शुरुआती लोगों के लिए अवसर

क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं

क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं
ये ऐसे फण्ड है जिनको कमर्शियल पेपर, कॉर्पोरेट बांड्स, ट्रेजरी बिल और कई तरह के मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट में भी निवेश करते हैं. जो निश्चित ही अच्छा रिटर्न देते हैं.

SIP Calculator

SIP Calculator: हर महीने जमा करें 1000 रुपए, घर बैठे मिलेंगे 2 करोड से ज्यादा

छोटी छोटी बचत कर बड़े लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। आप हर महीने 1000 रुपए म्यूचुअल फंड में सिस्‍टमैटिक इन्‍वेस्‍टमेंट प्‍लान (SIP) में निवेश करते है तो करोड़पति बन सकते हैं। पिछले दो दशक में म्यूचुअल फंड शानदार रिटर्न दे रहा है। कुछ फंड्स 20 फीसदी तक रिटर्न दे रहे है।

Published: June 07, 2022 01:33:33 pm

SIP Calculator: हर इंसान को भविष्य के लिए बचत करनी चाहिए। कुछ लोग छोटी बचत करते है तो कुछेक मोटा रिटर्न चाहते है। इसलिए बैंक और पोस्ट ऑफिस में क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं हर महीने जमा करते है। अगर आप भी कम निवेश पर ज्यादा रिटर्न चाहते है तो म्‍यूचुअल फंड में एसआईपी बेहतरीन विकल्प हो सकता है। बीते कुछ सालों से म्‍यूचुअल फंड काफी पसंद आ रहा है। क्योंकि निवेशकों का निवेश किया हुआ पैसा अच्‍छा बेनिफ‍िट दे रहा है। आप हर महीने 1000 रुपए जमाकर 2 करोड़ से भी ज्यादा रिटर्न पा सकते है। हालांकि इसमें समय ज्यादा देना होता है। आइए जाते है म्‍यूचुअल फंड में एसआईपी में कितना ब्याज मिलता है और कितने समय के लिए जमा करवाना होगा।

एक बार जमा करें पैसा, फिर 60 की उम्र के बाद हर महीने मिलेगी पेंशन

20 साल में मिलेगा इतना रिटर्न
यदि आप 1000 रुपए महीने 20 साल तक निवेश करते हैं। इस पर 12 फीसदी रिटर्न मिलता है तो आपको 20 साल के बाद कुल 9,99,148 रुपए मिलते है। 20 साल में आपको कुल 2,40,000 रुपए जमा होगा। अगर आपको निवेश पर 15 प्रतिशत रिटर्न मिलता है तो 15 लाख से ज्यादा (15,15,995 रुपए) मिलते है। वहीं 20 फीसदी रिटर्न मिलता है तो 1000 रुपए महीने के निवेश पर 20 साल के बाद आपके 31,61,479 रुपए जमा होते है।

30 साल बाद 2.33 करोड़
आपको निवेश पर ज्यादा रिटर्न चाहिए तो 30 साल तक 1000 रुपए जमा करवाने होंगे। 1000 रुपए क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं महीने की SIP पर 30 साल के बाद 12 फीसदी रिटर्न के अनुसार 35,29,914 रुपए मिलते है। अगर ब्याज थोड़ा ज्यादा मिलता है, 15% के हिसाब से 70 लाख रुपए मिलते है। हर महीने 1000 रुपए जमा करने पर 20 फीसदी का रिटर्न मिलता है तो फिर 30 के बाद 2,33,60,802 रुपये (2 करोड़ से ज्यादा) मिलेगा। 30 साल में आपके सिर्फ 3 लाख 60 रुपए ही जमा होंगे।

म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट कैसे करे | Mutual Fund in Hindi

दोस्तों, आज के लेख में हम आपको Mutual Funds kya hai in Hindi, Mutual Fund in Hindi के बारे मे पूरी जानकारी देंगे. इस म्यूच्यूअल फण्ड से भी मुनाफा कमाया जा सकता है. इस बजह से बहुत से निवेशक म्यूच्यूअल फाउंड में निवेश करने लगे है.

SIP फुल फॉर्म हिंदी में “सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान” है. जिसके जरिये निवेश करने वालों की जनसंख्या बढती जा रही है. जिन लोगों को शेयर मार्केट के बारे में पूरी जानकारी नही है और सीखना भी नहीं चाहते है तो उन लोगों के लिए म्यूच्यूअल फण्ड बेहतरीन तरीका है. इसमें कम रिस्क में कम मुनाफा और नुक्सान होता है.

इसके जरिये आप बल्कि डेट, गोल्ड और कमोडिटी में भी निवेश कर सकते है. म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने के बारे में अधिक जानकारी ना होने पर किसी अच्छे एक्सपर्ट की मदद ले सकते है. बेहतर मुनाफा कमाने के लिए बेहतर शेयर को चुनना होता है.

