डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है

जनवरी 2022 में, OKEx को एक नई ब्रांडिंग और रोडमैप के साथ OKX के रूप में रीब्रांड किया गया।
डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है
OKX एक सेशेल्स स्थित क्रिप्टोकरेंसी सेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज (CEX) और वॉलेट प्लेटफॉर्म है जो दुनिया भर में लाखों ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है। यह एक्सचेंज बेसिक ट्रेडिंग ऑफर करता है जिसमें शामिल हैं- स्पॉट और सरल ऑप्शंस, और मार्जिन, फ्यूचर्स, परपेचुअल स्वैप और स्वैप सहित डेरिवेटिव। अन्य उत्पादों में शामिल हैं: ट्रेडिंग बॉट, ब्लॉक ट्रेडिंग, OKX Earn (सेविंग्स, स्टेबलकॉइन, DeFi, स्टेकिंग, ETH 2.0 और अन्य), क्रिप्टो ऋण और Jumpstart, एक्सचेंज का लॉन्चपैड।
OKX वॉलेट "वेब 3 के लिए पोर्टल" होने का दावा करता है, जो क्रिप्टो हॉट वॉलेट, डिसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंज (DEX), NFT मार्केटप्लेस और डिसेंट्रलाइज्ड एप्लिकेशन (DApps) की पेशकश करता है। वॉलेट 30 से अधिक नेटवर्क को सपोर्ट करता है, जिसमें Bitcoin, Ethereum, BNB Chain, Solana, Polygon, Avalanche, Fantom और अन्य जैसे प्रमुख ब्लॉकचेन शामिल हैं।
OKX के संस्थापक कौन हैं?
OKX (पूर्व में OKEx) OK Group के स्वामित्व वाले OKCoin की सहायक कंपनी है।
इस कंपनी की स्थापना मिंगसिंग "स्टार" जू (Xu) ने 2013 में चीन में की थी। जू एक चीनी उद्यमी हैं। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी बीजिंग से एप्लाइड फिजिक्स में बैचलर्स डिग्री हासिल की है। स्टार जू OK Group के सीईओ हैं।
OKX के वर्तमान सीईओ जे हाओ हैं।
यह प्रोजेक्ट 200 से अधिक देशों में समर्थित है। हालांकि, यूनाइटेड स्टेट्स के निवासियों के पास प्लेटफॉर्म की सेवाओं तक एक्सेस नहीं है।
यह एक्सचेंज 350 से अधिक क्रिप्टोकरेंसी को सूचीबद्ध करता है और 500 से अधिक ट्रेडिंग पेयर्स को सपोर्ट करता है। यह प्लेटफॉर्म प्रमुख टोकनों को सूचीबद्ध करता है जिनमें शामिल हैं: BTC, ETH, OKB, AAVE, SOL, MATIC, XRP, DOGE, SHIB, और DOT.
फीस संरचना मार्केट टेकर डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है और मेकर मॉडल पर आधारित है। इस प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग फीस 0.10% से शुरू होती है और ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ने पर घट जाती है। नियमित यूजर्स के लिए, फीस OKX इकोसिस्टम में OKB (मूल मुद्रा) की संख्या पर निर्भर करती है, जबकि एडवांस यूजर्स के लिए, फीस उनके 30-दिन के ट्रेडिंग वॉल्यूम पर आधारित होती है।
TATA Coin ने महज 24 घंटे में दिया 1200% का रिटर्न! कुबेर का खजाना है यह क्रिप्टोकरेंसी, जानिए क्यों?
Cryptocurrency: बिकवाली के इस दौर में TATA Coin पिछले 24 घंटे में 1200 फीसदी की मजबूती के साथ वर्तमान में 0.09515 डॉलर पर ट्रेड कर रही है. टाटा कॉइन (TATA Coin) का उद्देश्य डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस को सुरक्षित बनाना है और दुनिया भर के निवेशकों के साथ-साथ मल्टीनेशनल कंपनियों और डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है संस्थानों को बेहतरीन सुरक्षित पेमेंट सिस्टम उपलब्ध कराना है.
- टाटा कॉइन ने 24 घंटे में दिया 1200% का रिटर्न
- यहां जानिए क्यों खास है यह क्रिप्टोकरेंस
- डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस को पूरी तरह सुरक्षित बनाना है उद्देश्य
क्या है इस खास क्रिप्टो का उद्देश्य
टाटा कॉइन (TATA Coin) का उद्देश्य डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस को सुरक्षित बनाना है और दुनिया भर के निवेशकों के साथ-साथ मल्टीनेशनल कंपनियों और संस्थानों को बेहतरीन सुरक्षित पेमेंट सिस्टम उपलब्ध कराना है. इससे उन्हें ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) का इस्तेमाल करते हुए आसान और सुरक्षित डिजिटल ट्रांजेक्शन की सुविधा मिलेगी. इससे लोगों का निवेश सुरक्षित रहेगा.
