व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा

वुड्स डिस्पैच ने भारत में शिक्षा के विकास के लिए एक मॉडल के रूप में काम किया। भारत में पश्चिमी शिक्षा के लिए सरकारी समर्थन के अलावा, ईसाई मिशनरियों और अन्य लोगों ने गहरी दिलचस्पी ली। हिंदू कॉलेज की स्थापना, जिसे बाद के समय में डेविड हरे द्वारा कलकत्ता में प्रेसीडेंसी कॉलेज कहा जाता था और अन्य ने हिंदुओं के बीच धर्मनिरपेक्ष शिक्षा को बढ़ावा देने में मदद की। पश्चिमी शिक्षा के साथ-साथ महिला शिक्षा को भी व्यापक संरक्षण मिला। बंबई और मद्रास प्रेसीडेंसी में भी शिक्षा के प्रचार के इसी पैटर्न को देखा जा सकता है।
Delhi News: आज दिल्ली के कपड़ा व्यापारियों ने बाजार किया है बंद, बाजार जाने से पहले जान लें क्या है पूरा मामला
By: Agencies | Updated at : 30 Dec 2021 03:39 PM (IST)
Delhi News: केंद्र सरकार द्वारा कपड़ों पर बनाई जाने वाली जीएसटी दरों में वृद्धि को लेकर दिल्ली के व्यापारी असंतुष्ट है. इसी के चलते गुरुवार को कपड़ा व्यापारियों ने बाजार बंद करने का आह्वान किया है. इस बंद पर चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के अलावा कपड़ा व्यापारियों की अन्य एसोसिएशन का भी समर्थन है.
जीएसटी बढ़ाए जाने का किया विरोध
सरकार के फैसले पर दिल्ली में कपड़े के जो बाजार बंद हैं, उनमें चांदनी चौक, करोल बाग, पीतमपुरा, लाजपत नगर आदि बाजार शामिल है. दिल्ली साड़ी मर्केंटाइल एसोसिएशन की ओर से कहा गया है कि, केन्द्र सरकार ने कपड़े पर 1 जनवरी 2022 से जीएसटी दर 5 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी की जा रही है. सबको पता है कि पिछले दो सालों से व्यापार वर्ग बहुत परेशान रहा है, इसलिए व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा आज हम सांकेतिक रूप से बाजार बंद कर रहे हैं.
जनसुविधाएँ
हमारे देश में निजी शैक्षिणक संसथान- स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, तकनीकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थान बड़े पैमाने पर खुलते जा रहे हैं। दूसरी तरफ सरकारी शिक्षा संस्थानों का महत्व कम होता जा रहा है। आपकी राय में इसका क्या असर हो सकता है? चर्चा कीजिए
हमारे देश में निजी शैक्षिणक संसथान बड़े पैमाने पर खुलते जा रहे हैं। दूसरी तरफ सरकारी शिक्षा संस्थानों का महत्व कम होता जा रहा है। इसके निम्नलिखित प्रभाव हो सकते हैं-
(i) धीरे-धीरे सरकारी संस्थानों का महत्व समाप्त हो जाएगा।
(ii) आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग उच्च शिक्षा से वंचित रह जायेगा क्योंकि निजी शैक्षिणक संसथानों की फीस बहुत महँगी होती है जिसे उठाना गरीब व्यक्ति के लिए बहुत मुश्किल है।
चेन्नई एक ऐसी जगह है जहाँ पानी की बहुत कमी है। न्यायपालिका केवल शहर की लगभग आधी जरूरत को ही पूरा कर पाती है। कुछ इलाकों में पानी नियमित रूप से पानी आता है और कुछ इलाकों में बहुत कम पानी आता है। उन स्थानों में जहाँ पानी का भंडारण किया गया है। उसके आसपास के इलाके में ज़्यादा पानी आता है और दूर की बस्तियों में कम पानी मिलता है।
ब्रिटिश शासन के दौरान पश्चिमी शिक्षा का प्रसार
इस स्वदेशी शिक्षा ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बजाय भाषाओं की विद्वता पर अधिक बल दिया और जब तक अंग्रेज व्यापारियों के रूप में भारत आए, फ़ारसी अदालत की भाषा थी और धार्मिक आस्था के बावजूद, हिंदू और मुस्लिम दोनों ने शासकों के अधीन रोजगार प्राप्त करने के लिए फ़ारसी सीखी। औपनिवेशिक भारत के पूर्व।
मदरसों और पातशालों के अलावा, मौखिक शिक्षा और ग्रंथों के संस्मरण पर आधारित भाषा प्रवीणता सिखाने वाले साधारण स्कूलों के साथ-साथ भाषाओं में सीखने के उन्नत केंद्र भी मौजूद थे। ब्रिटिश जिन्होंने क्षेत्रीय नियंत्रण हासिल कर लिया और राजनीतिक स्वामी बन गए, उन्होंने 1813 तक शैक्षिक क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं किया। 1813 के बाद, भारतीयों के सहयोग या सीमित संख्या के साथ, ब्रिटिश औपनिवेशिक शासकों ने भारत में शिक्षा की पश्चिमी प्रणाली शुरू की।
