ट्रेडिंग खाता

डीमैट खाता, जी हां दोस्तों। डीमैट अकाउंट (खाता) शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए सबसे बुनियादी जरुरत है। यह आपके बैंक अकाउंट (खाता) की तरह होता है। जैसे आपको पैसे की लेनदेन के लिए बैंक अकाउंट की जरुरत होती है, उसी तरह से शेयर बाजार में शेयर को खरीदने और बेचने के लिए डीमैट अकाउंट (खाता) की जरुरत होता है।
आज से आप भी जान जाएंगे डीमैट व ट्रेडिंग अकाउंट में अंतर
शेयर बाजार
मुंंबई। बड़ी संख्या में लोग शेयर बाजार से जुड़े हैं, लेकिन इसके बावजूद कई लोगों को डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में कम ही जानकारी होती है। उन्हें दोनों खातों के बीच अंतर का पता नहीं होता है, लेकिन हम आपको बता दें कि इन खातों के बिना आप शेयर बाजार में उतरने की सोच भी नहीं सकते। तो आइए हम आपको बताते हैं डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बीच अंतर।
शेयर बाजार
बता दें कि इक्विटी मार्केट में निवेश के लिए किसी भी व्यक्ति के पास डीमैट अकाउंट का होना सबसे पहली शर्त है। डीमैट अकाउंट के साथ एक और खाता अटैच होता है जिसे ट्रेडिंग अकाउंट कहते हैं। जरूरत के आधार पर दोनों निवेशक दोनों का अलग-अलग इस्तेमाल करते हैं। डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों अलग-अलग तरह के खाते होते हैं। डीमैट अकाउंट वह अकाउंट होता है जिसमें आप अपने असेट या इक्विटी शेयर रख सकते हैं। वहीं दूसरी ओर ट्रेडिंग अकाउंट वह खाता होता है जिसका इस्तेमाल करतेह हुए आप इक्विटी शेयरों में लेनदेन करते हैं।
क्या होता है डीमैट अकाउंट?
शेयर बाजार
डीमैट अकाउंट वह खाता होता है जिसके माध्यम से आप अपनी इक्विटी हिस्सेदारी इलेक्ट्रॉनिक फॉर्मेट में होल्ड करके रखते हैं। डीमैट अकाउंट फिजिकल शेयर को इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग खाता फॉर्म में बदल देता है। डीमैट अकाउंट खोलने पर आपको एक डीमैट अकाउंट नंबर दिया जाता है जहां आप अपने इक्विटी शेयरों को सहेज कर रखते हैं। डीमैट अकाउंट बहुत हद तक बैंक अकाउंट की तरह कार्य करता है। यहां से इक्विटी बाजार में किए गए अपने निवेश की जमा और निकासी कर सकते हैं। डीमैट अकाउंट खोलने के लिए यह जरूरी नहीं कि आपके पास कोई शेयर हो। आपके अकाउंट में जीरो बैलेंस हो तो भी आप डीमैट खाता खोल सकते हैं।
क्या होता है ट्रेडिंग अकाउंट?
शेयर बाजार
इक्विटी शेयरों को खाते में सहेजकर रखने की बजाय अगर आप इनकी ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है। अगर आप शेयर बाजार में लिस्टेड किसी कंपनी के शेयरों की खरीद-बिक्री करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है।
Trading Account Kya Hai
Trading Account को हिंदी में व्यापार खाता या व्यापारिक खाता कहते है। एक तय समय के अंतर्गत व्यापार से होने वाले लाभ या हानि की जानकारी प्राप्त करने के लिए व्यापारी जो खाता तैयार करता है, उसे Trading Account कहते है। ट्रेडिंग अकाउंट का इस्तेमाल शेयर मार्केट में शेयर खरीदने के लिए पैसों के लेन-देन तथा शेयर खरीदने और बेचने के लिए स्टॉक ब्रोकर को आर्डर देने के लिए किया जाता है।
यह खाता हमारे DEMAT अकाउंट के साथ लिंक कर दिया जाता है, और जब ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से हम शेयर खरीदने का आर्डर शेयर मार्केट को देते है, और हमारा आर्डर कम्पलीट हो जाता है तो ख़रीदे गए शेयर हमारे DEMAT अकाउंट में जमा हो जाते ट्रेडिंग खाता है। एवं जितने मूल्य के शेयर हम खरीदते है उस मूल्य के साथ और टैक्स तथा ब्रोकरेज चार्ज के साथ हमारे Trading Account से पैसे कट जाते है।
इसी तरह जब हम शेयर बेचते है तो बेचे गए शेयर को DEMAT Account से कम कर दिए जाते है, और बेचे गए शेयर का अमाउंट हमारे ट्रेडिंग अकाउंट में ब्रोकरेज तथा टैक्स काटने के बाद जमा हो जाता है। हम सीधे शेयर मार्केट से कोई भी शेयर या अंश खरीदने और बेचने का आर्डर नहीं दे सकते है, हमारा स्टॉक ब्रोकर हमारे शेयर खरीदने और बेचने के आर्डर को शेयर मार्केट तक पहुँचाता है।