क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए इसे दुनिया की सबसे सुरक्षित ग्लोबल डिजिटल करेंसी और दुनिया भर में पेमेंट के तरीके के रूप में इस्तेमाल होने का लक्ष्य भी बनाया जा रहा है. यह एक पूरी तरह डिसेंट्रलाइज्ड क्रिप्टोकरेंसी (decentralised Cryptocurrency) है. TATA Coin डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है को पूरी तरह कम्युनिटी पर आधारित बनाया गया है.
जुल्स उर्बाक (Jules Urbaac) कोन है ?
जुल्स उर्बाक (Jules Urbaac):- लॉस एंजेल्स सॉफ्टवेयर कंपनी OTOY INC. के संस्थापक और सीईओ (Founder and CEO) है जुल्स उर्बाक् (Jules Urbaac) को कंप्यूटर ग्राफिक्स (Computer Graphics), स्ट्रीमिंग (Streaming) 3D रेंडरिंग (डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है 3D Rendering) के क्षेत्र में महान हस्ती मानी जाती है _____
इस क्षेत्रों में इनका 25 सालों का अनुभव है महज 18 साल की उम्र में उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (Harvard University) नहीं जाकर अपना पहला गेम हेल कैब (Hell Cab) बनाया जो की अब तक बनाए गए पहले CD- ROM Game में से एक था।
जुल्स उर्बाक एवं रेंडरिंग || Jules Urbaac and Rendering
वर्तमान समय में पूरी दुनिया में बहुत सारे लोग लाखों रुपए लगाकर इथेरियम (Ethereum) की माइनिंग कर रहे तथा इसके बिकने पर निवेशकों (Investor) को फायदा मिलेगा लेकिन भविष्य में यही इथेरियम (Ethereum) इथरियम 2.0 में अपडेट हो जाएगा जिसके बाद GPU (Graphics Processing Unit) की जरूरत नहीं डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है होगी !
अमीर हलीम कोन है || Who is Amir Haleem?
अमीर हलीम (Ameer Haleem)- अमीर हलीम हिलियम सिस्टम इंक (Helium System inc) के सह संस्थापक एवं सी इ ओ ( Co-founder and CEO) है Helium System inc से पहले अमीर हलीम साल 2010 में गेमिंग स्टार्टअप डायवर्जन के संस्थापक एवं सी टी ओ (Founder and CTO) भी रह चुके हैं।
हिलियम (Helium) का मुख्य उद्देश्य है एक सेल्यूलर नेटवर्क की तरह एक विशाल वायरलेस नेटवर्क बनाने का लेकिन इस उद्देश्य को या सोच को हकीकत में कोई सामने लेकर आया है तो वह है अमीर हलीम जिन्होंने एक भीड़ में से कुछ लोगों की सोच को जिनमें से कुछ लोग ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी ( Blockchain Technology) के एक्सपर्ट (Expert) थे !
कुछ लोग IOT (Internet of Things) के जानकार थे तथा कुछ लोग थे जो कि ऐसी परियोजना के साथ खुद को जोड़ना चाहते थे डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है इन सभी ने मिलकर ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी ( Blockchain Technology) के माध्यम से मोबाइल टावरों के बजाय विशाल वायरलेस नेटवर्क स्थापित किया जिसके लिए यूजर्स ब्लॉकचेन आधारित हिलियम टोकन (Helium Hnt Token) से अपना भुगतान कर सकता है !
हिलियम प्रोजेक्ट काम कैसे करती है || Helium Project working
IOT (Internet of Things) की तरह बड़े-बड़े शहरों में बिना सिम कार्ड के 5G नेटवर्क मुहैया करा रही है वह भी बहुत ही कम खर्चे पर, हॉटस्पॉट (Hotspot) द्वारा जो नेटवर्क मुहैया कराई जाएगी उसके बदले में लोगों को हीलियम एचएनटी टोकन (Helium Hnt Token) मिलेगा जैसे कि अगर कोई कंपनी हिलियम नेटवर्क में सब्सक्रिप्शन (Subscription) लेती है तो Hnt Token से Burn करवा कर आई हुई डेटा क्रेडिट्स (Data Credits) में भुगतान करना पड़ेगा नही तो यूजर्स को हीलियम के टोकन (Hnt Token) को खरीदने पर ही सर्विस मिलेगी !
सारे बातों को अगर ध्यान में रखा जाए तो इससे यह प्रतीत होता है कि क्रिप्टो के दो ऐसे प्रोजेक्ट्स आ रहे है पहली रेंडरिंग जो कि Decentralized नेट्वर्क का इस्तेमाल करके एनीमेशन (Animation) के दुनिया में बदलाव ला रहे है तो दूसरी और हिलियम जो कि Decentralized नेटवर्क कि मदद से 5G जैसी बड़ी नेट्वर्क खरी कर रहे है इन दोनों प्रोजेक्ट्स के वजह से बड़ी-बड़ी कंपनियों जैसे अमेजॉन, स्टारलिंक को भबिष्य में कड़ी टक्कर मिलेगी !