भारतीयों और अंग्रेजों के बीच एक बड़ी बहस हुई, जिसे 'ओरिएंटलिस्ट' और 'एंग्लिसिस्ट' के रूप में जाना जाता है, जो कि भारतीयों द्वारा आवश्यक व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा शिक्षा के प्रकार के बारे में था। लगभग आधी सदी से अधिक समय तक, अंग्रेजों ने स्वदेशी लोगों के धर्म और संस्कृति के मामलों में तटस्थता या गैर-हस्तक्षेप की नीति का पालन किया।
व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा
विभाग | किसान कल्याण और कृषि विकास |
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कार्यालय | उप संचालक कृषि राजगढ़ |
कार्यालय का पता | एसपी कार्यालय के सामने, केंद्रीय विद्यालय राजगढ़ के पीछे |
कार्यालय ई-मेल | [email protected] |
कार्यालय का फोन | |
अधिकारी का नाम | उपसंचालक कृषि |
अधिकारी मोबाइल |
योजनाओ के लिये आवेदन
क्रमांक | योजना का नाम /(वेबसाइट/लिंक) | आवेदन का प्रकार (ऑनलाइन/ऑफ़लाइन) | रिमार्क (कोई अन्य विवरण) | मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड लिंक |
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1 | ई-कृषि यंत्र अनुदान | ऑनलाइन | कृषि उपकरण अनुदान पर लेने हेतु आवेदन | e-कृषियंत्र सेवा |
2 | प्रधान मंत्री कृषि सिचाई योजना | ऑनलाइन | कृषि सिंचाई उपकरण अनुदान पर लेने हेतु आवेदन | e-कृषियंत्र सेवा |
3 | बलराम तालाब | ऑनलाइन | बलराम तालाबअनुदान पर बनवानेहेतु आवेदन | e-कृषियंत्र सेवा |
4 | लोकसेवा गारंटी मध्य प्रदेश | ऑनलाइन | उर्वरक, कीटनाशक एवं बीज लाइसेंस के आवेदन | एमपी मोबाइल |
5 | सी.एम. हेल्पलाइन | ऑनलाइन | कृषको द्वारा विभागीय योजनाओ से सम्बंधित समस्याओ हेतु मोबाइलसे 181 पर कॉल करने पर शिकायत का निराकरण | सी.एम. हेल्पलाइन |
6 | प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना | ऑनलाइन | प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना (पीएमएफबीवाई) सरकार (कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय) प्रायोजित फसल बीमा योजना है | |
7 | उर्वरक और कीटनाशक लाइसेंस | ऑनलाइन | उर्वरक एवं कीटनाशक के विनिर्माण लायसेंस हेतु आनलाईन आवेदन | |
8 | माइक्रो सिचाई | ऑनलाइन | माइक्रो सिचाई/उद्यानिकी उपकरण – उद्यानिक एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग-ऑनलाइन आवेदन |
सिंधी सेंट्रल पंचायत का 25 को भोपाल बंद का आह्वान: शिक्षा मंत्री के भाई से विवाद के बाद बैंककर्मी से भीड़ ने की थी मारपीट, विरोध में उतरा समाज; कारोबारियों ने किया समर्थन
MP के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के भाई से विवाद के बाद बैंककर्मी को दौड़ा-दौड़ाकर पीटने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मंत्री के भाई और समर्थकों पर कोई कार्रवाई नहीं होने से भोपाल में सिंधी सेंट्रल पंचायत (रजि.) ने 25 सितंबर को राजधानी बंद का आह्वान किया है। इस बंद को कई कारोबारियों ने समर्थन भी दे दिया है। थोक किराना बाजार दोपहर 2 बजे तक बंद रहेगा।
सिंधी सेंट्रल पंचायत के पदाधिकारियों का दावा है कि राजधानी के अधिकांश व्यापारियों ने बंद रखने का आश्वासन दिया है। व्यापारियों के लिए समर्थन और शिक्षा अध्यक्ष भगवानदेव इसरानी ने बताया कि बैंककर्मी नरेश फूलवानी के साथ स्कूल शिक्षा मंत्री परमार के भाई और उनके समर्थकों द्वारा बैंक के भीतर व बाहर मारपीट की गई थी, लेकिन दोषियों पर कार्रवाई करने की बजाय पुलिस ने नरेश पर ही केस दर्ज किया था और जेल भेज दिया था। दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए शाजापुर में कलेक्टर-एसपी को ज्ञापन भी दिए गए, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। शासन-प्रशासन के इस रवैये के विरोध में 25 सितंबर को भोपाल बंद का आह्वान किया है। जिसका सभी कारोबारियों ने समर्थन किया है। वहीं विभिन्न समाजों का भी समर्थन है।