ट्रेडिंग अकाउंट कैसे बनाते हैं
Trading Account खोलने या बनने के लिए आपके पास डीमैट अकाउंट होना जरुरी है, जब आप DEMAT Account खुलवाते है तो वही से आप अपना ट्रेडिंग अकाउंट भी खुलवा सकते है। ब्रोकर आपके ट्रेडिंग अकाउंट को आपके डीमैट अकाउंट से लिंक कर देता है।
ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए आप किसी डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (DP) जो NSDL या CDSL के ब्रोकर या सब-ब्रोकर होते है उनसे संपर्क कर ट्रेडिंग खाता सकते है। आज कई बैंक और संस्थान डीपी के रूप में कार्य कर रहे है।
इन बैंकों के अलावा देशभर में कई निज़ी वित्तीय संस्थान है जो डीपी के रूप में कार्य कर रहे है, जिनसे आप Trading Account खुलवाने के लिए संपर्क कर सकते है और अपना ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा सकते है।
Trading Account Kholne Ke Liye Documents
ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाने के लिए आपको आगे बताये गए इन आवश्यक दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
- अकाउंट ओपनिंग फॉर्म
- फोटो आईडी प्रमाण: पैन कार्ड/ वोटर आईडी/ पासपोर्ट/ ड्राइविंग लाइसेंस/ आधार कार्ड।
- एड्रेस प्रूफ़: टेलीफोन या बिजली बिल/ राशन कार्ड/ पासपोर्ट/ वोटर आईडी/ ड्राइविंग लाइसेंस।
- बैंक खाता संख्या
- पासपोर्ट साइज़ फ़ोटो
क्या होता है ट्रेडिंग अकाउंट?
शेयर बाजार
इक्विटी शेयरों को खाते में सहेजकर रखने की बजाय अगर आप इनकी ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है। अगर आप शेयर बाजार में लिस्टेड किसी कंपनी के शेयरों की खरीद-बिक्री करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है।
डीमैट और ट्रेडिंग में अकाउंट क्या फर्क है?
शेयर बाजार
जहां डीमैट अकाउंट आपके शेयर या को डिमैटिरियलाइज्ड तरीके से सुरक्षित रखने वाला खाता होता है, वहीं दूसरी ओर, ट्रेडिंग अकाउंट आपके बैंक खाते और डीमैट खाते के बीच की कड़ी होती है। डीमैट अकाउंट में शेयरों को सुरक्षित रखा जाता है। इसमें कोई लेन-देन नहीं किया जाता है। ट्रेडिंग अकाउंट शेयरों की खरीद-फरोख्त के लिए इस्तेमाल होता है। डीमैट अकाउंट पर निवेशकों को सालाना कुछ चार्ज देना होता है। पर ट्रेडिंग अकाउंट आमतौर पर फ्री होता है, हालांकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि सेवा प्रदाता ट्रेडिंग खाता कंपनी आपसे चार्ज वसूलेगी या नहीं।
क्या सिर्फ डीमैट या ट्रेडिंग अकाउंट रख सकते हैं?
शेयर बाजार
आमतौर पर डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट एक साथ ही खोले जाते हैं। शेयरों में निवेश के लिए दोनों ही तरह के खाते जरूरी हैं। जब आप शेयरो को खरीदते हैं और उसे लंबे समय तक अपने पास रखना चाहते हैं तो आपको डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है। वहीं अगर आप बस शेयरों की ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत पड़ती है। अगर आप सिर्फ इंट्राडे शेयर ट्रेडिंग, फ्यूचर ट्रेडिंग, ऑप्शंस ट्रेडिंग और करेंसी ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो आपको सिर्फ डीमैट अकाउंट की जरूरत पड़ती है। आप चाहते तो दोनों तरह के खातों को एक दूसरे के बिना भी रख सकते हैं।
Demat account KYC : डीमैट खाता धारकों के लिए जरूरी खबर, 1 जुलाई से पहले करा लें ट्रेडिंग खाता KYC नहीं तो फंस जाएगी इंवेस्टमेंट
Demat account KYC : स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट की केवाईसी (KYC) 30 जून तक कराना अनिवार्य है। अगर आप 30 जून तक अपने डीमैट खाते की KYC नहीं कराते हैं तो आपका डीमैट अकाउंट एक जुलाई से डीएक्टिवेट कर दिया जाएगा और इस आपका इंवेस्टमेंट भी फंस सकता है।
