखा के विकास अधिकारी बादल ने बताया कि उन लोगों के लिए यह पॉलिसी बहुत अच्छी और लाभदायक है जो लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं। जीवन लक्ष्य पॉलिसी की खास बात है कि मैच्योरिटी पीरियड से 3 साल कम प्रीमियम देना पड़ता है। 18 से 50 वर्ष आयु वर्ग के लोग इस पॉलिसी को ले सकते हैं। इस पॉलिसी में 13 से लेकर 25 साल तक की अवधि के लिए निवेश किया जा सकता है। इस योजना में न्यूनतम बीमाधन एक लाख रुपए और अधिकतम की कोई सीमा नहीं है।
रोजाना जमा करें 7 रुपये, प्रतिमाह 5000 रुपए मिलेगी पेंशन
बीमाधन से कम जमा करना होगा प्रीमियम
विकास अधिकारी बादल बताते हैं कि अगर 18 वर्ष की उम्र में राजू ने 25 साल के लिए 500000 बीमा धन की पॉलिसी ली है। 25 साल की पॉलिसी में प्रीमियम 22 साल ही जमा होगा। पहले साल प्रीमियम 21154 रुपे है जिसमें 911 रुपए का टैक्स जुड़ा है जबकि दूसरे साल से किस्त (प्रीमियम) 20698 रुपए हो जाएगी। छमाही 10460 रुपए, तिमाही 5285 रुपए और मंथली 1762 रुपए है। रोजाना 58 रुपए जमा करके आप इस योजना का लाभ ले सकते हैं। मैच्योरिटी पर बीमाधन (5 लाख रुपए), बोनस ( लगभग 612500 रुपए) और एडिशनल बोनस ( लगभग 2,25000 रुपए) मिलेगा। यह रकम लगभग 13,37,500 रुपए बनती है। 5 लाख के बीमाधन पर पॉलिसीधार को कुल जमा धन को बोनस 455812 रुपए ही जमा करने होंगे।
Jeevan Lakshya पॉलिसी की खास बातें
उम्र : 18 वर्ष
अवधि- 25 वर्ष
किस्त जमा करने की अवधि- 22 वर्ष
बीमाधन- न्यूनतम एक लाख रुपए
दुर्घटना- नॉमिनी बीमाधन की दोगुनी राशि