Mutual Fund क्या है | Mutual Funds Kya Hai in Hindi

म्यूच्यूअल फण्ड सामूहिक निवेश होता है. कई निवेशकों का एक समूह मिलकर स्टॉक में निवेश करते है. म्यूच्यूअल फण्ड में निवेशकों के फण्ड के फायदा और नुक्सान का हिसाब रखने के लिए एक फंड मैनेजर होता है. (1)

इस तरह से निवेश क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं में जो भी नुक्सान या फायदा होता है वह निवेशकों में बांट दिया जाता है. म्यूच्यूअल क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं फण्ड कंपनी में उन सभी निवशकों के निवेश पैसों को इकट्ठे करती है. ऐसा करने पर कंपनी थोड़ा सर्विस चार्ज काटती है.

और म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी के द्वारा इकट्ठा किया गया पैसा शेयर मार्किट में निवेश करती है. म्यूच्यूअल फण्ड में एक काफी बड़ा फायदा है की उसमे यह सोचने की क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं जरूरत नहीं होती है की कब शेयर को खरीदना और बेचना होता है, क्योकि ये सारा काम फण्ड मैनेजर का होता है.

म्यूचुअल फण्ड में निवेश करने के फायदा यह है की आप इसमें 500, 1000 रूपए से निवेश करना सुरु कर सकते है. मासिक निवेश के लिए SIP लेना होता है. इसका मतलब होता है की आपके द्वारा तय की गई राशी अपने आप प्रतेक महीने खाते से से कटकर सीधे फण्ड में ट्रान्सफर होती रहगी. (2)

Mutual Fund कितने प्रकार के होते है?

  • इक्विटी फण्ड
  • लार्ज कैप फण्ड
  • डेट फण्ड
  • गिल्ट फण्ड

इक्विटी फण्ड काफी महसूर फण्ड है. इसमें बेहतरीन निवेशक अधिक रिस्क लेकर अधिक मुनाफा भी लेते है. ऐसा इसलिए होता है क्योकि इस इक्विटी म्यूचुअल फंड के मैनेजर सभी पैसा स्टॉक मार्किट में निवेश करता है.

इस इक्विटी म्यूचुअल फंड को मल्टी कैपिटल, लार्ज कैपिटल, स्मॉल कैपिटल, मिड कैपिटल में बांटा गया है.

लार्ज कैप फण्ड | Large Cap Funds

लार्ज कैप फण्ड mutual fund वह होते है जो आपकी राशी को बड़ी कैपिटल वाली कंपनी में निवेश करते है. लार्ज कैप कंपनी की काफी ग्रोथ है. इसलिए return तो कम मिलता है लेकिन लगातर मिलता है. लार्ज कैप फण्ड के मुकालबे स्माल और मिडकैप में अधिक रिस्क होता है.

Debt Mutual Funds फ‍िस्‍क्‍ड डिपॉजिट से ज्‍यादा दे रहे हैं रिटर्न, जानिए कैसे उठा सकते हैं लाभ

Debt Mutual Funds फ‍िस्‍क्‍ड डिपॉजिट से ज्‍यादा दे रहे हैं रिटर्न, जानिए कैसे उठा सकते हैं लाभ

स्‍मॉलकैप म्‍यूचुअल फंड एसआईपी ने बीते 10 सालों में जबरदस्‍त रिटर्न दिया है। (Photo By Indian Express Archive)

मार्केट में ऐसे फाइनेंश‍ियल असेट्स हैं जो कम जोख‍िम के अच्‍छा रिटर्न देते हैं। जैसे कि डेट फंड जो ऐसे बांड में निवेश करते हैं, जिनमें जोख‍िम ना के बराबर होता है और फ‍िक्‍स्‍ड डिपॉजिट से ज्‍यादा रिटर्न देते हैं। वास्‍तव में फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट की ब्‍याज क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं दरें काफी कम हो गई हैं। हालिया रिपोर्ट में अर्थशास्त्रियों का भी कहना है बैंकों में जमा रुपया नेगेटिव रिटर्न के पैटर्न पर आ गया है। ऐसे में ऐसे डेट फंड निवेश कररना ज्‍यादा बेहतर है, जि‍नमें कम जोख‍िम के साथ रिटर्न भी एफडी से ज्‍यादा देते हों।

इंडेक्स फंड इन्वेस्टमेंट –

यह इन्वेस्ट उन लोगों के लिए आदर्श है जो सिविलाइज रिटर्न के साथ बहुत कम रिस्क वाले इन्वेस्ट पोर्टफोलियो चाहते हैं। इसे एक निष्क्रिय प्रबंधित (Idle managed) फंड के रूप में जाना जाता है क्योंकि पोर्टफोलियो मैनेजर निफ्टी जैसी बेंचमार्क पर सूचीबद्ध कंपनियों की इक्विटी की तलाश करता है। ये निफ्टी क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं या सेंसेक्स की तरह एक विशेष सूचकांक को ट्रैक करते हैं और सूचकांक के रिटर्न से मेल खाने का प्रयास किया जाता है। चूंकि यह स्थापित प्रदर्शन बेंचमार्क वाली कंपनियों की एक टोकरी है इसलिए कम रिस्क है और निगरानी आसान है। वे भी कम कास्टली हैं क्योंकि कास्ट के मामले में आउटले इंडेक्स के लगभग मैकेनिकल ट्रैकिंग के कारण कम है।