Demat account KYC : मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) की तरफ से नए ट्रेडिंग ट्रेडिंग खाता और डीमैट अकाउंट के नियमों में कुछ परिवर्तन किए हैं। अगर आप भी डीमैट खाते के माध्यम से इंवेस्टमेंट करते हैं तो यह खबर आपके लिए हैं। स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग के लिए अब डीमैट अकाउंट की केवाईसी (KYC) कराना जरूरी है। इसके लिए अंतिम तिथि 30 जून निर्धारित की गई है। अगर आप 30 जून तक अपने डीमैट खाते की KYC नहीं कराते हैं तो आपका डीमैट अकाउंट डीएक्टिवेट कर दिया जाएगा और इस आपका इंवेस्टमेंट भी फंस सकता है।
5 पैसा
5 पैसा एक डिस्काउंट ब्रोकरेज कंपनी है जो सभी डिस्काउंट ब्रोकरेज कंपनियों से काम शुल्क पर ट्रेडिंग सुविधा देती है। आईआईएफएल (इंडिया इन्फो लाइन लिमिटेड) ने साल 2015 में एक 5 पैसा कंपनी स्थापित की थी और आज भारत के प्रमुख डीमैट कंपनियों में से एक है। यह इक्विटी, करेंसी, म्यूचुअल फंड्स, बीमा, फ्यूचर एंड ट्रेडिंग खाता ऑप्शन (F&O), आईपीओ (IPO) आदि प्रतिभूति बाजार में ट्रेडिंग की सुविधा देता है। 5 पैसा कमोडिटी में ट्रेडिंग की अनुमति नहीं देता है।
शेयरखान एक फुल-सर्विस स्टॉकब्रोकर है जो स्टॉक, निवेश, म्यूचुअल फंड, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज, रिसर्च, निवेशक शिक्षा आदि सहित अन्य शेयर बाजार से जुड़े सेवाएं प्रदान करता है। श्री श्रीपाल मोरखिअ द्वारा शेयरखान की स्थापना मुंबई, महाराष्ट्र में सन 2000 में हुआ था। शेयरखान बीएसई, एनएसई, एमसीएक्स, सीडीएसएल ट्रेडिंग खाता और एनएसडीएल का एक सदस्य है। शेयरखान अपनी ऑनलाइन ट्रेडिंग वेबसाइट शेयरखान के माध्यम से ब्रोकरेज सेवाएं प्रदान करता है।
आईसीआईसीआई डायरेक्ट
आईसीआईसीआईडायरेक्ट, भारत की सबसे बड़ा खुदरा ब्रोकर है। यह निवेशकों को ऑनलाइन डीमैट अकाउंट (खाता) की सुविधा देता है, जिससे निवेशक निःशुल्क ट्रेडिंग कर सकते है। यह पिछले 2 दशकों में 50+ लाख से अधिक ग्राहकों को सेवा दे रहा है। इसका 170+ शाखाएं पुरे भारत में फैला हुआ है। आईसीआईसीआईडायरेक्ट इक्विटी, म्यूचुअल फंड, डेरिवेटिव्स, फ्यूचर्स और ऑप्शंस (F&O), करेंसी, कमोडिटी, ईटीएफ, इंश्योरेंस, आईपीओ, कॉरपोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट, लोन, एनपीएस, वेल्थ मैनेजमेंट, कॉरपोरेट सर्विसेज, एनआरआई सर्विसेज, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सर्विसेज आदि जैसे 50 से अधिक वित्तीय उत्पादों (Financial Products) और सेवाएं देती है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज एक फुल टाइम सर्विस ब्रोकर है जिसकी शुरुवात सन 2000 में हुआ था। यह एचडीएफसी बैंक का हिस्सा है जो शेयर मार्किट ब्रोकिंग और डीमैट सेवा प्रदान करती है | डिजिटल गोल्ड, इक्विटी, स्टॉक एसआईपी, ईटीएफ, आईपीओ,, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, डेरिवेटिव, म्यूचुअल फंड, फिक्स्ड डिपाजिट (Fixed Deposit ), एनपीएस (NPS), ऋण, बीमा तथा अन्य सेवाएं देती है।
मोतीलाल ओसवाल
मोतीलाल ओसवाल एक फुल टाइम ब्रोकर है, इसकी शुरुवात सन 1987 में वित्तीय सेवा (Financial Service) के रूप में हुआ था जो आज वित्तीय बाजार में जाना माना नाम हो गया है। शायद ही कोई निवेशक मोतीलाल ओसवाल से परिचित नहीं हो। आज यह इक्विटी, डेरिवेटिव, कमोडिटीज, करेंसी, म्यूचुअल फंड, आईपीओ, डिजिटल गोल्ड, पोर्टफोलियो मैनेजमेंट, बॉन्ड और कॉरपोरेट फिक्स्ड डिपॉजिट आदि में सेवा देता है। मोतीलाgraल ओसवाल के पास 9 लाख ट्रेडिंग खाता से अधिक ग्राहक है और इसके 2200 से ज्यादा शाखा है।
खाता खोलने के लिए उनके पास कोई शुल्क नहीं है, लेकिन दूसरे वर्ष से सभी डीमैट खाताधारकों से 441 का वार्षिक रखरखाव शुल्क लिया जाता है।
दोस्तों, आप यहाँ शेयर बाजार में डीमैट खाता के जरुरत को समझा। डीमैट अकाउंट निवेशक के प्रतिभूति (Security) को जमा रखता है और अगर कोई निवेशक शेयर बाजार में अपने प्रतिभूति (Security) को खरीदना या बेचना चाहता है तो डीमैट खाता दे द्वारा खरीद या बेच सकता है। साथ ही भारत की प्रमुख डीमैट खाता खोलने वाली कंपनी के बारे और उनके विशेषतावों को विस्तार जानकारी प्राप्त किये है।