डिजिटल करेंसी और क्रिप्टो करेंसी में अंतर।
Digital currency kya hai
डिजिटल करेंसी सरकारी मान्यता प्राप्त करेंसी होती है इससे उस देश का केंद्रीय बैंक जारी करता है। जबकि क्रिप्टोकरंसी पर किसी सरकार का अधिकार नहीं होता है । digital currency in india
Bitcoin , ethereum जैसी क्रिप्टो करेंसी डिसेंट्रलाइज्ड हैं । इसे पर किसी सरकार , संस्था या किसी व्यक्ति का स्वामित्व नहीं होता है भारत मैं मार्च से शुरू होने वाले फाइनेंसियल वर्ष से क्रिप्टो करेंसी कमाई पर 30% टैक्स वसूल करेगी भारत सरकार । भारत में अब कागज नोट से पेमेंट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी आप डिजिटल करेंसी से भी पेमेंट कर सकेंगे । digital currency in india
ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है ।
cryptocurrency kya hota hai NFT kya hai block chain Technology
ब्लॉकचेन को आसान शब्दों में समझा जाए , ब्लॉकचेन एक तरह से सूचनाओं को रिकॉर्ड करने की एक प्रणाली है जिसमें सिस्टम में सेव डाटा को बदलना , डिलीट करना , हैक करना या धोखा देना मुश्किल और असंभव हो जाता है । ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी अनिवार्य रूप से लेनदेन का एक डिजिटल खाता बुक है जिसे ब्लॉकचेन पर कंप्यूटर सिस्टम के पूरे नेटवर्क में डुप्लीकेट और वितरित किया जाता है । ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी से होने वाले लेनदेन रिकॉर्ड अनेकों कंप्यूटर में सेव हो जाते हैं । जिससे बदलना नामुमकिन है । इससे डेटा और अधिक सुरक्षित हो जाता है । ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी डाटा सिक्योरिटी पर काम करती है जिससे हर ब्लाक इंक्रिप्टेड होते हैं और एक दूसरे से इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर सिस्टम से जुड़े होते हैं यह एक तरह से एक्सचेंज प्रोसेस में काम करती है ।
डिजिटल करेंसी से सुविधा ।
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यह अन्य करेंसी की तुलना में कम खर्चीली होती है। इसका ट्रांजैक्शन तेज गति से होता है । इसके मुकाबले प्रिंटिंग करेंसी नोटों पर लेन-देन और प्रिंटिंग का खर्च अधिक आता है । डिजिटल करेंसी के लिए किसी व्यक्ति को बैंक अकाउंट की जरूरत नहीं होती है । डिजिटल करेंसी को मैनेज करना आसान होगा । इसे आरबीआई द्वारा मैनेज किया जाएगा ।
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खासियते ।
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इसकी खासियत यह होती है इसे देश की सोवरेन करेंसी मैं बदला जा सकता है । इसे हम डिजिटल रुपैया डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है कह सकते हैं डिजिटल करेंसी दो प्रकार की होती है रिटेल और होलसेल करेंसी । रिटेल करेंसी का इस्तेमाल आम लोग और कंपनियां करती है । होलसेल डिजिटल करेंसी का इस्तेमाल वित्तीय संस्थाओं के जरिए किया जाता है । digital currency in india
क्या है इस खास क्रिप्टो का उद्देश्य
टाटा कॉइन (TATA Coin) का उद्देश्य डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस को सुरक्षित बनाना है और दुनिया भर के निवेशकों के साथ-साथ मल्टीनेशनल कंपनियों और संस्थानों को बेहतरीन सुरक्षित पेमेंट सिस्टम उपलब्ध कराना है. इससे उन्हें ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी (Blockchain Technology) का इस्तेमाल करते हुए आसान और सुरक्षित डिजिटल ट्रांजेक्शन डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है की सुविधा मिलेगी. इससे लोगों का निवेश सुरक्षित रहेगा.
क्रिप्टोकरेंसी की बढ़ती लोकप्रियता को देखते डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी क्या है हुए इसे दुनिया की सबसे सुरक्षित ग्लोबल डिजिटल करेंसी और दुनिया भर में पेमेंट के तरीके के रूप में इस्तेमाल होने का लक्ष्य भी बनाया जा रहा है. यह एक पूरी तरह डिसेंट्रलाइज्ड क्रिप्टोकरेंसी (decentralised Cryptocurrency) है. TATA Coin को पूरी तरह कम्युनिटी पर आधारित बनाया गया है.