इक्विटी या म्युचुअल फंड पर इस निवेश का नुकसान (लॉस) यह है कि एक निवेशक को भारी बाजार रिटर्न में नकदी की कमी हो सकती है जो कि म्यूचुअल फंड या इक्विटी में पर्सनल इनवेस्टमेंट द्वारा एक्टिव इनवेस्टमेंट से पसिबल हो सकता है।

म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट कैसे करे | Mutual Fund in Hindi

दोस्तों, आज के लेख क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं में हम आपको Mutual Funds kya hai in Hindi, Mutual Fund in Hindi के बारे मे पूरी जानकारी देंगे. इस म्यूच्यूअल फण्ड से भी मुनाफा कमाया जा सकता है. इस बजह से बहुत से निवेशक म्यूच्यूअल फाउंड में निवेश करने लगे है.

SIP फुल फॉर्म हिंदी में “सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान” है. जिसके जरिये निवेश करने वालों की जनसंख्या बढती जा रही है. जिन लोगों को शेयर मार्केट के बारे में पूरी जानकारी नही है और सीखना भी नहीं चाहते है तो उन लोगों के लिए म्यूच्यूअल फण्ड बेहतरीन तरीका है. इसमें कम रिस्क में कम मुनाफा और नुक्सान होता है.

इसके क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं जरिये आप बल्कि डेट, गोल्ड और कमोडिटी में भी निवेश कर सकते है. म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने के बारे में अधिक जानकारी ना होने पर किसी अच्छे एक्सपर्ट की मदद ले सकते है. बेहतर मुनाफा कमाने के लिए बेहतर शेयर को चुनना होता है.

Mutual Fund क्या है | Mutual Funds Kya Hai in Hindi

म्यूच्यूअल फण्ड सामूहिक निवेश होता है. कई निवेशकों का एक समूह मिलकर स्टॉक में निवेश करते है. म्यूच्यूअल फण्ड में निवेशकों के फण्ड के फायदा और नुक्सान का हिसाब रखने के लिए एक फंड मैनेजर होता है. (1)

इस तरह से निवेश में जो भी नुक्सान या फायदा होता है वह निवेशकों में बांट दिया जाता है. म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी में उन सभी निवशकों के निवेश पैसों को इकट्ठे करती है. ऐसा करने पर कंपनी थोड़ा सर्विस चार्ज काटती है.

और म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी के द्वारा इकट्ठा किया गया पैसा शेयर मार्किट में निवेश करती है. म्यूच्यूअल फण्ड में एक काफी बड़ा फायदा है की उसमे यह सोचने की जरूरत नहीं होती क्या डेट फंड्स रिस्क फ्री होते हैं है की कब शेयर को खरीदना और बेचना होता है, क्योकि ये सारा काम फण्ड मैनेजर का होता है.

म्यूचुअल फण्ड में निवेश करने के फायदा यह है की आप इसमें 500, 1000 रूपए से निवेश करना सुरु कर सकते है. मासिक निवेश के लिए SIP लेना होता है. इसका मतलब होता है की आपके द्वारा तय की गई राशी अपने आप प्रतेक महीने खाते से से कटकर सीधे फण्ड में ट्रान्सफर होती रहगी. (2)

Mutual Fund कितने प्रकार के होते है?

  • इक्विटी फण्ड
  • लार्ज कैप फण्ड
  • डेट फण्ड
  • गिल्ट फण्ड

इक्विटी फण्ड काफी महसूर फण्ड है. इसमें बेहतरीन निवेशक अधिक रिस्क लेकर अधिक मुनाफा भी लेते है. ऐसा इसलिए होता है क्योकि इस इक्विटी म्यूचुअल फंड के मैनेजर सभी पैसा स्टॉक मार्किट में निवेश करता है.

इस इक्विटी म्यूचुअल फंड को मल्टी कैपिटल, लार्ज कैपिटल, स्मॉल कैपिटल, मिड कैपिटल में बांटा गया है.

लार्ज कैप फण्ड | Large Cap Funds

लार्ज कैप फण्ड mutual fund वह होते है जो आपकी राशी को बड़ी कैपिटल वाली कंपनी में निवेश करते है. लार्ज कैप कंपनी की काफी ग्रोथ है. इसलिए return तो कम मिलता है लेकिन लगातर मिलता है. लार्ज कैप फण्ड के मुकालबे स्माल और मिडकैप में अधिक रिस्क होता है.

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